श्रीजेश ने हाल में उड़ी में हुए आतंकी हमले का जिक्र नहीं किया जिसके कारण दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है, लेकिन उन्होंने कहा कि उनकी टीम एशियाई चैंपियन्स ट्राफी में पाकिस्तान से हारकर भारतीय सैनिकों को निराश नहीं करना चाहती है। यह टूर्नामेंट 20 से 30 अक्तूबर के बीच मलेशिया के कुआंटन में खेला जाएगा। श्रीजेश ने पीटीआई से साक्षात्कार में कहा, भारत और पाकिस्तान मैच में काफी रोमांच होता है। हम अपनी तरफ से शत-प्रतिशत देंगे। हम हारकर अपने सैनिकों को निराश नहीं करना चाहते विशेषकर तब जबकि वे सीमा पर गोलीबारी में अपनी जान गंवाते हैं। भारत राउंड रोबिन आधार पर होने वाले टूर्नामेंट में 23 अक्तूबर को पाकिस्तान से भिड़ेगा। इस टूर्नामेंट में चोटी की छह टीमें हिस्सा लेंगी। श्रीजेश ने इसके साथ ही कहा कि पाकिस्तान अभी अच्छी हाकी नहीं खेल रहा है लेकिन वे किसी भी दिन चौंकाने वाला प्रदर्शन करने की क्षमता रखते हैं। भारतीय टीम अभी यहां भारतीय खेल प्राधिकरण के केंद्र में अभ्यास कर रही है। भारतीय कप्तान ने कहा, अभी वे काफी बेकार हाकी खेल रहे हैं। मुझे ऐसा लगता है। लेकिन उनका (पाकिस्तान) मानसिक दृष्टिकोण काफी मजबूत है। वे किसी भी समय किसी भी टीम को हरा सकते हैं। यह उनकी विशेषज्ञता है।
रियो ओलंपिक में आठवें स्थान पर रहने के बाद भारतीय खिलाडि़यों को कुछ दिन विश्राम करने का मौका मिला। इसके बाद टीम 18 सितंबर से यहां राष्ट्रीय शिविर में हिस्सा ले रही है। चार सप्ताह का यह शिविर एशियाई चैंपियन्स ट्राफी के लिये लगाया गया है जिसमें भारत को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। इस शिविर में 26 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं जिनमें पूर्व कप्तान सरदार सिंह तथा आकाशदीप सिंह और चिंगलसेना सिंह जैसे खिलाड़ी भी शामिल हैं। श्रीजेश ने कहा, हम पाकिस्तान की तुलना में बेहतर स्थिति में हैं क्योंकि हमने दुनिया की चोटी की टीमों का सामना किया है। दूसरी तरफ पाकिस्तान अपने इतिहास में पहली बार ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने में नाकाम रहा। भारतीय कप्तान ने कहा कि टूर्नामेंट की अन्य टीमों जैसे मलेशिया और कोरिया को हल्के में नहीं लिया जा सकता है क्योंकि उनकी टीमों में काफी सुधार हुआ है। उन्होंने कहा, हम यह नहीं कह सकते कि एशियाई चैंपियन्स ट्राफी में मुकाबले आसान होंगे। कोरियाई अपनी टीम को बेहतर बनाने की प्रक्रिया में हैं। मलेशिया भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ने के लिये प्रयास कर रहा है।
भाषा