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प्रधानमंत्री की विकसित भारत की संकल्पना साकार करने में गुजरात को फ्यूचरिस्टिक टेक्नोलॉजी के अधिकतम विनियोग के साथ अग्रसर रखने का लक्ष्य: मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल

गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने विकसित भारत की प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की...
प्रधानमंत्री की विकसित भारत की संकल्पना साकार करने में गुजरात को फ्यूचरिस्टिक टेक्नोलॉजी के अधिकतम विनियोग के साथ अग्रसर रखने का लक्ष्य: मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल

गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने विकसित भारत की प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की संकल्पना साकार करने में गुजरात को फ्यूचरिस्टिक टेक्नोलॉजी के अधिकतम् विनियोग से अग्रसर रखने का संकल्प व्यक्त किया है। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि विकसित भारत@2047 के लिए विकसित गुजरात का जो रोडमैप बनाया गया है, उसमें भी फ्यूचरिस्टिक टेक्नोलॉजी को प्रमुखता दी गई है।

श्री पटेल शनिवार को गांधीनगर में राज्य सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी यानी डीएसटी) द्वारा डीप टेक्नोलॉजी के रूप में तीन महत्वपूर्ण मोमेरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) और कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम अंतर्गत एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) पर हस्ताक्षर तथा दस्तावेजों के आदान-प्रदान के अवसर पर संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री की प्रेरक उपस्थिति में जो एमओयू हुए हैं, उनके अंतर्गत माइक्रोसॉफ्ट तथा गुजरात सरकार का डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी; दोनों मिल कर गिफ्ट सिटी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना करेंगे।

इस सेंटर में मशीन लर्निंग, कोग्निटिव सर्विसेज तथा बोट सर्विस जैसी मुख्य टेकनोलॉजी का उपयोग किया जाएगा। ये टेक्नोलॉजियाँ विभिन्न क्षेत्रों के पायलट प्रोजेक्ट्स, सफल पायलट प्रोजेक्ट्स का रोलआउट तथा विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करेंगी।

एआई सेंटर नागरिकों को प्रभावी, समयबद्ध सेवा पहुँचाने, मूलभूत स्तर पर नवीनता को प्रोत्साहन देगा तथा उत्पाद, हेल्थकेयर व शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में टेक्नोलॉजिकल प्रगति को गति देकर सरकार एवं उद्योग; दोनों के लिए विस्तृत सहयोग प्रदान करेगा।

नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड कंपनीज (नैसकॉम) के साथ हुए एमओयू के तहत राज्य की एआई क्षमताओं को अधिक मजबूत किया जाएगा। नैसकॉम विभिन्न क्षेत्रों के एआई सॉल्यूशन्स विकसित करने, पायलट प्रोजेक्ट्स के क्रियान्वयन एवं विभिन्न सरकारी विभागों व निजी क्षेत्रों में एआई मॉडल्स को अपनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

नैसकॉम इस केन्द्र का संचालन करेगा तथा गुजरात इन्फॉर्मेटिक्स लिमिटेड (जीआईएल) द्वारा एआई सेंटर में जरूरी ऑपरेटिंग सिस्टम और शेष वित्तीय कोष प्रदान किया जाएगा। माइक्रोसॉफ्ट एवं नैसकॉम के साथ यह समझौता पाँच वर्ष के लिए किया गया है, जिसके चलते समझौते के बाद एआई सेंटर को तुरंत ही शुरू किया जाएगा।

मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने इन एमओयू को एआई एवं डिजिटल इन्फॉर्मेशन में गुजरात को राष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट स्थान देने की दिशा में उल्लेखनीय कदम बताया।

 

उन्होंने जोड़ा कि इतना ही नहीं; ये एमओयू डिजिटल इकोसिस्टम को प्रोत्साहन देकर, नवीनता को आगे बढ़ाने के साथ डिजिटल क्षेत्र में युवाओं का अधिक रोजगार का सृजन भी करेंगे।

राज्य सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा इंटरनेशनल बिजनेस मशीन्स (आईबीएम) के साथ हुए एमओयू के अंतर्गत एआई का उपयोग बैंकिंग फाइनेंशियल सर्विसेज में किया जाएगा तथा इंश्योरेंस क्षेत्र के लिए एआई क्लस्टर स्थापित किया जाएगा।

आईबीएम गिफ्ट सिटी में उसके वॉट्सन-एक्स नामक प्लेटफॉर्म के माध्यम से एआई टेक्नोलॉजी का उपयोग करेगी और गिफ्ट सिटी में कार्यरत बैंकिंग फाइनेंशियल सर्विसेज तथा इंश्योरेंस से जुड़ी कंपनियों द्वारा इनोवेटिव और अधिक प्रभावशाली सेवाएँ विकसित की जा सकेंगी। आईबीएम की टेक्नोलॉजी का उपयोग भारत के लगभग 80 प्रतिशत वित्तीय संस्थान करते हैं।

