बल्लेबाजों ने स्कोर बोर्ड पर 302 रन का विशाल स्कोर टांगते हुए बांग्लादेश पर ऐसा जबर्दस्त मनोवैज्ञानिक दबाव बनाया कि लक्ष्य का पीछा करते हुए पूरी टीम 45 ओवरों में ही 193 रन पर ढेर हो गई। इसके साथ ही भारत ने विश्व कप-2007 के मुकाबले से बाहर करने वाले बांग्लादेश काे धूल चटाते हुए औकात दिखा दी है।
भारतीय खिलाड़ियों ने टीम भावना के साथ प्रदर्शन करते हुए पहले रोहित शर्मा के शतक और सुरेश रैना की शानदार 65 रनों की पारी की बदौलत 302 रनों का पहाड़ खड़ा किया। अब बारी गेंदबाजों की थी और उन्होंने भी इस विजय अभियान में अपने शत-प्रदर्शन के साथ बांग्लादेश की पूरी पारी 193 रन पर ही समेटने का दमखम दिखा दिया। इनमें उमेश यादव का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ रहा और उन्होंने 9 ओवर में सिर्फ 31 रन देकर चार विकेट झटक लिए। मोहम्मद शमी ने भी 4.62 की दर से रन खर्च करते हुए दो विकेट अपने नाम किए। उमेश यादव ने बांग्लादेश के ताबड़तोड़ सलामी बल्लेबाज तमीम इकबाल (25) को सस्ते में निपटाया। दूसरे छोर पर खड़े इमरूल कायस (5) अगली ही गेंद पर रन चुराने के फेर में चलते बने। शमी ने सौम्या सरकार (29) और धाकड़ बल्लेबाज महमूदुल्ला (21) के बहुमूल्य विकेट लेकर बांग्लादेश की कमर ही तोड़ डाली। भारतीय गेंदबाजों ने बांग्लादेश के किसी भी बल्लेबाज को अर्द्धशतक बनाने की स्थिति में भी नहीं छोड़ा। टीम की ओर से सर्वाधिक 35 रन नसीर हुसैन ने बनाया जिन्हें रवींद्र जडेजा ने अश्विन के हाथों कैच आउट किया। जडेजा के खाते में दो विकेट तथा मोहित शर्मा के खाते में एक विकेट आया।
इससे पहले भारतीय टीम ने 50 ओवर में छह विकेट के नुकसान पर 302 रन बनाए। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का महेंद्र सिंह धोनी का फैसला मैच के पहले हिस्से में गलत होता नजर आया जब महज 115 रन बनाते-बनाते भारत ने शिखर धवन, विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे जैसे तीन धुरंधर बल्लेबाज खो दिए। हालांकि एक छोड़ पर रोहित शर्मा और दूसरे पर सुरेश रैना ने इसके बाद कमान संभाली। रोहित ने इस विश्व कप का अपना पहला शतक बनाया और 126 गेंदों में 137 रनों की शानदार पारी खेली। रैना ने महज 57 गेंदों पर 65 रन बना डाले। इन दोनों ने सफलतापूर्वक भारत का स्कोर 44वें ओवर में 237 रन पहुंचा दिया। इसके बाद बांग्लादेशी गेंदबाजों की बखिया उधेड़ने का काम रोहित ने जारी रखा और अगले तीन ओवर में भारत ने 36 रन और जोड़ दिए। रोहित शर्मा 273 के स्कोर पर पवेलियन लौटे। इसके बाद धोनी के साथ मिलकर रविंद्र जडेजा ने मोर्चा संभाला और जडेजा ने सिर्फ 10 गेंदों पर 23 रनों की तूफानी पारी खेली। धोनी छह रन बनाकर 296 के स्कोर पर आउट हुए। बांग्लादेश की ओर से तस्किन अहमद ने तीन विकेट लिए।