30 मई से शुरू हो रहे विश्व कप के लिए सभी टीमें अपनी अपनी तैयारियों में लगी हुई है और वार्म अप मैच भी शुरू हो चुके हैं। इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया और भारत को इस बार विश्व कप का दावेदार माना जा रहा है। यह तीनों टीमें कागजों पर भी काफी मजबूत दिख रही है। वहीं इसके अलावा पाकिस्तान को भो इस विश्व कप में छुपा रुस्तम और एक प्रबल दावेदार के रूप में देखा जा रहा है। पाकिस्तान की टीम भी काफी मजबूत दिख रही है। उसका पहला मैच 31 मई को वेस्टइंडीज के खिलाफ है। साथ ही इस विश्व कप का सबसे बहुचर्चित और बहुप्रतीक्षित मुकाबला भारत के खिलाफ 16 जून को होगा।
लगातार 10 वनडे में मिली हार
हालांकि क्रिकेट कागजों पर नहीं मैदान पर खेला जाता है, और क्रिकेट बड़ी अनिश्चितताओं का खेल है यहां कब क्या हो जाए किसी को नहीं पता। पाकिस्तान की टीम जिसे इस बार विश्व कप का दावेदार बताया जा रहा है, उसे बीते दिनों 10 वनडे में हार मिली है। आलम यह है कि विश्व कप के शुरू होने से पहले हुए अभ्यास मैच में अफगानिस्तान के खिलाफ भी उसे हार का मुंह देखना पड़ा।
एकतरफा नही, लड़ कर हारी मैच
पाकिस्तान ने 1992 में विश्व कप का खिताब जीता था। उसके बाद से आज तक टीम कोई विश्व कप नहीं जीत पाई है। इंग्लैंड की सपाट पिचों पर इस बार हाई स्कोरिंग मैच होने की उम्मीद है। पाकिस्तान ने विश्व कप से पहले इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज खेली थी, लेकिन उसे इस सीरीज मे 0-4 से हार झेलनी पड़ी थी। ऐसा नहीं है कि पाकिस्तान ने लड़ाई नहीं करी, पाकिस्तान ने इंग्लैंड के खिलाफ 300 से अधिक का स्कोर किया था। वहीं आफगनिस्तान के खिलाफ भी वो अंत तक लड़ता रहा लेकिन फैसला उसके पक्ष में नहीं आया। वहीं इस सीरिज से पहले ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को 5-0 से हराया था।
गेंदबाजी नही रही प्रभावी
पाकिस्तान की समस्या यह है कि उसके गेंदबाज अभी तक प्रभावी नहीं दिखे है। विश्व कप टीम की घोषणा के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने दो बदलाव भी किए। अनुभवी गेंदबाज वहाब रियाज को टीम में जगह भी मिली है। अब देखना होगा क्या पाकिस्तान इस विश्व कप में फैंस की उम्मीदों पर खड़ा उतरता है या नहीं।
1992 के विश्व कप से पहले भी टीम लय में नहीं थी
पाकिस्तान की मौजूदा टीम, साल 1992 में इमरान खान की अगुआई वाली टीम से प्रेरणा ले सकती है। साल 1992 के विश्व कप से पहले भी टीम लय में नहीं थी। वैसे कोई भी टीम पाकिस्तान को हलके में लेने की भूल नहीं करेगी।
2017 में भारत को हरा बनीं थी चैपिंयन ट्राफी विजेता
साथ ही पाकिस्तान की टीम के बारे में कहा जाता है कि वो अनिश्चितताओं से भरी है, जैसा कि यह खेल भी है। यह टीम पता नही कब क्या कर दे, जिस दिन इसका दिन हो यह किसी भी टीम को मात दे सकती है। इससे पहले भी इस टीम ने कई बड़े उलटफेर किए हैं। इसका उदाहरण है साल 2017 में इंग्लैंड की इन्हीं परिस्थितियों में भारत को हराकर चैपिंयन ट्राफी का खिताब जीतना।
हालांकि इस टीम के साथ एक और तथ्य भी जुड़ा है कि कई बार यह टीम ऐसे मुकाबले भी हार जाती है, जिनमें वह आसानी से जीत सकती हो, या फिर कई बार ऐसी टीमों से हार जाती है जो बहुत ज्यादा मजबूत न हों। जैसे कि इसी विश्व कप की बात करें तो अभ्यास मैच में अफगानिस्तान के खिलाफ भी उसे हार का सामना करना पड़ा।
मजबूत पक्ष
बाबर आज़म ने इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला में एक शतक और तीन अर्धशतक बनाए और शुक्रवार को अफगानिस्तान के खिलाफ वॉर्म-अप मैच में 112 रन बनाए। उनके अलावा, इमाम-उल-हक, फखर जमान और अनुभवी शोएब मलिक, जो मध्यक्रम बल्लेबाजी लाइनअप में मारक क्षमता जोड़ते हैं। बल्लेबाजों के लिए बेहतर स्थिति होने की उम्मीद के साथ, पाकिस्तान इन बल्लेबाजों पर काफी निर्भर रहेगा। साथ ही गेंदबाजी में मोहम्मद आमिर और वहाब रियाज़ को जोड़ी भी अगर चल पड़ी तो किसी भी टीम की बल्लेबाजी को ध्वस्त कर सकती है, हालांकि उनका हालिया प्रदर्शन और फार्म बहुत अच्छी नही रही है।
कमजोर पक्ष
टीम में आक्रमक बल्लेबाजो की कमी है जो लंबी पारी भी खेल सकें और यह इस टीम की एक कमजोरी है, साथ ही 1992 के बाद विश्व कप में इस टीम का इतिहास और निरंतरता में कमी टीम को कमजोर बनाता है। मोहम्मद आमिर और वहाब रियाज़ अगर ना चले तो गेंदबाजी इस टीम के लिए सरदर्द बन सकती है। बात करें वहाब रियाज कि तो उन्होने 2015 के विश्व कप में शेन वॉटसन के खिलाफ एक शानदार गेंदबाजी स्पैल के बाद कोई खास प्रदर्शन नही किया है। बात करें शाहीन अफरीदी ने इंग्लैंड के खिलाफ हालिया श्रृंखला में खेले गए सभी मैचों में 80 से अधिक रन दिए है। तेज गेंदबाजी में इस तरह की अनियंत्रिता पाकिस्तानी टीम को परेशान जरूर कर सकती है। साथ ही यह टीम विश्व कप में आज तक भारत के खिलाफ एक भी मैच नही जीत पाई है, ऐसे में 16 जून को होने वाला मुकाबला चुनौती भरा होगा।
पाकिस्तान की टीम:
सरफराज अहमद(कप्तान और विकेटकीपर), आसिफ अली, बाबर आजम, फखर जमां, हैरिस सोहेल, हसन अली, इमाद वसीम, इमाम-उल-हक, मोहम्मद आमिर, मोहम्मद हफीज, मोहम्मद हसनैन, शादाब खान, शाहीन आफरीदी, शोएब मलिक और वहाब रियाज।