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एशियाई खेलों में भारत ने रचा इतिहास, पहली बार 70 से अधिक पदक अपने नाम किए, पीएम मोदी बोले- भारत पहले से कहीं अधिक चमक रहा है

एशियाई खेलों के इतिहास में भारत ने नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए अब तक के सर्वोच्च पदक हासिल कर लिए...
एशियाई खेलों में भारत ने रचा इतिहास, पहली बार 70 से अधिक पदक अपने नाम किए, पीएम मोदी बोले- भारत पहले से कहीं अधिक चमक रहा है

एशियाई खेलों के इतिहास में भारत ने नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए अब तक के सर्वोच्च पदक हासिल कर लिए हैं। भारत ने 2018 में जकार्ता में पिछली सर्वश्रेष्ठ पदक तालिका को पार कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी खिलाड़ियों को बधाई दी है।

बता दें कि एकल एशियाई खेलों की प्रतियोगिता में भारत की पिछली सर्वश्रेष्ठ पदक तालिका 2018 में जकार्ता में 16 स्वर्ण, 23 रजत और 31 कांस्य पदक के साथ थी। लेकिन अब भारत उस आंकड़े को पार कर चुका है।

इस अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सभी भारतीयों को गौरवान्वित पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि प्रत्येक पदक कड़ी मेहनत और जुनून की यात्रा को उजागर करता है।

पीएम मोदी ने ट्वीट किया, "एशियाई खेलों में भारत पहले से कहीं ज्यादा चमक रहा है। 71 पदकों के साथ, हम अपनी अब तक की सर्वश्रेष्ठ पदक तालिका का जश्न मना रहे हैं, जो हमारे एथलीटों के अद्वितीय समर्पण, धैर्य और खेल भावना का प्रमाण है। प्रत्येक पदक कड़ी मेहनत और जुनून की जीवन यात्रा को उजागर करता है। पूरे देश के लिए गर्व का क्षण। हमारे एथलीटों को बधाई।''

गौरतलब है कि आज अब तक भारत ने चार पदकों पर कब्जा कर लिया है। एथलीट मजनू रानी और राम बाबू ने 35 मीटर मिश्रित रेस वॉक में कांस्य पदक हासिल किया। 5:51:14 घंटे का समय निकालकर भारतीय जोड़ी ने कांस्य पदक हासिल किया और एथलेटिक्स में देश का शानदार प्रदर्शन जारी रखा।

वहीं, ज्योति वेन्नम सुरेखा और प्रवीण ओजस देओताले ने कंपाउंड तीरंदाजी मिश्रित टीम में दक्षिण कोरिया के चैवोन सो और जाहून जू के खिलाफ फाइनल मैच जीतकर स्वर्ण पदक जीता। ज्योति-प्रवीण ने दक्षिण कोरियाई जोड़ी को करीबी मुकाबले में एक अंक 159-158 से हराया।

बुधवार को स्क्वैश के मिश्रित युगल सेमीफाइनल में कड़े मुकाबले में हार का सामना करने के बाद अनाहत सिंह और अभय सिंह को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।अनाहत और अभय अपना सेमीफाइनल मैच मलेशिया के आइफा अजमान और मोहम्मद सयाफिक से 1-2 से हार गए।

अंत में, भारतीय मुक्केबाज परवीन हुडा ने बुधवार को हार के बाद महिलाओं के 57 किलोग्राम कांस्य पदक के साथ हांग्जो में अपना अभियान समाप्त किया। वह सेमीफाइनल में दो बार की विश्व चैंपियन चीनी ताइपे की लिन यू टिंग से 0-5 से हार गईं।

शीर्ष भारतीय शटलर और ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु और एचएस प्रणय बुधवार को हांगझू में चल रहे एशियाई खेलों में एकल प्रतियोगिता के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई। सिंधु ने अपने मुकाबले में इंडोनेशिया की पुत्री कुसुमा वर्दानी को 2-0 (21-16, 21-16) से हराया। उन्होंने कुल 55 मिनट के अंदर दोनों सेट जीत लिए।

बता दें कि भारत ने एथलेटिक्स में अब तक 23 पदक जीते हैं। देश ने निशानेबाजी में भी 22 पदकों के साथ अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। भारत के पास रोइंग में पांच और मुक्केबाजी में चार पदक हैं। भारत के पास तीन नौकायन पदक हैं।

इसके अलावा टेनिस, घुड़सवारी और रोलर स्केटिंग में भारत के नाम दो-दो पदक हैं। तीरंदाजी, क्रिकेट, वुशु, बैडमिंटन, गोल्फ, कैनोइंग और टेबल टेनिस में भारत ने एक-एक पदक जीता है। अभी कई और मैचों और खेलों का समापन होना बाकी है, यह देखना बाकी है कि भारत आगे कितनी जीत हासिल करता है।

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