भारत के पूर्व बल्लेबाज अंबाती रायुडू का मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी के प्रति चेन्नई सुपर किंग्स के प्रशंसकों का अभूतपूर्व समर्थन धीरे-धीरे हानिकारक जुनून में बदल गया है जो अन्य बल्लेबाजों के लिए अच्छा नहीं है क्योंकि दर्शक केवल अपने ‘थाला’ को बल्लेबाजी करते हुए देखना चाहते हैं।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से 2020 में संन्यास लेने वाले 43 वर्षीय धोनी ने इसके बाद चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी भी छोड़ दी थी। वह आईपीएल में निचले क्रम में बल्लेबाजी के लिए आते हैं और बमुश्किल उन्हें 10 से 15 गेंद ही खेलने को मिलती हैं।
धोनी लंबे समय तक बल्लेबाजी नहीं करते हैं और इसलिए दर्शक उनका बेसब्री से इंतजार करते हैं और जब वह मैदान पर उतरते हैं तो दर्शक अति उत्साहित हो जाते हैं। रायुडू ने कहा कि ऐसा पिछले कुछ वर्षों से हो रहा है तथा टीम के अन्य खिलाड़ियों को इसका एहसास है लेकिन वह इस बारे में खुलकर बात नहीं करते।
रायुडू ने कहा, ‘‘टीम के अंदर भी कई लोगों को इसका एहसास है कि जब अन्य बल्लेबाज बल्लेबाजी के लिए उतरते हैं तो दर्शक चाहते हैं कि वह जल्दी आउट हो जाएं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘‘इसलिए यह काफी अजीब है और ईमानदारी से कहूं तो मुझे नहीं लगता कि यह खेल के लिए अच्छा है। अन्य खिलाड़ी भी अपना सर्वश्रेष्ठ दे रहे हैं और आज वे जिस स्थिति में है उसके लिए उन्होंने भी काफी बलिदान दिया है। जब आपके अपने प्रशंसकों के कारण इस तरह की चीजें होती है तो मुझे लगता है कि इससे बचा जा सकता है।’’
रायुडू ने कहा कि रविंद्र जडेजा जैसे टीम के अन्य प्रमुख सदस्यों को भी दर्शकों का समर्थन मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘चेन्नई सुपर किंग्स ने कोई दूसरा ऐसा खिलाड़ी तैयार नहीं किया जो दर्शकों को अपनी तरफ खींच सके क्योंकि वह हमेशा महेंद्र सिंह धोनी के इर्द-गिर्द घूमती रही है। इससे टीम की ब्रांडिंग को नुकसान पहुंच सकता है। उन्हें इसके लिए निश्चित तौर पर कुछ लीक से हटकर सोचना होगा।’’