उत्तरी पेरिस के सेंट डेनिस स्थित नेशनल स्टेडियम के बाहर दो बड़े धमाके हुए। फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद भी स्टेडियम में उपस्थित थे। उन्हें जब सेंट्रल पेरिस में गोलीबारी और बातांक्लां कनसर्ट स्थल पर लोगों को बंधक बनाए जाने की सूचना मिली तो वह स्टेडियम से बाहर चले गए। इसके बावजूद स्ताद द फ्रांस में मौजूद 80 हजार दर्शकों में से बहुत कम को बाहर की घटनाओं के बारे में पता चला और उन्होंने दोनों हाफ में ओलिवर गिरोड और आंद्रे पियरे गिगनैक के गोल का पूरा आनंद उठाया।
स्टेडियम के चारों तरफ हालांकि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के कारण आखिरी सीटी बजने के बाद भ्रम की स्थिति पैदा हो गयी। बाहर निकलने के रास्ते सीमित थे और बड़ी संख्या में प्रशंसक मैदान पर पहुंच गए हालांकि उनमें किसी तरह की घबराहट नहीं दिखी। इससे पहले जर्मन टीम को पश्चिम पेरिस स्थित होटल से बम होने की आशंका के कारण दूसरी जगह पर ठहराया गया। इसके बावजूद मैच खेला गया। यह इन दोनों टीमों के बीच पिछले साल जुलाई में रियो डि जनेरिया में विश्व कप क्वार्टर फाइनल के बाद पहला मुकाबला था। उस मैच में जर्मनी ने 1-0 से जीत दर्ज की थी।