स्टार भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा पेरिस ओलंपिक में रजत पदक जीतने के बाद संभावित सर्जरी के बारे में चिकित्सा सलाह और आगामी डाइमंड लीग प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के बारे में निर्णय लेने के लिए जर्मनी रवाना हो गए हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
एक पारिवारिक सूत्र ने पीटीआई को बताया कि वह जर्मनी के लिए रवाना हो गए हैं और कम से कम एक महीने तक उनके भारत लौटने की संभावना नहीं है। पेरिस में भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के सूत्रों ने भी पुष्टि की कि नीरज जर्मनी के लिए रवाना हो गए हैं।
एक पारिवारिक सूत्र ने पीटीआई को बताया, ‘‘चोपड़ा जर्मनी के लिए रवाना हो गए हैं और वह अगले डेढ़ महीने तक भारत नहीं लौटेंगे।’’
उन्होंने ग्रोइन की चोट के साथ 2023 में विश्व चैंपियनशिप जीती थी। इस साल पेरिस ओलंपिक से पहले उन्होंने एडक्टर मांसपेशियों की समस्या के कारण एक महीने से अधिक का ब्रेक लिया था। छब्बीस वर्षीय नीरज ने अपनी चोट के लिए पहले भी जर्मनी में एक चिकित्सक से सलाह ली थी। ओलंपिक से पहले पिछले महीने उन्होंने जर्मनी के सारब्रुकेन में कुछ समय के लिए ट्रेनिंग भी की थी।
पेरिस ओलंपिक के दौरान नीरज ने 14 सितंबर को बेल्जियम के ब्रुसेल्स में होने वाले डाइमंड लीग फाइनल में खेलने की इच्छा जताई थी। इसके लिए हालांकि उन्हें कम से कम एक डाइमंड लीग प्रतियोगिता में हिस्सा लेना होगा जो 22 अगस्त को लुसाने में और पांच सितंबर को ज्यूरिख में होनी है।
पारिवारिक सूत्र ने कहा, ‘‘उनकी टीम (कोच और फिजियो) उनकी स्थिति के अनुसार तय करेगी कि वह डाइमंड लीग प्रतियोगिता (और डाइमंड लीग फाइनल) में खेलेंगे या नहीं।’’
नीरज ने सिर्फ एक डाइमंड लीग प्रतियोगिता में हिस्सा लिया है जो 10 मई को दोहा में हुई थी। वहां वह चेक गणराज्य के मौजूदा डाइमंड लीग ट्रॉफी विजेता याकूब वाडलेच के बाद दूसरे स्थान पर रहे थे। वर्ष 2022 में डाइमंड लीग ट्रॉफी जीतने वाले नीरज वर्तमान में डाइमंड लीग फाइनल अंक तालिका में सात अंक के साथ संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर हैं।
डाइमंड लीग प्रतियोगिता सीरीज में शीर्ष छह में रहने वाले खिलाड़ी डाइमंड लीग फाइनल में प्रतिस्पर्धा करेंगे। यदि वह लुसाने और ज्यूरिख दोनों में हिस्सा नहीं लेते हैं तो नीरज शीर्ष छह में जगह बनाने से चूक सकते हैं।
ओलंपिक में 89.45 मीटर के सत्र के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ रजत पदक जीतने के बाद नीरज चोपड़ा ने संकेत दिया था कि उन्हें अपनी ग्रोइन की चोट की सर्जरी करानी होगी जो पिछले कुछ वर्षों से उन्हें परेशान कर रही है।
नीरज ने खुलासा किया था कि जब वह भाला फेंक रहे थे तो उनका 60-70 प्रतिशत ध्यान अपनी चोट पर था। उन्होंने कहा कि उनके चिकित्सक ने उन्हें पिछले साल विश्व चैंपियनशिप से पहले सर्जरी कराने के लिए कहा था लेकिन उन्होंने पेरिस ओलंपिक को देखते हुए ऐसा नहीं किया।