हालांकि रोहन बोपन्ना की इस टूर्नामेंट में चुनौती समाप्त हो गई। उन्हें और चीनी ताइपे की उनकी जोड़ीदार युंग जान चान को मिश्रित युगल में उलटफेर का सामना करना पड़ा। लगातार जीत का नया रिकार्ड बना रही सानिया और मार्टिना की जोड़ी ने जूलिया जार्ज और कारोलिना पिल्सकोवा की 13वीं वरीयता प्राप्त जोड़ी को राड लेवर एरेना में केवल 54 मिनट में 6-।, 6-0 से करारी शिकस्त दी और इस तरह से लगातार तीसरे ग्रैंडस्लैम फाइनल में जगह बनाई।
सानिया और मार्टिना की शीर्ष वरीयता प्राप्त जोड़ी फाइनल में आंद्रिया हलावचकोवा और लूसी हार्डेका की चेक गणराज्य की सातवीं वरीयता प्राप्त जोड़ी से भिड़ेगी। सेमीफाइनल में सानिया और मार्टिना ने अपनी प्रतिद्वंद्वी जोड़ी की पहले सेट में दो बार सर्विस तोड़ी। यह सेट 26 मिनट तक चला। इसके बाद दूसरे सेट में तो उन्होंने जर्मनी और चेक गणराज्य की जोड़ी को एक भी गेम नहीं जीतने दिया।
भारत और स्विट्जरलैंड की इस जोड़ी ने 2015 में विंबलडन और यूएस ओपन के अलावा सत्र की आखिरी टूर्नामेंट डब्ल्यूटीए फाइनल्स भी जीता था। इस साल भी उन्होंने अपनी शानदार फार्म जारी रखी है और आज की जीत से उन्होंने अपना अजेय अभियान 35 जीत तक पहुंचा दिया है। इन दोनों ने आस्ट्रेलियाई ओपन से पहले ब्रिस्बेन और सिडनी इंटरनेशनल में लगातार दो खिताब जीते थे।
इससे पहले बोपन्ना और चान की तीसरी वरीय जोड़ी को स्लोवेनिया की आंद्रेजा क्लेपाक और फिलीपीन्स के टीट हुए की गैरवरीय जोड़ी ने सिर्फ 55 मिनट में 6-2 7-5 से हराया। बोपन्ना और चान की जोड़ी ने दूसरे सेट में तीन सहित कुल चार ब्रेक प्वाइंट गंवाए जिससे इस जोड़ी को शिकस्त का सामना करना पड़ा। हालांकि मिश्रित युगल सेमीफाइनल में एक भारतीय खिलाड़ी का खेलना तय है क्योंकि सानिया मिर्जा और लिएंडर पेस कल अपने अपने जोड़ीदारों के साथ क्वार्टर फाइनल में आमने सामने होंगे।
इस बीच जूनियर लड़कियों के वर्ग में करमन कौर थंडी और प्रांजला यादलापल्ली की एकल और युगल वर्ग में शिकस्त के साथ भारतीय चुनौती समाप्त हो गई। एकल में करमन को तीसरे दौर में आस्ट्रेलिया की सारा टोमिच के खिलाफ 6-3 5-7 5-7 से शिकस्त का सामना करना पड़ा जबकि 10वीं वरीय प्रांजला को रूस की अनास्तासिया पोतापोवा के खिलाफ 5-7 5-7 से हार झेलनी पड़ी।
युगल में भी करमन और प्रांजला की पांचवीं वरीय जोड़ी को मेडिसन इंग्लिस और जेमी फोरलिस की आस्ट्रेलियाई जोड़ी के खिलाफ 6-7 5-7 से हार का सामना करना पड़ा।