पिछले नवंबर में जर्मनी के खिलाफ नुमाइशी मैच के दौरान इस स्टेडियम पर आत्मघाती हमला हुआ था। पेरिस में अलग-अलग स्थानों पर हुए आतंकी हमलों में 130 लोग मारे गए थे। फ्रांस ने जर्मनी को हराकर फाइनल में प्रवेश किया है और अब उसकी नजरें 1984 यूरो चैम्पियनशिप और 1998 विश्व कप के बाद अपनी सरजमीं पर तीसरा बड़ा खिताब जीतने पर है। फ्रांस के कोच दिदिएर देसचैम्प्स ने कहा , फ्रांस में खुशी का माहौल है। यह अद्भुत कहानी है। मेरे पास फ्रांस की सारी समस्याओं को सुलझाने की ताकत नहीं है लेकिन हम लोगों को दुखों को भुलाने में मदद कर सकते हैं। फ्रांसीसी स्ट्राइकर अंतोइन ग्रिएजमैन के लिये यह मैच काफी अहम है। चैम्पियंस लीग फाइनल में एटलेटिको मैड्रिड की ओर से रीयाल मैड्रिड के खिलाफ पेनल्टी चूकने वाले ग्रिएजमैन की इस टूर्नामेंट में शुरूआत भी खराब रही थी लेकिन वह टूर्नामेंट के स्टार बनकर उभरे। उन्होंने आयरलैंड, आइसलैंड और जर्मनी के खिलाफ गोल किये। अब तक छह गोल कर चुका यह खिलाड़ी गोल्डन बूट का दावेदार है।
दूसरी ओर रोनाल्डो ने वेल्स के खिलाफ सेमीफाइनल में शानदार गोल करके टीम को 2-0 से जीत दिलाई थी। फरवरी में 31 बरस के होने जा रहे रोनाल्डो को बखूबी इल्म है कि उनके पास देश को पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय खिताब दिलाने का इससे बेहतर मौका नहीं होगा। फ्रांस के खिलाफ वह अभी तक जीत दर्ज नहीं कर सके हैं। पुर्तगाल 1975 से लेकर अब तक फ्रांस से 10 मैच हार चुका है।
एजेंसी