टोक्यो ओलंपिक्स में अब एक साल से कम समय बचा है, इससे पहले दक्षिण कोरिया की किम जी ह्यून ने भारतीय महिला सिंगल्स बैडमिंटन कोच पद से इस्तीफा दे दिया है। किम ने निजी कारणों से यह इस्तीफा दिया है। जानकारी मिली है कि किम के पति की तबीयत न्यूजीलैंड में ठीक नहीं है। बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने इस साल की शुरुआत में किम जी ह्यून को अपने साथ जोड़ा था।
पति को न्यूरो स्ट्रोक हुआ था
किम ने पिछले महीने स्विट्जरलैंड के बासेल में पीवी सिंधू को मिले विश्व चैंपियनशिप खिताब में अहम भूमिका निभाई थी। बुसान की 45 वर्षीया किम जी ह्यून अपने पति रिची मार के पास न्यूजीलैंड के लिए रवाना हो चुकी हैं, जिन्हें कुछ समय पहले न्यूरो स्ट्रोक हुआ था। भारत के प्रमुख राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद ने पीटीआई से कहा कि यह सच है कि किम जी ह्यून ने इस्तीफा दिया है क्योंकि उनके पति की तबीयत ठीक नहीं है। विश्व चैंपियनशिप के दौरान किम के पति को न्यूरो स्ट्रोक जैसा कुछ हुआ था, जिसकी वजह से दक्षिण कोरियाई कोच उनके पास चली गई हैं। किम को अपने पति का ध्यान रखने की जरूरत है, क्योंकि उन्हें ठीक होने में चार से छह महीने का समय लग सकता है।
सिंधू की सफलता में बड़ा हाथ
किम ने सिंधू के साथ बहुत अच्छा काम किया। सिंधू अपनी सफलता का श्रेय दक्षिण कोरियाई कोच को देना नहीं भूलती। उल्लेखनीय है कि किम जी ह्यून भारत की ऐसी तीसरी विदेशी कोच हैं, जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले ही इस्तीफा दे दिया। मशहूर इंडोनेशियाई कोच मुल्यो हांडोयो ने 2017 के आखिर में निजी कारणों से इस्तीफा दिया था। उनके मार्गदर्शन में पुरुष सिंगल्स शटलर्स ने वर्ल्ड स्टेज पर शानदार प्रगति की थी। बाद में मुल्यो सिंगापुर टीम से जुड़े थे।
कई कोच छोड़ चुके हैं पद
मलेशिया के टान किम हर ने भी इस साल की शुरुआत में भारतीय डबल्स कोच पद से इस्तीफा दिया था। उनका कार्यकाल टोक्यो ओलंपिक्स तक के लिए था, लेकिन इससे 18 महीने पहले ही उन्होंने अपना पद छोड़ दिया। बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया को जल्द ही किम का विकल्प खोजना होगा। बाई को यह ध्यान रखना होगा कि टोक्यो गेम्स के लिए अभी ओलंपिक्स क्वालिफिकेशन का दौर चल रहा है और ओलंपिक्स शुरू होने में लगभग 10 महीने का समय बचा है।
इस पर गोपीचंद ने कहा कि हम कोशिश में जुटे हैं कि किम जी ह्यून की जगह कोई भर सके। मगर फिर भी यह अंतर कम करने वाली व्यवस्था होगी। हमें इसका स्थायी समाधान खोजने की जरूरत है।