खेल का भी प्रभार संभाल रहे बादल ने कहा कि उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब के अपमान की हालिया घटनाओं को देखते हुए कबड्डी कप रद्द करने का आपात फैसला लिया। उन्होंने कहा, ‘कबड्डी पंजाबियों की भावनाओं की द्योजक है। जब पूरा सिख समुदाय गुरु ग्रंथ साहिब के अपमान से आहत है, ऐसे में यह टूर्नामेंट कराना सही नहीं है।’
उन्होंने कहा, ‘मेरी भावनाएं भी आहत हुई हैं और मेरी अंतरात्मा मुझे ऐसे समय में टूर्नामेंट कराने की अनुमति नहीं दे रही, जब भारत और दुनिया भर में सिख समुदाय इन घटनाओं से गमगीन है। गुरु ग्रंथ साहिब के अपमान की सिलसिलेवार घटनाओं के बाद पंजाब भर में विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है।’