नए केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख के क्रिकेटर अब घरेलू सर्किट में जम्मू कश्मीर के लिए खेलेंगे। भारतीय क्रिकेट की प्रशासकों की समिति के अध्यक्ष विनोद राय ने यह जानकारी दी। सरकार ने सोमवार को जम्मू कश्मीर को दो केंद्रशासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बांटा था। बीसीसीआई फिलहाल दो अलग प्रदेश ईकाइयां बनाने नहीं जा रहा। राय ने कहा कि हम अभी लद्दाख के लिए अलग क्रिकेट संघ नहीं बनाएंगे। उस क्षेत्र के क्रिकेटर बीसीसीआई की सभी घरेलू स्पर्धाओं में जम्मू कश्मीर के लिए खेलेंगे।
अभी तक लद्दाख का कोई खिलाड़ी रणजी टीम में नहीं
जम्मू-कश्मीर की रणजी टीम में अभी तक लद्दाख का कोई खिलाड़ी नहीं है। आगामी रणजी सत्र इस साल के आखिर में दिसंबर में शुरू होगा। यह पूछने पर कि क्या लद्दाख को भी पुडुच्चेरी की तरह मतदान का अधिकार रहेगा, राय ने किहा कि अभी इस पर कोई बात नहीं हुई है।
उन्होंने कहा कि हमने इस पर कोई बात नहीं की है। इस मामले में सब कुछ चंडीगढ की तरह रहेगा जो एक केंद्रशासित प्रदेश है। उसके खिलाड़ी पंजाब या हरियाणा के लिए खेलते हैं। राय ने कहा कि हमें यकीन है कि जम्मू कश्मीर के घरेलू मैच पिछले साल की तरह श्रीनगर में ही होंगे। वैकल्पिक घरेलू मैदान को लेकर कोई बात नहीं की गई है। अब तक वैकल्पिक घरेलू स्थल होने पर कोई चर्चा नहीं हुई है। इसलिए इस पर कुछ भी बदलाव नहीं हुआ है।
घाटी में क्रिकेट पहले की तरह ही जारी रहेगा
सरकार द्वारा जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा देने के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को रद्द करने के फैसले के बाद कश्मीर के हालात पर राय ने कहा कि बीसीसीआई को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है और घाटी में क्रिकेट पहले की तरह ही जारी रहने की उम्मीद है। हाल ही में श्रीनगर में सभी आयु-समूह के साथ-साथ वरिष्ठ टीम के शिविरों को अमरनाथ यात्रा पर एक आतंकी खतरे के संबंध में राज्य सरकार की सलाह के बाद अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया था। सुरक्षा की मौजूदा स्थिति के कारण जम्मू-कश्मीर टीम के मेंटर ने 100 उम्मीदवारों के साथ घाटी छोड़ दी है।