आईबीएम के इस अत्याधुनिक एआई प्लेटफॉर्म तथा क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर के उपयोग से गिफ्ट सिटी में स्थित फिनटेक कंपनियों को वित्तीय लेन-देन में उपयोग किए जा सकने वाले एआई सॉफ्टवेयर्स विकसित करने में मदद मिलेगी। आईबीएम की यह सुविधा बैंकिंग फाइनेंशियल सर्विसेज तथा इंश्योरेंस सेक्टर में कार्यरत संस्थानों को एआई आधारित डिजिटल सॉल्यूशन विकसित कर एआई आधारित सेवाएँ प्रदान करने में सहायक होगी।

इसके अतिरिक्त; आईबीएम राज्य के स्कूलों-यूनिवर्सिटियों में एआई का पाठ्यक्रम विकसित करने में सहयता करेगा।

मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लगातार तीसरी बार देश का शासन संभालते हुए भारत को तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए फ्यूचरिस्टिक टेक्नोलॉजी को प्रमुखता दी है।

श्री पटेल ने जोड़ा कि गुजरात प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में गेटवे टु द फ्यूचर बना है और नई टेक्नोलॉजी से युक्त नए उद्योगों के अनुरूप ह्यूमन रिसोर्सेज की जरूरत से निपटने के लिए राज्य सरकार ने आईटी तथा आईटीईएस पॉलिसी के तहत अप स्किलिंग इंडस्ट्री रेडी टैलेंट प्रोग्राम द्वारा कैपेसिटी बिल्डिंग का लक्ष्य रखा है।

उन्होंने कहा कि इसके लिए अप स्किलिंग रेडी टैलेंट प्रोग्राम के तहत राज्य के अलग-अलग विश्वविद्यालयों तथा कोर्स प्रोवाइडर्स से एक्सप्रेस ऑफ इंटरेस्ट (ईओयू) आमंत्रित किए गए हैं और इसका उद्देश्य डीप टेक्नोलॉजी में युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करना है।

इस ईओयू के तहत पाँच कंपनियाँ कोर्स प्रोवाइडर्स तथा चार विश्वविद्यालय एग्रीगेटर्स के रूप में आगे आई हैं। पाँच कोर्स प्रोवाइडर्स कंपनियों में आईबीएम, एनवीइंडिया, एडब्ल्यूएस, टीसीएस तथा एल एण्ड टी एजुटेक शामिल हैं। चार एग्रीगेटर्स विश्वविद्यालयों में जीटीयू, आईआईटीआरएएम, पीडीईयू और गणपत यूनिवर्सिटी शामिल हैं।

राज्य सरकार के इस प्रयास की फलश्रुति के रूप में आगामी तीन वर्षों में राज्य में लगभग 25 हजार विद्यार्थियों को डीप टेक्नोलॉजी आधारित पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण प्राप्त करने का लाभ मिलने लगेगा।

इसके अलावा; आईटीआई-गांधीनगर तथा साइंस सिटी के बीच भी एक एग्रीमेंट का आदान प्रदान किया गया, जिसके अनुसार राज्य के 10 हजार विद्यार्थियों के लिए लगभग 180 स्टेम वर्कशॉप का आयोजन किया जाएगा।

आईबीएम इंडिया-साउथ एशिया के प्रबंध निदेशक श्री संदीप पटेल ने इस अवसर पर कहा कि एआई किसी भी देश के आर्थिक विकास तथा सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। एआई समय की मांग है और भविष्य में एआई भारत के विकास के लिए ड्राइविंग फोर्स के रूप में काम करेगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भारत आगामी समय में विश्व का स्किल कैपिटल बनेगा और उसमें गुजरात का योगदान महत्वपूर्ण रहेगा।

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की प्रधान सचिव श्रीमती मोना खंधार ने स्वागत संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात ने बायो टेक्नोलॉजी (बीटी), आईटी, ई-गवर्नेंस तथा डिजिटल क्षेत्र में बहुत ही महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ प्राप्त की हैं।

गिफ्ट सिटी के प्रबंध निदेशक श्री तपन रे ने कहा कि जो देश नई टेक्नोलॉजी का सबसे लाभ लेते हुए उसे अपनाता है, उस देश का आर्थिक विकास तेजी से होता है। भारत आज एआई को अपना कर विकास की गति को तेज बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। आगामी समय में भारत की युवा पीढ़ी एआई की ड्राइविंग फोर्स बनेगी। उन्होंने गिफ्ट सिटी एवं एआई और एआई एवं कौशल विकास में गिफ्ट सिटी की विभिन्न पहलों की विस्तार से चर्चा की।

इस कार्यक्रम के दौरान जीटीयू के वाइस चांसलर डॉ. राजुल गज्जर, एआई-माइक्रोसॉफ्ट लिमिटेड के एग्जीक्यूटिव डाइरेक्टर श्री वेंकटेशन कृष्णन, आईआईटी-गांधीनगर के डीन प्रो. अमित प्रशांत, आईबीएम, माइक्रोसऑप्ट, नैसकोम के एआई तथा आईटी से जुड़े टेक्नोक्रेट्स और राज्य के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के उच्चाधिकारी व आमंत्रितगण उपस्थित रहे।

अंत में आईसीटी तथा ई-गवर्नेंस डाइरेक्टर श्री तुषार भट्ट ने सभी के लिए धन्यवाद संबोधन किया।

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