पहलगाम आतंकी हमले को लेकर जारी हंगामे के बीच पाकिस्तानी एथलीट अरशद नदीम को भारत आमंत्रित करने को लेकर नीरज चोपड़ा आलोचना झेल रहे हैं। अब ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट ने इस पर चुप्पी तोड़ी है और कहा कि उनके लिए देश और उसके हित सबसे ऊपर हैं।
बता दें कि विवाद तब शुरू हुआ जब नीरज ने अरशद नदीम को 24 मई को बेंगलुरु के कांतीरवा स्टेडियम में होने वाले नीरज चोपड़ा क्लासिक 2025 में भाग लेने का निमंत्रण दिया। सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीरज ने बताया कि उन्होंने अरशद को व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित किया है। लेकिन मंगलवार को हुए पहलगाम आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत के बाद सोशल मीडिया पर उन्हें जमकर आलोचना का सामना करना पड़ा। कुछ लोगों ने नीरज और उनके परिवार पर सवाल उठाए।
बुधवार को नीरज ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक विस्तृत बयान जारी कर कहा, “मैं बहुत कम बोलता हूं, लेकिन जब मेरी देशभक्ति, परिवार की इज्जत और नीयत पर सवाल उठे, तो चुप रहना मुश्किल है। अरशद को दिया गया निमंत्रण सिर्फ एक खिलाड़ी की तरफ से दूसरे खिलाड़ी के लिए सम्मान का प्रतीक था – न इससे ज़्यादा, न इससे कम।”
नीरज ने बताया कि सभी खिलाड़ियों को आमंत्रण हमले से दो दिन पहले ही भेज दिए गए थे। उन्होंने कहा, “इस आयोजन का उद्देश्य भारत में विश्व स्तरीय एथलीट्स को लाना और देश को अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों का केंद्र बनाना था।"
हालांकि, हालात बदलने के बाद नीरज ने अरशद की भागीदारी को “अब पूरी तरह असंभव” बताया और कहा, “मैं पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा हूं। जो कुछ हुआ, उससे मैं भी दुखी और आक्रोशित हूं।”
अपने बयान में नीरज ने इस बात पर दुख जताया कि बिना किसी ठोस वजह के उन्हें और उनके परिवार को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, “हम साधारण लोग हैं, कृपया हमें कुछ और मत बनाइए। मेरी मां ने कभी अरशद को ‘बेटा’ कहा था, तब सबने सराहना की थी। अब वही बात आलोचना का कारण बन गई है।”
बयान के अंत में उन्होंने लिखा, “मैं और मेहनत करूंगा ताकि दुनिया भारत को गर्व, सम्मान और आदर्श के प्रतीक के रूप में देखे। जय हिंद!”