Advertisement

पहला दौर हमेशा कठिन होता है : साइना

लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल ने कहा कि ब्राजील की विसेंटे लोहाइनी ने उसे पहले दौर में चौंका दिया और बड़े टूर्नामेंटों में पहला दौर हमेशा कठिन होता है। साइना ने जीत के बाद कहा , पहला दौर हमेशा कठिन होता है। मैं आज हैरान रह गई।
पहला दौर हमेशा कठिन होता है : साइना

 दर्शक उसका साथ दे रहे थे और उसे अपने देश में खेलने का फायदा मिला जिससे उसका मनोबल बढा़। यह बेहतरीन या बदतरीन मैच नहीं था लेकिन मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं। ड्रा काफी कठिन है और मैं मैच दर मैच रणनीति बनाना चाहती हूं। दुनिया की पांचवें नंबर की खिलाड़ी ने कहा कि इस स्तर पर हर मैच कठिन होता है लेकिन गलतियां करने के बाद जल्दी उनसे उबरने वाले ही करीबी मुकाबले जीतते हैं।

उन्होंने कहा , यह कठिन मैच था। ओलंपिक में हर मैच कठिन होगा। उच्चतम स्तर पर आप गलतियां करते हैं लेकिन उनसे सीखते भी हैं। यह देखकर अच्छा लगा कि ब्राजील में बैडमिंटन लोकप्रिय हो रहा है। उसने अच्छा खेला और दर्शकों से उसे अच्छा सहयोग मिला। उसने कहा कि उसके कोच विमल कुमार ने उसे रैलियों पर फोकस करने की सलाह दी थी। साइना ने कहा , मेरे कोच ने मुझसे कोर्ट पर हो रही मूवमेंट और रैलियों पर फोकस करने को कहा। वह एक तरफ से तेज खेल रही थी। कुल मिलाकर वह अच्छा खेली। विसेंटे ने हार पर निराशा जताई लेकिन स्वीकार किया कि उसका सामना बेहद मजबूत प्रतिद्वंद्वी से था।

उसने कहा , मुझे अच्छा नहीं लग रहा है लेकिन मेरा सामना दुनिया की सर्वश्रेष्ठ खिलाडि़यों में से एक से था। मैने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और मुझे इस पर गर्व है। मुझे नहीं लगता कि मैं इससे बेहतर खेल सकती थी।

एजेंसी

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad