सुशील अब तक 66 किलोग्राम वर्ग में कुश्ती खेलते आए हैं। इसी वर्ग के तहत उन्हें आेलंपिक का कोटा भी हासिल है। इधर कुछ समय से सुशील का वजन बढ़कर 74 किलाेग्राम हो गया है। इस वजह से सुशील इस बार ओलंपिक में इस वर्ग से लड़ना चाहते हैं। मुश्किल यह है कि 74 किलोग्राम वर्ग में ओलंपिक के लिए कोटा एक और पहलवान नरसिंह यादव को हासिल है। यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने भी इसी को ध्यान में रखते हुए रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया को 74 किलोग्राम वर्ग में जो लिस्ट भेजी है, उसमें नरसिंह का नाम है जबकि सुशील का नाम नहीं है। नियमों के मुताबिक सुशील का नाम आखिर कैसे होगा। जब उन्हें पहले से ही 66 किलोग्राम वर्ग के तहत कोटा हासिल है। याद हो यह वहीं नरसिंह हैं जिन्हाेंने वर्ल्ड रेसलिंग चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीत कर देश का नाम रौशन किया था। इस चैम्पियनशिप में नरसिंह ने ही भारत की नाक बचाई थी। सारे पहलवान हार गए थे। नरसिंह ने यहां लंदन ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट को हराया था। कुश्ती के विशेषज्ञाें ने कहा कि कायदे से सुशील कुमार को नरसिंह के रास्ते में नहीं आना चाहिए। अनुशासन की दृष्टि से यह गलत होगा कि ट्रायल होI कुश्ती संघ ने सूची के बाद सुशील को शामिल नहीं किया, यह एक प्रकार से ठीक ही कियाI
रियो ओलंपिक : सुशील ने नरसिंह के साथ चाहा दंगल, मोदी को लिखा खत
इस बार पहलवान सुशील कुमार ने रियो ओलंपिक में 74 किलोग्राम वर्ग में कुश्ती के दांवपेंच आजमाने की चाहत रखे हुए हैं। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। सुशील ने पीएम से मिलने के लिए समय भी मांगा है। सुशील का कहना है कि 74 किलोग्राम वर्ग में उनके और नरसिंह के बीच कुश्ती हो जाए। जो जीतेगा वह ओलंपिक में इस वर्ग में खेलने जाए।

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