भारत को सिर्फ पुरुष युगल में ही जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा था लेकिन मेजबान देश की मजबूत टीम को दो घंटे और 10 मिनट में चेक गणराज्य की टीम के खिलाफ 5-7, 2-6, 2-6 से शिकस्त झेलनी पड़ी। पिछले 15 साल में डेविस कप युगल में यह पेस की सिर्फ दूसरी हार है। पिछली बार भी पेस को बोपन्ना के साथ मिलकर ही हार का सामना करना पड़ा था और तब इस जोड़ी को उज्बेकिस्तान की जोड़ी ने अपनी सरजमीं पर हराया था।
वर्ष 2000 से घरेलू सरजमीं पर पेस की यह पहली हार है। तब लखनऊ में पेस और सैयद फजलुद्दीन की जोड़ी को लेबनान के अली हमदेह और जिकाम जातिनी के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। पिछले हफ्ते अमेरिकी ओपन का मिश्रित युगल खिताब जीतने वाले पेस बुधवार को ही इस मुकाबले के लिए टीम के साथ जुड़े थे जबकि अन्य खिलाड़ी शानिवार से यहां पहुंचने लगे थे। यहां पहुंचने के बाद पेस को बोपन्ना के साथ अभ्यास के लिए सिर्फ दो अभ्यास सत्र मिले थे।