गोयनका बीसीसीआई को हर साल 10 करोड़ रुपये देंगे जबकि इंटेक्स मोबाइल दो साल के करार के लिए 16 करोड़ रुपये देगा। बोर्ड सचिव अनुराग ठाकुर ने आईपीएल संचालन परिषद की बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, ‘वे बीसीसीआई से एक पैसा भी नहीं लेंगे बल्कि बोर्ड को पैसा देंगे।’
दोनों टीमों को रिवर्स नीलामी प्रक्रिया के तहत बेचा गया जिसमें बेसप्राइज 40 करोड़ रुपये था और बोली लगाने वाले को उससे कम रकम की बोली लगानी थी। सबसे कम बोली लगाने वाले को टीम दी गई। चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रायल्स के कुछ अधिकारियों और टीम मालिकों के 2013 स्पाट फिक्सिंग मामले में शामिल होने के कारण उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त जस्टिस (रिटायर्ड) आर एम लोढा समिति की जांच के बाद दोनों टीमों को निलंबित कर दिया गया था। निलंबन की अवधि पूरी होने के बाद दोनों टीमें लीग में वापसी कर सकेंगी।
अंतरिम टीमें अपने हिस्से के खिलाडि़यों को लेने के लिए पहले एक ड्राफ्ट में हिस्सा लेंगी। चेन्नई और रायल्स के खिलाडि़यों को दो समूहों में बांटा जाएगा और शीर्ष खिलाडि़यों की बिक्री ड्राफ्ट के जरिये होगी। दोनों नई टीमों के पास खिलाडि़यों को खरीदने के लिये न्यूनतम 40 करोड़ और अधिकतम 66 करोड़ रुपये होंगे।
बोली लगाने वाले अन्य समूहों में आरपीजी प्रोपर्टीज के हर्ष गोयनका, एक्सिस क्लिनिकल और चेट्टीनाड सीमेंट हैं जिनकी बोली कामयाब रहे इन दोनों समूहों से ज्यादा थी।