आगामी आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 में भाग लेने वाली सभी 10 टीमें पूरी तरह से तैयार हैं। जब भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी अपनी आईपीएल प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में व्यस्त थे, मेजबान इंग्लैंड, पाकिस्तान के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला खेलने में व्यस्त थी, जबकि आयरलैंड, वेस्टइंडीज और बांग्लादेश के साथ एक ट्राइ सीरीज की मेजबानी कर रहा है।
किसी भी टीम का मैच जीतने का सबसे बड़ा जो कारक होता है, वो है उस दिन के खेल में फॉर्म में रहना जो मैच के परिणाम को प्रभावित करता है, पिछले प्रदर्शन और रिकॉर्ड के आधार पर कुछ रुझानों का अनुमान लगाया जा सकता है। टी-20 प्रारूप के विपरीत, जहां क्रिकेट की परिभाषा ही बदल जाती है, आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 बेहतरीन खिलाड़ियों को रोमांचित करेगा क्योंकि लंबा प्रारूप आवेदन और स्वभाव दोनों की मांग करता है।
आउटलुक ने किया 10 टीमों की ताकत और कमजोरियों का विश्लेषण:
भारत
कप्तान-विराट कोहली
दो बार की विश्व विजेता और 2019 संस्करण जीतने के लिए पसंदीदा टीम। विराट कोहली द्वारा नेतृत्व इस टीम को बीच-बीच में एम.एस. धोनी का भी साथ मिलता है, जो सबसे अच्छे फिनिशरों में से एक।
ताकत: बल्लेबाजी में मजबूत शीर्ष क्रम और जसप्रीत बुमराह के नेतृत्व में गेंदबाजी आक्रमण, सीमित ओवरों के क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ 'डेथ' गेंदबाजों में से एक। दो कलाई के स्पिनर अपनी गेंदबाजी से और ताकत जोड़ते हैं।
कमजोरी: शीर्ष तीन बल्लेबाजों पर निर्भरता और एक अनसुलझा नंबर-4 बल्लेबाजी स्पॉट
टीम: विराट कोहली, रोहित शर्मा, शिखर धवन, एम एस धोनी, केदार जाधव, भुवनेश्वर कुमार, हार्दिक पंड्या, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह, मो। शमी, विजय शंकर, दिनेश कार्तिक, के.एल. राहुल, रविंद्र जडेजा।
ऑस्ट्रेलिया
कप्तान-आरोन फिंच
अगर इस टीम की बात करें तो पहले जैसी ताकत और मारक क्षमता अब इस टीम के पास नहीं है। लेकिन कंगारू टीम अभी भी छठी बार कप उठाने के लिए पर्याप्त ताकत के साथ विश्व कप में उतरी है। इस टीम ने इससे पहले पांच बार यह खिताब अपने नाम किया है। किसी भी अन्य टीम ने दो बार से अधिक का खिताब नहीं जीता है।
ताकत: स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर की वापसी टीम को बल्लेबाजी में मजबूती और स्थिरता प्रदान करती है।
कमजोरी: चोट-ग्रस्त गेंदबाज एक बड़ी चिंता है। विशेषज्ञ विकेटकीपर एलेक्स कैरी के लिए कोई बैक-अप नहीं।
न्यूजीलैंड
कप्तान-केन विलियमसन
विश्व कप में हमेशा से अंडरडॉग कहे जाने वाली किवी टीम। 2015 में फाइनलिस्ट, कीवी इंग्लैंड में अपने खिताबी सूखे को समाप्त करने के लिए पूरजोर प्रयास करेंगे, जहां परिस्थितियां भी उनके बल्लेबाजों और गेंदबाजों के अनुरूप होंगी।
ताकत: अपने रन-मशीन कप्तान के नेतृत्व में, कीवी टीम में गुणवत्ता वाले ऑलराउंडर हैं जो अपने मजबूत कंधों पर मैच को आगे बढ़ा सकते हैं।
कमजोरी: कागज पर अपनी ताकत के बावजूद, टीम अक्सर अपनी क्षमता से खेलने में विफल रहती है। टॉप ऑर्डर में अनिरंतरता इस टीम की सबसे बड़ी कमजोरी है।
इंग्लैंड
कप्तान-इयोन मॉर्गन
नंबर एक एकदिवसीय टीम, तीन बार फाइनल हार के जख्म को खत्म करने की कोशिश करेगी और आखिरकार क्रिकेट के जन्मस्थान में कप को लाएगी।
ताकत: टीम में जोस बटलर, जो रूट और बेन स्टोक्स जैसे पावर-हिटर्स हैं जो इसे दुनिया कि सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी क्रम में से एक बनाती है। एक बेहतरीन तेज गेंदबाजी आक्रमण जिसे मोइन अली और आदिल रशीद की स्पिन का सर्मथन मिलेगा।
