कुछ मामलों में यह टूर्नामेंट खास होगा तो कुछ मायूसी भी होगी। खास इसलिए कि बहुत से नए खिलाड़ी ग्रास कोर्ट पर अपनी प्रतिभा दिखाने की कोशिश करेंगे। जबकि सेरेना विलियम्स के पॉवर शॉट्स और मारिया शारापोवा का ग्लैमर इस बार नहीं दिख्ाेगा।
विंबलडन की शुरुआत 1877 में हुई थी। साउथ वेस्ट लंदन स्थित ऑल इंग्लैंड क्लब ने यह टूर्नामेंट शुरू किया था। ग्रास कोर्ट के सबसे बड़े टूर्नामेंट की प्रतिष्ठा इसी बात से आंकी जा सकती है कि मैच देखने के लिए दर्शक दीर्घा में बड़ी-बड़ी हस्तियां आती हैं। ब्रिटिश राज परिवार के सदस्यों से लेकर हॉलीवुड कलाकारों तक यहां देखे जा सकते हैं। भारत से सचिन तेंदुलकर भी विंबलडन में मैच देखने जा चुके हैं।
इस मौके पर गूगल ने भी अपना विशेष डूडल बनाया है। खास डूडल में ग्रास टेनिस कोर्ट में दोनों तरफ रैकेट हैं। एनिमेटेड रेकेट टेनिस खेल रहे हैं और गूगल अल्फाबेट दर्शक के रूप में हैं। एल अल्फाबेट रेफरी के तौर पर है।