श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा ने मंगलवार को एतिहासिक मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) के पहले गैर ब्रिटिश अध्यक्ष के रूप में प्रभार संभाला। श्रीलंका के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज संगकारा एमसीसी के पहले गैर ब्रिटिश अध्यक्ष होंगे और वह इस पद पर एक साल के लिए रहेंगे। निवर्तमान अध्यक्ष एंथोनी व्रेफोर्ड ने मई में लार्ड्स में एमसीसी की वार्षिक आम बैठक में संगकारा के नामांकन की घोषणा की थी।
एक साल का कार्यकाल होगा
संगकारा ने बयान में कहा कि एमसीसी अध्यक्ष के प्रतिष्ठित पद पर काबिज होकर मैं रोमांचित हूं और क्रिकेट के शानदार वर्ष के लिए एमसीसी के साथ कड़ी मेहनत करने को लेकर उत्सुक हूं। एमसीसी अध्यक्ष के रूप के संगकारा के कार्यकाल के दौरान इंग्लैंड वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के अलावा आस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला भी खेलेगा। इसी दौरान ‘हंर्डेड’ प्रतियोगिता भी लांच की जाएगी।
इस पद के लिए संगकारा से बेहतर कोई व्यक्ति नहीं
एमसीसी के निवर्ततान अध्यक्ष व्रेफोर्ड ने कहा कि एमसीसी अध्यक्ष के पद पर काबिज होने के लिए कुमार (संगकारा) से बेहतर कोई व्यक्ति नहीं है। वह समुदायों को जोड़ने के लिए क्रिकेट की ताकत में विश्वास रखते हैं और वह एमसीसी जो महत्वपूर्ण काम करता है उसके अहम दूत होंगे।
2012 में क्लब की मानद आजीवन सदस्यता मिली थी
संगकारा ने 134 टेस्ट में 12400 रन बनाए। वह लंबे समय से एमसीसी से जुड़े हुए हैं। वह 2002 में इंग्लैंड का दौरा करने वाली श्रीलंका की टीम की ओर से चेस्टरफील्ड के क्वीन्स पार्क में एमसीसी के खिलाफ प्रथम श्रेणी मैच में पारी का आगाज किया। वह 2005 में सुनामी राहत मैच में एमसीसी की ओर से लार्ड्स पर अंतरराष्ट्रीय एकादश के खिलाफ भी खेले। संगकारा को 2012 में क्लब की मानद आजीवन सदस्यता दी गई। इसी साल वह एमसीसी की विश्व क्रिकेट समिति से जुड़े और इसके सक्रिय सदस्य बने रहे।