महान भारतीय स्पिनर और पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने कहा कि युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ध्रुव जुरेल के पास उन ऊंचाइयों तक पहुंचने की सभी योग्यताएं हैं जो महान कप्तान और विकेटकीपर एमएस धोनी ने अपने करियर में हासिल कीं।
ध्रुव जुरेल ने राजकोट में तीसरे टेस्ट के दौरान अपना टेस्ट डेब्यू किया और 104 गेंदों में 46 रन की बहुमूल्य पारी खेली। भारत ने वह मैच 434 रनों से जीता था। रांची में चौथे टेस्ट के दौरान भी 23 वर्षीय कीपर ने मैच जिताऊ प्रदर्शन किया।
जियोसिनेमा से बात करते हुए कुंबले ने कहा कि ज्यूरेल ने बचाव और आक्रमण दोनों में अपनी तकनीक में संयम दिखाया। उन्होंने कहा, "ध्रुव जुरेल के पास निश्चित रूप से अपने करियर में एमएस (धोनी) जहां तक पहुंचने के लिए सभी योग्यताएं हैं। उन्होंने न केवल डिफेंस के लिए बल्कि आक्रमण करते समय भी अपनी तकनीक का स्वभाव दिखाया है। यहां तक कि उस पहली पारी में भी, वह बहुत आश्वस्त थे।"
कुंबले ने कहा कि जुरेल का ग्लववर्क असाधारण रहा है, खासकर तेज गेंदबाजों के खिलाफ और एकमात्र रास्ता युवा विकेटकीपर के लिए ही है। कुंबले ने कहा, "वह (जुरेल) असाधारण रहा है, खासकर तेज़ गेंदबाज़ों के सामने... वह केवल सुधार करेगा। यह केवल उसका दूसरा टेस्ट है और मुझे यकीन है कि जैसे-जैसे वह अधिक खेलना शुरू करेगा वह और बेहतर होता जाएगा। और यह यह भारत के लिए अच्छा संकेत है।"
चौथे टेस्ट में टीम की जीत में जुरेल का योगदान अहम रहा। पहली पारी में उनकी 90 रनों की पारी और कुलदीप यादव के साथ 76 रनों की साझेदारी ने भारत को मुश्किल स्थिति से बाहर निकाला और इंग्लैंड की बढ़त को सिर्फ 46 रनों तक सीमित कर दिया।
बाद में, दूसरी पारी में उनके 39* रन और शुबमन गिल के साथ साझेदारी ने भारत को जल्दी विकेटों के दबाव से उबरने और 192 रनों के तनावपूर्ण लक्ष्य का पीछा करने में मदद की। उन्होंने अपने दूसरे ही टेस्ट में अपने प्रयासों के लिए 'प्लेयर ऑफ द मैच' अर्जित किया। गौरतलब है कि 7 मार्च से धर्मशाला में खेले जाने वाले पांचवें और अंतिम टेस्ट के दौरान ध्रुव भी एक्शन में होंगे।