आईपीएल के मैच जितने शानदार होते हैं, उतना ही रोमांचक इसका ऑक्शन होता है। आईपीएल 2022 के लिए खिलाड़ियों की नीलामी शुरू हो गई है। 10 नए खिलाड़ियों के ऑक्शन पूल में जोड़े जाने के बाद, बोली लगने वाले खिलाड़ियों की संख्या अब 600 हो गई है। जबकि, इससे पहले 590 खिलाड़ियों पर बोली लगनी थी। इस बार के ऑक्शन में सभी टीमों की नजर होगी कि कैसे आने वाले सालों के लिए अपनी कोर टीम को मजबूत किया जाए।
इस बार की मौजूदा आठ फ्रेंचाइजियों को अधिकतम चार खिलाड़ियों को रिटेन करनी की अनुमति थी और वही दो नई टीमें, लखनऊ सुपर जाइंट्स और गुजरात टाइटंस हैं ने अपने ड्राफ्ट से 3 खिलाड़ियों को चुना है। आपको बता दें कि इस बार नीलामी में लगभग 220 विदेशी खिलाड़ी शामिल हैं, हालांकि, क्रिस गेल, बेन स्टोक्स, जोफ्रा आर्चर, जो रूट और मिचेल स्टार्क जैसे प्लेयर खिलाड़ी ने इस बार आईपीएल में हिस्सा नहीं होंगे।
किस टीम ने किसको किया है रिटेन...
राजस्थान रॉयल्स- संजू सैमसन, ओपनर यशस्वी जायसवाल और विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलरस
कोलकाता नाइट राइडर्स- वरुण चक्रवर्ती, वेंकटेश अय्यर, आंद्रे रसेल और सुनील नरेन
दिल्ली कैपिटल्स- रिषभ पंत, अक्षर पटेल, पृथ्वी शा और एनरिक नोर्खिया
चेन्नई सुपर किंग्स- महेंद्र सिंह धौनी, रवींद्र जडेजा, रितुराज गायकवाड़ और मोइन अली
सनराइजर्स हैदराबाद- केन विलियमसन, अब्दुल समद और उमरान मलिक हैं
पंजाब किंग्स- मयंक अग्रवाल और अर्शदीप सिंह
मुम्बई इंडियंस- रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह, सूर्यकुमार यादव और किरोन पोलार्ड
रायल चैलेंजर्स बैंगलोर- विराट कोहली, मोहम्मद सिराज और ग्लेन मैक्सवेल
गौरतलब है की आईपीएल के ऑक्शन का प्रोसेस मजेदार होता है। नीलामी के दौरान ऑक्शनर लिस्ट के मुताबिक, खिलाड़ियों की बेस प्राइस फ्रेंचाइजी को बताया जाता है, फिर फ्रेंचाइजी पैडल उठाकर बोली लगाना शुरू करती हैं। एक खिलाड़ी पर कई फ्रेंचाइजी बोली लगा सकते हैं। अंत में उस खिलाड़ी पर जो फ्रेंचाइजी सबसे बड़ी बोली लगाएगी, खिलाड़ी उस टीम का हो जाता है।
अगर किसी प्लेयर के लिए फ्रेंचाइजी पैडल उठा कर बोली नहीं लगाती है तो वो 'अनसोल्ड' माना जाता है। यानि जिसे कोई खरीदार न मिला हो। हालांकि, दिन की नीलामी समाप्त होने के बाद 'अनसोल्ड' खिलाड़ियों की क़िस्त फ्रेंचाइजी को देकर उनका नाम फिर से पुकारा जाता है। आपको बता दें कि आईपीएल 2022 में एक फ्रेंचाइजी का सैलरी पर्स 90 करोड़ है।
एक टीम ज्यादा से ज्यादा 25 खिलाड़ियों को ही खरीद सकती है, जिसमें विदेशी खिलाड़ी रखने की अधिकतम सीमा 8 है। वहीं, जब टीमें जब मैच खेलने उतरती हैं तो वो प्लेयिंग-11 में मात्र 4 विदेशी खिलाड़ियों को ही शामिल कर सकती हैं।