कमजोरी: उम्मीदों का वजन बहुत भारी साबित हो सकता है और उनके अभियान को बर्बाद कर सकता है।
बांग्लादेश
कप्तान-मशरफे मुर्तज़ा
पिछले कुछ वर्षों में विश्व क्रिकेट में बांग्लादेश के कद में काफी बढ़ोतरी हुई है। इस टीम में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का एक समूह है जो किसी भी टीम के खिलाफ मैच का रूख बदल सकते हैं।
ताकत: कई युद्ध-कठोर दिग्गजों का अनुभव जो युवाओं के उत्साह को बढ़ाता है। साथ ही ऐसे ऑलराउंडर इस टीम को संतुलन देते हैं, जिन्होने ऑस्ट्रेलिया को वैश्विक आयोजन में एक बड़ा झटका दिया था।
कमजोरी: विशेषज्ञ कलाई के स्पिनरों की अनुपस्थिति में गेंदबाजी आक्रमण में बाधा है। उनकी प्रतिभा के बावजूद, बल्लेबाजी लाइन-अप नाजुक है, खासकर गुणवत्ता तेज गेंदबाजी के खिलाफ।
दक्षिण अफ्रीका
कप्तान-फाफ डु प्लेसिस
प्रोटिइज टीम के साथ जीत की स्थिति से मैच हारने के लिए कभी-कभी चोकर्स का नाम जोड़ा जाता है, जिसमें उनकी कोई गलती भी नहीं होती। यह पक्ष अपने पुराने रिकॉर्ड को सही करने के टूर्नामेंट में उतरेगा।
ताकत: दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आक्रमणों में से एक और यदि डेल स्टेन या कगिसो रबाडा की गति कम रहती है, तो शानदार कलाई के जादूगर इमरान ताहिर के स्पिन से बचना मुश्किल होगा।
कमजोरी: बल्लेबाजी में एबी डिविलियर्स की अनुपस्थिति टीम के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है। अविश्वसनीय बल्लेबाजी उनकी सबसे कमजोर कड़ी हो सकती है।
श्रीलंका
कप्तान-दिमुथ करुणारत्ने
1996 में चैंपियंस और हाल तक एक मजबूत टीम, लंकाई टीम आज अपने सबसे निचले स्तर पर है। एक नए कप्तान के नेतृत्व में, टीम खुद को ऊपर खींचने के लिए इतिहास पर ध्यान देगी। साथ ही लसिथ मलिंगा भी अपनी घातक यॉर्कर से आग उगलेंगे।
ताकत: मलिंगा अपने दम पर या दो मैच जीता सकते हैं, तो वहीं युवा स्पिनर अकिला धनंजया भी एक घातक स्पिन गेंदबाजी कर सकते हैं।
कमजोरी: टीम पूरी तरह से अव्यवस्थित है, बल्लेबाजी नाजुक है, एंजेलो मैथ्यूज जैसे स्टार खिलाड़ी भी अपनी फार्म से जूझ रहे हैं।
वेस्ट इंडीज
कप्तान-जेसन होल्डर
पहले दो विश्व कप के विजेता, वेस्टइंडीज एक लंबे समय के बाद अपने खोए हुए तिलिस्म को फिर से खोज रहे हैं। करिश्माई जेसन होल्डर के नेतृत्व में, जिन्होंने टीम में आत्मविश्वास वापस लाया है, अब एक नए जोश के साथ विश्व कप में उतरेगी।
ताकत: आंद्रे रसेल जैसे शक्तिशाली और निडर बल्लेबाज और घातक तेज गेंदबाजी, विंडीज के पास कप जीतने के लिए सभी हथियार हैं।
कमजोरी: सबसे बड़ी समस्या स्वभाव की है। टीम दबाव की स्थिति में गिर जाती है।
पाकिस्तान
कप्तान-सरफराज अहमद
यदि कुछ भी पाकिस्तान क्रिकेट को परिभाषित करता है, तो वह है अप्रत्याशिता। 1992 के चैंपियन अपने दिन किसी भी टीम को हराने में सक्षम हैं, जो कि 2017 चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के खिलाफ उसकी जीत भी साबित करती है।
ताकत: एक ठोस मध्य क्रम जो रोमांचक प्रतिभा वाले फखर ज़मान के इर्द-गिर्द घूमता है। बेहतरीन पेसर के साथ एक अच्छा गेंदबाजी आक्रमण।
कमजोरी: पावर-हिटर्स बल्लेबाजों की कमी जो एक लंबी पारी खेल सकते हैं। आत्म-विनाश का इतिहास।
अफ़ग़ानिस्तान
कप्तान-गुलबदीन नायब
सबसे बेहतर टीम जो अंडरडॉग के रूप में विश्व कप में प्रवेश करने के बावजूद वास्तव में चमत्कार का सपना देख सकती है।
ताकत: स्पिन उनकी सबसे बड़ी ताकत है। जादूई रशीद खान और मोहम्मद नबी के नेतृत्व में, उनके पास विश्व क्रिकेट के कुछ बेहतरीन खिलाड़ी हैं।
कमजोरी: अफगानिस्तान के लिए बल्लेबाजी चिंता का विषय है। नए कप्तान गुलबदीन नाइब को अपनी सूक्ष्मता साबित करनी बाकी है और विश्व कप प्रयोग के लिए सही जगह नहीं हो सकता है।