भारत की स्टार धाविका दुती चंद ने शुक्रवार को रांची में चल रहे 59वीं राष्ट्रीय ओपन एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़कर महिला 100 मीटर स्पर्धा का स्वर्ण पदक अपने नाम किया। दुती ने स्पर्धा के सेमीफाइनल में 11.22 सेकेंड के समय से इस साल अप्रैल में एशियाई चैम्पियनशिप में 11.26 सेकेंड के रिकार्ड को तोड़ दिया। यह नया राष्ट्रीय रिकार्ड है। वह पिछले रिकार्ड में रचिता मिस्त्री के बराबर थी।
ओलंपिक में क्वालीफाई करने से 0.07 सेकंड से चूकी
दो हफ्ते पहले वह दोहा में विश्व चैम्पियनशिप के 100 मीटर सेमीफाइनल में पहुंचने में असफल रही थी। वह अपनी हीट में 11.48 सेकेंड के निराशाजनक समय से सातवें स्थान पर रही थी। उन्होंने शुक्रवार को फाइनल में 11.25 सेकेंड के समय से स्वर्ण पदक अपनी झोली में डाला और अर्चना सुसिंद्रन और हिमाश्री राय को पीछे छोड़ा। बता दें कि ओलंपिक में क्वालीफाई करने के लिए 11.15 सेकंड का समय निर्धारित है और दुती ने 100 मीटर दौड़ के सेमीफाइनल में 11.22 सेकंड का समय निकाला और अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ दिया।
अमिया कुमार मलिक देश के सबसे तेज धावक बने
पुरुष वर्ग के 100 मीटर दौड़ में ओडिशा के ही अमिया कुमार मलिक देश के सबसे तेज धावक बने। पूरे सत्र में अच्छी लय की तलाश में रहे अमिया ने रांची में अपनी लय प्राप्त की और 100 मीटर दौड़ का स्वर्ण 10.46 सेकेंड में पूरा कर जीत लिया। हालांकि मलेशिया के जोनाथन अनक नेप्पा से उन्हें कड़ी टक्कर मिली। अमिया काफी समय से 10.50 सेकेंड से नीचे नहीं आ रहे थे। लेकिन इस जीत से उन्हें राहत मिली होगी। कांस्य पदक के विजेता के लिए फोटो फिनिश कैमरा का सहारा लिया गया। पंजाब के गुरविंदर सिंह ने अपने ही राज्य के हरजीत सिंह को 0.0044 सेकेंड के अंतर से पछाड़ तीसरा स्थान प्राप्त किया।
जाबिर ने 400 मीटर बाधा दौड़ में स्वर्ण जीता
एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआइ) के बैनर तले खेल रहे जाबिर ने 400 मीटर बाधा दौड़ में नए मीट रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पर कब्जा जमाया। जाबिर ने 49.41 सेकेंड का समय निकाल नया मीट रिकॉर्ड बनाया। इससे पहले यह रिकॉर्ड तमिलनाडु के अय्या सैमी धारुन के नाम पर था। उन्होंने पिछले साल 49.67 सेकेंड के साथ रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण जीता था। चोट के उबरने के बाद पहली बार किसी प्रतियोगिता में भाग ले रहे अय्या ने 49.50 सेकेंड के साथ रजत पदक जीता। सर्विसेज से टी संतोष तीसरे स्थान पर रहे।