दुनिया के पूर्व नंबर तीन खिलाड़ी श्रीकांत ने दुनिया के 26वें नंबर के खिलाड़ी एंथोनी सिनीसुका गिंटिंग पर 21-13, 21-14 से जीत दर्ज कर अपने करियर में तीसरे सुपर सीरीज फाइनल में प्रवेश किया।
एक अन्य सेमीफाइनल में प्रणीत ने पूरे दबदबे के साथ खेलते हुए कोरिया के ली डोंग कियुन को आसानी से 38 मिनट में पराजित किया। प्रणीत ने अपनी शानदार फार्म जारी रखी और एकतरफा सेमीफाइनल में कोरियाई मास्टर ग्रां प्री गोल्ड के विजेता ली को 21-6, 21-8 से हराया।
यह पहला अवसर है जबकि प्रणीत ने किसी सुपर सीरीज के फाइनल में जगह बनायी। वह जनवरी में सैयद मोदी ग्रां प्री गोल्ड के भी फाइनल में पहुंचे थे। पिछले साल कनाडा ओपन जीतने वाला यह 24 वर्षीय हैदराबादी खिलाड़ी बेहतर रणनीति के साथ कोर्ट पर उतरा उन्होंने इस पर पूरी तरह से अमल किया। उन्होंने पहले गेम में अपने प्रतिद्वंद्वी को थोड़ा भी मौका नहीं दिया।
प्रणीत ने दूसरे गेम में भी अपना दबदबा बनाये रखा और जल्द ही 9-1 से बढ़त बना ली। कोरियाई खिलाड़ी ने बीच में उनकी यह बढ़त 4-10 से कम की लेकिन ब्रेक तक प्रणीत 11-4 से आगे थे। इसके बाद उन्होंने आसानी से यह गेम और मैच अपने नाम किया।
इसके बाद श्रीकांत ने फिर दिखा दिया कि उन्हें इस समय भारतीय बैडमिंटन खिलाडि़यों में सर्वश्रेष्ठ क्यों माना जाता है। उन्होंने शुरूआती गेम में 4-9 से पिछड़ने के बाद वापसी की और मुड़कर नहीं देखा।
दिलचस्प बात है कि प्रणीत का अपने इस हमवतन खिलाड़ी के खिलाफ जीत का रिकार्ड 4-। का है जिसने 2014 चाइना सुपर सीरीज प्रीमियर और 2015 इंडिया सुपर सीरीज जीतने के अलावा रियो ओलंपिक के भी क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया था।
भाषा