रोलां गैरां के फाइनल में वावरिंका के हाथों जोकोविच की यह तीसरी हार थी। सन 2015 में खेले गए 44 मैचों में मिली इस तीसरी हार से लगातार 28 मैच जीतने का और अपने कॅरिअर स्लैम पूरा करने वाले आठवां खिलाड़ी बनने का जोकोविच का सपना टूट गया। जोकोविच के कॅरिअर का यह 16वां ग्रैंडस्लैम फाइनल था। वहीं वावरिंका ने इससे पहले सन 2014 में ऑस्ट्रेलियाई ओपन का पहला ग्रैंड स्लैम जीता था।
वावरिंका ने इस जीत के बाद कहा, ‘मैंने अपने जीवन का मैच खेला और वाकई मुझे इस जीत पर यकीन नहीं हो रहा है। नोवाक से मुकाबला करना सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। मैं जानता हूं कि इस रोलां गैरां से उन्हें कितना लगाव रहा है।’ नौ बार के चैंपियन राफेल नडाल और ब्रिटेन के तीसरी वरीयता प्राप्त एंडी मरे को हराकर फाइनल तक पहुंचने वाले जोकोविच ने कहा, ‘इस दो हफ्ते तक बहुत रोमांचक माहौल बना रहा। मैं आप सबका आभार व्यक्त करता हूं। स्टान, उसकी टीम और उसके परिजनों को बधाई। फिलहाल मेरे लिए कुछ बोलना मुश्किल है लेकिन जीवन में कुछ चीजें आपकी जीत से भी ज्यादा महत्वपूर्ण होती हैं, वह है सम्मान। स्टान के लिए मेरे दिल बड़ा सम्मान है। बह बड़े दिलवाला महान चैंपियन है और इसलिए इस खिताब का हकदार है।’