महिला पहलवान गीता फोगाट और बबीता फोगाट इस साल होने वाले एशियाई गेम्स में हिस्सा नहीं ले पाएंगी। भारतीय कुश्ती महासंघ ने गुरुवार को कहा कि ‘गंभीर अनुशासनहीनता’ के कारण राष्ट्रीय शिविर से बाहर की गई फोगाट बहनों को वापसी के लिए अपनी गैर मौजूदगी का कारण स्पष्ट करना होगा जबकि बबिता फोगाट ने चोटिल होने का दावा किया।
राष्ट्रमंडल खेल पदक विजेता गीता और बबिता फोगाट अपने जीवन पर आमिर खान की ‘दंगल’ फिल्म के बाद लोकप्रिय हो गई थी। उनकी छोटी बहनों रितु और संगीता को भी लखनऊ में चल रहे शिविर से अनुशासनहीनता के कारण बाहर कर दिया गया।
पहलवानों को तीन दिन के भीतर रिपोर्ट करना होता है
डब्ल्यूएफआई ने शिविर से बिना बताए बाहर रहने का कारण दिया है। महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा,‘राष्ट्रीय शिविर के लिए चुने गए पहलवानों को तीन दिन के भीतर रिपोर्ट करना होता है। कोई समस्या होने पर उन्हें जाकर कोचों को बताना होता है ताकि समाधान निकल सके।’
यह गंभीर अनुशासनहीनता है: बृजभूषण शरण सिंह
उन्होंने कहा,‘लेकिन गीता, बबिता और अन्य (कुल 13) ने ऐसा नहीं किया। उनसे संपर्क ही नहीं हो सका। यह गंभीर अनुशासनहीनता है और डब्ल्यूएफआई का मानना है कि कार्रवाई करना जरूरी है। हमने उन्हें घर बैठने और आराम करने के लिए कह दिया है।’
इस कार्रवाई के मायने हैं कि वे इस महीने के आखिर में होने वाले एशियाई खेल चयन ट्रायल से बाहर रह सकती है। एशियाई खेल अगस्त सितंबर में इंडोनेशिया में होने है। हालांकि सिंह ने कहा कि अपनी इस हरकत का स्पष्टीकरण देने पर इन पहलवानों को मौका दिया जा सकता है।
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा,‘पहले उन्हें आकर हमें कारण बताने दीजिए। अभी तो वे राष्ट्रीय शिविर से बाहर हैं।’ पुरूष और महिलाओं का राष्ट्रीय शिविर 10 से 25 मई तक सोनीपत और लखनऊ में चल रहा है। रियो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक के पति सत्यव्रत कडियान भी शिविर से बाहर है।
चोट के कारण बाहर हूं: बबीता
इन सबके बीच बबिता ने कहा कि उसे किसी तरह का नोटिस नहीं मिला है और वह चोट के कारण बाहर है। उसने कहा,‘मुझे महासंघ से कोई नोटिस नहीं मिला। मैं अभी तक शिविर में नहीं गई क्योंकि मेरे दोनों घुटनों में चोट है। मैने महासंघ को सूचित नहीं किया लेकिन आज ही करूंगी।’
अपनी बहनों के बारे में बबीता ने कहा कि रितु और संगीता रूस में अभ्यास शिविर में भाग लेने के लिये वीजा का इंतजार कर रहे हैं हालांकि महासंघ ने इस दावे को खारिज किया। उसने कहा,‘गीता बेंगलूरू में है और मुझे लगा कि वह शिविर में पहुंच गई है। मैं भी जेएसडब्ल्यू सेंटर में रिहैबिलिटेशन के लिए बेंगलूरू जा रही हूं।’