आडवाणी ने जो मुकाबला जीता उसका फाइनल उतार-चढ़ाव वाला रहा। दोनों खिलाड़ियों ने हर दूसरे फ्रेम में वापसी करके मुकाबले को रोमांचक बना दिया लेकिन आखिर में आडवाणी ने बाजी मारी। सेमीफाइनल में हमवतन आदित्य मेहता को 6-1 से हराने के बाद आडवाणी ने फाइनल में अच्छी शुरूआत की और पहला फ्रेम 39-4 से जीता लेकिन वह दूसरा फ्रेम 6-51 से हार गए। हार और जीत का यह क्रम आगे भी चलता रहा। आडवाणी ने तीसरा फ्रेम 40-14 जीता लेकिन चौथा फ्रेम 0-37 से गंवा बैठे।
पांचवें और छठे फ्रेम में पूरी तरह से 30 वर्षीय आडवाणी का दबदबा रहा जिन्होंने इनमें क्रमश: 41-7 और 44-8 से जीत हासिल की। छह फ्रेम के बाद यह भारतीय 4-2 से बढ़त पर था, लेकिन कीन हो मो ने सातवां फ्रेम 38-21 से जीतकर अच्छी वापसी की। आडवाणी ने आठवां फ्रेम 45-24 से जीतकर फिर से अपनी बढ़त मजबूत कर दी।
नौंवा फ्रेम मलेशियाई खिलाड़ी के नाम रहा और तब मैच बेहद करीबी अंत की तरफ बढ़ रहा था क्योंकि आडवाणी को केवल एक फ्रेम की बढ़त हासिल थी। भारतीय स्टार ने हालांकि दसवां फ्रेम 45-36 से जीतकर अपनी बढ़त दो फ्रेम की कर दी। मलेशियाई खिलाड़ी ने 11वां फ्रेम 38-15 से जीतकर फिर से मैच को करीबी बना दिया लेकिन आडवाणी ने अगला फ्रेम 53-24 से जीता और इसके साथ ही खिताब भी अपने नाम किया।
आडवाणी का यह वर्ष का पहला खिताब है। उन्होंने कहा, यह मेरा एशियाई स्नूकर चैंपियनशिप में पहला व्यक्तिगत खिताब है इसलिए मैं बहुत खुश हूं। मैं पिछले महीने 15-रेड एशियाई स्नूकर खिताब से चूक गया था इसलिए मैंने यहां उसकी भरपाई कर दी। मैंने इसी वर्ष विश्व सिक्स-रेड खिताब जीता है और अब उसी वर्ष में इस खिताब जीतने से वास्तव में मेरी खुशी का ठिकाना नहीं है।