आस्ट्रेलिया का यह नौवां खिताब है और उसने टूर्नामेंट में अपना दबदबा कायम रखा है। भारत ने आखिरी बार क्वालालंपुर में 2010 में खिताबी जीत दर्ज की थी जो उसका पांचवां खिताब था। उस समय भारत और दक्षिण कोरिया को संयुक्त विजेता घोषित किया गया था। भारत ने 2012 और 2015 में कांस्य पदक जीता।
आस्ट्रेलिया के लिए थामस क्रेग और मैट गोडेस ने दो दो गोल किए। पहले क्वार्टर में भारतीयों का प्रदर्शन अच्छा रहा और आस्ट्रेलियाई टीम कोई गोल नहीं कर सकी। आस्ट्रेलिया के लिए क्रेग ने 25वें और 35वें मिनट में फील्ड गोल किए जबकि गोडेस ने 43वें और 57वें मिनट में गोल दागा। आस्ट्रेलिया ने इस बार सभी सात मैच जीते। उसने राउंड राबिन लीग मैच में भारत को 5-1 से मात दी थी। सात बार फाइनल खेलने वाली भारतीय टीम दूसरी बार रजत पदक जीती है। पहले क्वार्टर में भारतीय डिफेंस काफी चुस्त था और भारतीयों ने आस्ट्रेलियाई गोल पर दो हमले भी बोले। आस्ट्रेलिया को मिला एक पेनल्टी कार्नर बेकार गया।
आस्ट्रेलिया ने पहला गोल 25वें मिनट में किया जब क्रेग ने गोल पोस्ट के सामने मिली गेंद को गोल के भीतर डाला। आस्ट्रेलिया को हाफ टाइम से पहले पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन उसे गोल में नहीं बदला जा सका। दूसरे हाफ के पहले ही मिनट में निकिन थिमैया को गोल करने का मौका मिला लेकिन उनके शाट को गोलकीपर एंडयू चार्टर ने बचा लिया। भारत को 32वें मिनट में पहला पेनल्टी कार्नर मिला जब स्ट्राइकर एस वी सुनील को बाधा पहुंचाई गई लेकिन हरमनप्रीत सिंह के शाट को गोलकीपर ने पैड से रोक दिया। क्रेग ने आस्टेलिया की बढ़त 35वें मिनट में दुगुनी कर दी जब ब्लैक गोवर्स के पास पर उन्होंने गोल किया।
भारत को इसके बाद लगातार दो पेनल्टी कार्नर मिले लेकिन रूपिंदर पाल सिंह आस्ट्रेलियाई गोलकीपर को मात नहीं दे सके। गोडेस ने 43वें मिनट में आस्ट्रेलिया का तीसरा गोल किया। उन्होंने 57वें मिनट में चौथा गोल दागा। मनदीप सिंह के नाम गोल दर्ज हो सकता था लेकिन तलविंदर सिंह के पास पर उनका शाट गोलपोस्ट से टकरा गया। पिछले साल के चैम्पियन न्यूजीलैंड ने एक अन्य मैच में मेजबान मलेशिया को पेनल्टी शूटआउट में 5- 4 से हराकर कांस्य पदक जीता। निर्धारित समय तक दोनों टीमें 3-3 से बराबरी पर थी। पाकिस्तान ने कनाडा को 3-1 से हराकर पांचवां स्थान हासिल किया।