पुरुष एकल वर्ग के सेमीफाइनल में साई प्रणीत के हारते ही जापान ओपन 2019 से भारतीय चुनौती समाप्त हो गई। शनिवार को वर्ल्ड नंबर एक केंटो मोमोता ने उन्हें 18-21, 12-21 से हराया। यह मुकाबला 45 मिनट तक चला। स्टार शटलर पीवी सिंधु और एचएस प्रणॉय पहले ही हारकर बाहर हो गए थे।
टॉमी सुगियार्तो से जीतकर सेमीफाइनल में पहुंचे थे
क्वॉर्टरफाइनल में प्रणीत ने इंडोनेशिया के टॉमी सुगियार्तो को हराया था। मोमोता के खिलाफ भारतीय खिलाड़ी की शुरुआत अच्छी रही और उन्होंने 3-1 की बढ़त बना ली। हालांकि, मोमोता ने वापसी की और 11-8 से आगे हो गए।
कुछ ऐसा रहा मुकाबला
प्रणीत ने अपने खेल को बेहतर करने का प्रयास किया, लेकिन वह वापसी करने में कामयाब नहीं हो पाए और 23 मिनट में गेम हारकर मुकाबले में पिछड़ गए। दूसरे गेम में भी प्रणीत शुरुआत में 9-6 से आगे थे, लेकिन टॉप सीड जापानी खिलाड़ी ने वापसी की और 12-9 की बढ़त बना ली। मोमोता ने इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा और 22 मिनट में गेम जीतते हुए फाइनल में जगह बना ली।
बराबर हुआ रिकॉर्ड
अब प्रणीत का केंतो मोमोता के खिलाफ जीत-हार का रिकॉर्ड 2-2 से बराबर हो गया है। इससे पहले वर्ल्ड चैंपियनशिप-2018 में भी मोमोता ने प्रणीत को सीधे गेमों में मात दी थी। साल 2013 में इंडोनेशिया ओपन और इंडिया ओपन में प्रणीत ने मोमोता को हराया था।
ऐसे बाहर हुई थी सिंधु
विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता भारतीय शटलर पीवी सिंधु, यामागुची से हारकर पहले ही बाहर हो गई थी। यामागुची ने 21-18, 21-15 से सिंधु को हराया। इसी के साथ उनका इस साल का पहला खिताब जीतने का सपना अधूरा ही रह गया। महिला एकल क्वॉर्टर फाइनल में सिंधु पहले गेम में एक बार 11-7 से आगे थीं, लेकिन यामागुची ने पहला गेम 21-18 से जीतने के बाद दूसरा गेम 21-15 से अपने नाम किया। यह सिंधु की यामागुची के हाथों 16 मुकाबलों में छठी हार थी। यह सिंधु-यामागुची की छह दिन में दूसरी भिड़ंत थी। इसके पहले पिछले रविवार को इंडोनेशिया ओपन के फाइनल में भी सिंधु को 22 वर्षीय यामागुची के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।