भारत और क्रोएशिया की दूसरी वरीय जोड़ी ने एक घंटे और 18 मिनट चले सेमीफाइनल में 6-4 2-6 10-5 से जीत दर्ज की। सानिया ने तीन मिश्रित युगल ग्रैंडस्लैम जीते हैं। उन्होंने पिछली बार ब्राजील के ब्रूनो सोरेस के साथ मिलकर अमेरिकी ओपन का 2014 में मिश्रित युगल खिताब जीता थ।
पिछले साल सानिया के पास डोडिग के साथ मिश्रित युगल ग्रैंडस्लैम जीतने का मौका था लेकिन इस जोड़ी को फ्रेंच ओपन के फाइनल में हमवतन भारतीय लिएंडर पेस और मार्टिना हिंगिस की जोड़ी के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
पहले सेट में दोनों जोडि़यों ने एक दूसरे की सर्विस तोड़ी। इस दौरान सिर्फ सानिया ने सर्विस नहीं गंवाई। दूसरे सेट में हालांकि सानिया ने दो बार अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद मुकाबला मैच टाईब्रेकर में खिंचा।
टाईब्रेकर में जब स्कोर 3-3 से बराबर था तब दूसरी वरीय जोड़ी ने लगातार पांच अंक के साथ अपनी स्थिति मजबूत की। आस्ट्रेलियाई जोड़ी में ग्रोथ को विशेष तौर पर अपनी पहली सर्विस को लेकर जूझना पड़ा और उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ा।
ग्रोथ ने अपनी सर्विस पर आठवां और नौवां अंक गंवाया जबकि डोडिग ने अपनी सर्विस पर दोनों अंक बनाए। सानिया पहले मैच प्वाइंट को भुना नहीं सकी लेकिन डोडिग ने दूसरे मैच प्वाइंट पर स्टोसुर के बायीं ओर जोरदार वाली के साथ सेट और मैच अपने नाम किया।
सानिया और डोडिग फाइनल में एलिना स्वितोलिना और क्रिस गुसिकोन तथा एबिगेल स्पीयर्स और जुआन सबेस्टियन कबाल के बीच होने वाले सेमीफाइनल के विजेता से भिड़ेंगे। साल के पहले ग्रैंडस्लैम में सानिया एकमात्र भारतीय बची हैं। इससे पहले रोहन बोपन्ना, लिएंडर पेस, पूरव राजा, दिविज शरण और जूनियर में जील देसाई और सिद्धांत बंठिया टूर्नामेंट से बाहर हो चुके हैं। (एजेंसी)