भारत पूल बी सबसे निचली पायदान पर रहा और इससे ओल्टमैन्स काफी निराश थे। उन्होंने कहा, ‘हमें सर्किल में घुसने के बाद अधिक फायदे उठाने चाहिए। एक चीज जिससे हम आहत हो रहे हैं वह है आखिरी पास। हमारे अंतिम फैसले में सुधार करने की जरूरत है। यदि आप तेजी से सर्किल में जाते हो और सही खिलाड़ी को पास नहीं दे पाते हो तो यह निराशाजनक है। आपने देखा होगा कि नीदरलैंड ने आखिरी गोल कैसे किया। सही खिलाड़ी को सही समय पर दिये गये पास के कारण उसे यह गोल मिला और यह एक एेसी चीज है जिसमें विशेषकर शीर्ष स्तर पर हमें बदलने की जरूरत है।’
नीदरलैंड ने 36वें मिनट में बढ़त हासिल की जब मिंक वान डर वीर्डन ने पेनल्टी कार्नर पर गोल किया। इसके बाद मिक्रो प्रूइसर (43वें मिनट) और रोइल बोवेनडीर्ट (54वें मिनट) ने दो मैदानी गोल किये। भारत की तरफ से एकमात्र गोल 47वें मिनट में चिंगलसना सिंह ने किया। ओल्टमैन्स ने कहा कि पहले हाफ में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भारतीय टीम बाद में सही तालमेल नहीं बिठा पाई। उन्होंने कहा, ‘हम जिस प्रतिद्वंद्वी का सामना कर रहे थे वह विश्व में चोटी की टीम है। पहले दो क्वार्टर में हमने बराबर की टक्कर दी। दोनों टीमों को अधिक मौके नहीं मिले लेकिन हमारी टीम बेहतर खेली। हमने उनकी तुलना में अधिक मौके बनाए।
तीसरे क्वार्टर में हमने गलतियां की। हम सही तरह से तालमेल नहीं बिठा पाए। दूसरे गोल के समय भाग्य ने हमारा साथ नहीं दिया क्योंकि हमारे पास एक खिलाड़ी कम था। हालांकि (रूपिंदर पाल सिंह) को मिले कार्ड पर मुझे थोड़ा संदेह था।
उन्होंने कहा, हमने इसके बाद आखिरी क्वार्टर में अपनी पूरी जान भुाोंक दी थी। हम डा की कोशिश कर रहे थे और एक गोल करने में भी सफल रहे लेकिन इसके बाद हमने फिर से एक गोल और खा दिया। भारत को रियो ओलंपिक से पूर्व अधिक संयम बरतना होगा। उन्होंने कहा, अभी हमारे पास अपनी कमजोरियों से निजात पाने के लिए कुछ महीने हैं। हमें थोड़ा अधिक संयम बरतना होगा।’