गुरूवार को भारतीय महिला मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम ने वुमेंस वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में नॉर्थ कोरिया की किम ह्यंग मी को 5-0 से हराया। इस जीत के साथ भारतीय मुक्केबाज इस टुर्नामेंट के फाइनल में पहुंच गई हैं। महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में जगह पक्की कर ली है और इसी के साथ वह इतिहास रचने से सिर्फ एक कदम दूर हैं।
मैरी कॉम का ये सातवां पदक होगा
मैरी का यह 7वां पदक होगा। उनके छह पदकों में पांच गोल्ड और एक सिल्वर है। मैग्निफिसेंट मैरी के नाम से मशहूर मणिपुर की मुक्केबाज अगर शनिवार को गोल्ड जीतने में कामयाब होती हैं, तो वो क्यूबा के फेलिक्स सैवॉन की बराबरी कर लेंगी। अब भारतीय स्टार महिला मुक्केबाज मैरी कॉम का अगला मुकाबला फाइनल में शनिवार को यूक्रेन के हना ओखोटा से होगा।
पुरुष वर्ग में क्यूबाई मुक्केबाज वर्ल्ड चैंपियनशिप के इतिहास में सबसे कामयाब है। सैवॉन ने तीन ओलिंपिक गोल्ड भी जीते हैं। उसके अलावा वर्ल्ड चैंपियनशिप के हैवीवेट वर्ग में 1986 से 1989 के बीच छह गोल्ड और एक सिल्वर जीते थे।
चीन की यू वू को क्वार्टरफाइनल में 5-0 से मात दी थी
इससे पहले इस स्टार महिला मुक्केबाज ने विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के 48 किलोग्राम भार वर्ग में चीन की यू वू महिला मुक्केबाज को क्वार्टरफाइनल में 5-0 से मात दी थी।
2012 लंदन ओलंपिक में मैरीकॉम ने ब्रॉन्ज मेडल जीता
गौरतलब है कि 2012 लंदन ओलंपिक में मैरीकॉम ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है। फिलहाल मैरीकॉम आयरलैंड की कैटी टेलर के साथ सर्वाधिक गोल्ड मेडल जीतने पर संयुक्त रूप से पहले स्थान पर हैं। यूक्रेन के हना ओखोटा से होगा।
मैरी कॉम के लिए ये साल बेहतरीन
मैरी कॉम के लिए ये साल अच्छा रहा है। उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था। उसके अलावा इंडिया ओपन और पोलैंड में हुए इंटरनेशनल टूर्नामेंट में भी गोल्ड जीता था। टूर्नामेंट में पहला बाउट जीतने के बाद मैरी ने कहा था, ‘देश और फैन्स को गोल्ड चाहिए और मैं भी इसी की कोशिश कर रही हूं। लेकिन बॉक्सिंग बाउट में कुछ भी हो सकता है।’