विजेंदर ने त्यागराज स्टेडियम में पूर्व विश्व चैंपियन चेका के खिलाफ दस राउंड के मुकाबले के तीसरे राउंड में ही जीत दर्ज की। उन्होंने बाद में कहा, मैंने इस मुकाबले के लिये मैनचेस्टर में दो महीने तक कड़ा अभ्यास किया था। मैं अपने सभी कोचों का आभार व्यक्त करता है। चेका ने बहुत बातें की थी लेकिन मैं अपने मुक्कों की ताकत में विश्वास रखता हूं और मैंने वही किया।
रिंग के इर्द-गिर्द कई हस्तियां मौजूद थी। पांच बार के विश्व चैंपियन एम सी मेरीकोम से लेकर गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू तथा पहलवान सुशील कुमार और योगेश्वर दत्त भी विजेंदर का हौसला बढ़ा रहे थे। आगे की पंक्ति में हालांकि जिस व्यक्ति ने सभी ध्यान अपनी तरफ खींचा वह योग गुरू बाबा रामदेव थे। उन्होंने सुशील के साथ स्टेडियम में कदम रखा और तालियों के साथ उनका स्वागत किया गया।
सिंह इज किंग की आवाजों के बीच विजेंदर के आने से पहले ही दर्शक उत्साहित दिखे। जब मुकाबला शुरू हुआ तो चेका ने थोड़ी तेजी दिखायी लेकिन भारतीय ने जल्द ही लय हासिल कर ली और चेका को करारे अपरकट से हिला कर रख दिया।
चेका दूसरे राउंड में बैकफुट पर पहुंच गये क्योंकि विजेंदर के करारे मुक्कों का उनके पास कोई जवाब नहीं दिख रहा था। विजेंदर ने अपनी पहुंच का भी फायदा उठाया। अपनी छोटी पहुंच के कारण जहां चेका को संतुलन बनाने में दिक्कत हो रही थी वहीं विजेंदर ने अपने हाथों की लंबाई का अच्छा उपयोग किया।
भाषा