मेलबर्न। दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने पांच सेट तक चले कड़े मुकाबले में 30 जनवरी को यहां गत चैम्पियन स्टेनिसलास वावरिंका को हराकर आस्ट्रेलियाई ओपन पुरूष एकल के फाइनल में जगह बनाई जहां उनका सामना एंडी मरे से होगा।
सर्बिया के शीर्ष वरीय जोकोविच ने तीन घंटे और 30 निमट चले सेमीफाइनल मुकाबले में 7-6, 3-6, 6-4, 4-6, 6-0 से जीत दर्ज करके फाइनल में प्रवेश किया जहां वह रविवार को तीसरी बार फाइनल में ब्रिटेन के तीसरे वरीय मरे से भिड़ेंगे।
स्विट्जरलैंड के दुनिया के चौथे नंबर के खिलाड़ी वावरिंका के खिलाफ यह जोकोविच का टूर्नामेंट का सबसे कड़ा मुकाबला रहा और उन्होंने पांच बार सर्विस गंवाई।
इन दोनों के बीच यह लगातार चौथा ग्रैंडस्लैम मुकाबला है जो पांच सेट तक खिंचा। इसमें से जोकोविच ने तीन में जीत दर्ज की है। वह पिछले साल आस्ट्रेलिया ओपन के क्वार्टर फाइनल में वावरिंका से हार गए थे।
जोकोविच ने मैच के बाद कहा, ‘‘मैं उस स्तर पर नहीं खेल पाया जिस स्तर पर खेलना चाहता था। मैच में कुछ मौकों पर मैंने वह खेल दिखाया जो मुझे खेलने की जरूरत थी लेकिन बाकी समय मैं काफी रक्षात्मक रहा और उसे बेसलाइन से हावी होने दिया।’’
उन्होेंने कहा, ‘‘उसके पास काफी शाट हैं। एक बार अगर वह रैली पर नियंत्रण कर ले तो उसके खिलाफ खेलना काफी मुश्किल होता है।’’
शीर्ष वरीय जोकोविच के पास अब अपना पांचवां आस्ट्रेलियाई ओपन खिताब जीतने का मौका है। इससे पहले मेलबर्न में उन्होेंने चारों खिताबी मुकाबले जीते हैं और इसमें से दो बार 2011 और 2013 के फाइनल में उन्होंने मरे को ही हराया है।
मरे भी हालांकि 2012 के अमेरिकी ओपन और 2013 के विंबलडन फाइनल में जोकोविच को हराने में सफल रहे हैं जिससे रविवार को होने वाला मुकाबला रोमांचक हो गया है।
जोकोविच ने आज के मैच में 49 सहज गलतियां की जबकि सिर्फ 27 विनर लगाए। वह इसके अलावा अपनी पहली सर्विस में सिर्फ 70 प्रतिशत अंक जुटा पाए लेकिन अहम यह रहा कि उन्होंने सात बार वावरिंका की सर्विस तोड़ी।
मैच के बाद वावरिंका ने भी कहा कि वह भी मानसिक रूप से जूझ रहे थे और अपना सर्वश्रेष्ठ खेल नहीं दिखा पाए।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं खुद से कह रहा था कि उसके खिलाफ खेलना और अंक जीतने के तरीके ढूंढना मुश्किल होगा।’’
वावरिंका ने कहा, ‘‘लेकिन मैं सिर्फ टक्कर देने का प्रयास कर रहा था लेकिन आज मैं उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाया।’’