Advertisement

भारतीय हॉकी टीम के कोच बने ऑस्ट्रेलिया के ग्राहम रीड

भारतीय पुरुष हॉकी टीम को 4 महीने बाद कोच मिल ही गया। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी ग्राहम रीड को टीम का...
भारतीय हॉकी टीम के कोच बने ऑस्ट्रेलिया के ग्राहम रीड

भारतीय पुरुष हॉकी टीम को 4 महीने बाद कोच मिल ही गया। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी ग्राहम रीड को टीम का कोच बनाया गया है। हरेंद्र सिंह को पिछले साल दिसंबर में हटा दिया गया था। उसके बाद से टीम के पास कोच नहीं था। रीड का कार्यकाल अगले साल के अंत तक होगा। हालांकि, प्रदर्शन के आधार पर इसे बढ़ाया भी जा सकता है।

रीड को 2020 के अंत तक एक अनुबंध सौंपा गया है, जिसे टीम के साथ उनके प्रदर्शन के आधार पर बढ़ाया जा सकता है। लेकिन ऑस्ट्रेलियाई की सबसे बड़ी चुनौती 2020 टोक्यो ओलंपिक के लिए भारत को क्वालीफाई करने में मदद करना होगा।

तेज और अटैकिंग हॉकी है पसंद- रीड

रीड ने कहा कि भारतीय पुरुष हॉकी टीम का कोच बनना मेरे लिए सम्मान की बात है। इस खेल में किसी अन्य देश का इतिहास ऐसा नहीं है जो भारत की तुलना कर सके। भारत विश्व हॉकी में सबसे रोमांचक और अटैकिंग खेल खेलने वाला देश रहा है। मुझे भी तेज और अटैकिंग हॉकी पसंद है। यह लगभग ऑस्ट्रेलियाई शैली से मिलता है।

स्थिर माहौल  में काम करना है पंसद

रीड ने कहा कि मैं चाहता हूं कि इस काम में मेरे साथ-साथ खिलाड़ियों के लिए भी एक स्थिर माहौल रहे। वास्तव में वे दिग्गज चार्ल्सवर्थ ही थे, जिन्होने भारत के कोच के लिए आवेदन करने को मुझे कहा था। रीड ने बताया कि रिक के साथ मेरी बहुत लंबी चर्चा हुई और उन्होंने सोचा कि मेरे लिए भारत जाने का अच्छा समय है। उन्हें लगता है कि भारतीय हॉकी को आगे ले जाने के लिए मेरे पास अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अनुभव है।

दिली इच्छा थी भारतीय कोच बनना

रीड ने कहा कि उन्हें इस उच्च दबाव वाली नौकरी के लिए आवेदन करने के बारे में उनके मन में कभी कोई संशय नहीं था क्योंकि यह उनकी एक दिली इच्छा थी जिसने उन्हे लंबे समय से परेशान किया हुआ था। ईमानदारी से कहूं तो मुझे इस तरह की कोई आशंका नहीं थी। मैं कई बार भारत आया हूं, और हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) की टीमों के साथ भी काम किया है। अच्छी बात तो यह है कि मैं बेंगलुरु में ही रहूंगा जहां मेरे बच्चे और पत्नी भी साथ रहेंगे और मुझे बार-बार उनके पास आना जाना नही पड़ेगा।

रीड अच्छे कोच के साथ शानदार खिलाड़ी भी

रीड एक अच्छे कोच के साथ- साथ एक शानदार खिलाड़ी भी रहे हैं उनकी कोचिंग में ऑस्ट्रेलिया की टीम दो बार चैम्पियंस ट्रॉफी भी जीत चुकी है। उनकी ही कोचिंग में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 2014 में कॉमनवेल्थ वेल्थ, 2015 में वर्ल्ड लीग भी जीती थी। वहीं, रियो ओलिंपिक 2016 में टॉप चार में जगह नहीं बना सकी थी। इसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। रीड 1982 बार्सिलोना ओलिंपिक में रजत पदक और 1984, 1985, 1989 और 1990 में चैम्पियंस ट्रॉफी जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम के सदस्य थे। भारतीय कोच के तौर पर रेड के सामने पहली चुनौती अगले महीने टीम इंडिया का ऑस्ट्रेलिया दौरा है। वहीं, जून में एफआईएच मेन्स सीरीज का फाइनल्स भुवनेश्वर में खेला जाएगा।

18 अप्रैल को बेंगलुरु के एसएआई साउथ सेंटर में चल रहे राष्ट्रीय शिविर में रीड के शामिल होने की उम्मीद है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad