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डॉ. तोमर की ऐतिहासिक शुरुआत: निम्स हार्ट एवं ब्रेन हॉस्पिटल का शुभारंभ, राजस्थान के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक ऐतिहासिक पहल "

निम्स चेयरमैन डॉ. बलवीर एस. तोमर की इस नयी शुरुआत से राजस्थान के स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक...
डॉ. तोमर की ऐतिहासिक शुरुआत: निम्स हार्ट एवं ब्रेन हॉस्पिटल का शुभारंभ, राजस्थान के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक ऐतिहासिक पहल

निम्स चेयरमैन डॉ. बलवीर एस. तोमर की इस नयी शुरुआत से राजस्थान के स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाने में कामयाब रहे हैं। उन्होंने राज्य का पहला वर्ल्ड स्ट्रोक एसोसिएशन से संबंधित एकमात्र स्ट्रोक सेंटर, एन. एच. बी. एच. (निम्स हार्ट एवं ब्रेन हॉस्पिटल) का उद्घाटन किया है।

राजस्थान के इस प्रमुख उद्योगपति ने राज्य के स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिसका साक्षर रूप है यह विशेष स्ट्रोक सेंटर, जो विश्व स्ट्रोक एसोसिएशन से जुड़ा हुआ है।

निम्स हॉस्पिटल द्वारा निम्स हार्ट एवं ब्रेन हॉस्पिटल, जयपुर शहर में स्थापित किया गया है। ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों को शुरुआती दौर में उपचार नहीं मिल पाता है और वे गंभीर लकवे का शिकार हो जाते हैं। इस परेशानी को दूर करने के लिए इस हॉस्पिटल में विश्व स्ट्रोक एसोसिएशन से सम्बद्ध एवं सीमेंस हेल्थकेयर के साथ मिलकर ब्रेन स्ट्रोक सेंटर की शुरुआत की है। इस नवाचारी तकनीक से लैस यह ब्रेन स्ट्रोक सेंटर स्ट्रोक्स का शीघ्र पता लगाने और समय पर इलाज में मदद करेगा। इससे मस्तिष्क के किसी भी हिस्से में किसी भी बीमारी का पता लगाने और उसे ठीक करने में मदद मिलेगी।

निम्स अस्पताल के द्वारा राजस्थान में नहीं देशभर में स्वास्थ्य सेवाओ में नई तकनीकों के विस्तार से चिकित्सा प्रणाली को मजबूत करना ही लक्ष्य है- डॉबी.एस. तोमर

डॉ. बलवीर सिंह तोमर ने हाल ही में निम्स हॉस्पिटल में एक नई दिशा की शुरुआत की है। डॉ. तोमर का यह दृष्टिकोण है कि वे उन लोगों की मदद करें, जो ब्रेन स्ट्रोक के शुरुआती चरणों में उचित उपचार प्राप्त नहीं कर पाते और फिर गंभीर लकवे का शिकार हो जाते हैं। उन्होंने इस समस्या को दूर करने के लिए इस हॉस्पिटल को शुरू किया है। यह नई तकनीकों से लैस ब्रेन स्ट्रोक सेंटर ब्रेन स्ट्रोक को पहचानने और समय पर उपचार करने में मदद करेगा, इससे मस्तिष्क के किसी भी भाग में किसी भी बीमारी का पता लगाने और उसका इलाज करने में मदद मिलेगी।

डॉ. बलवीर एस. तोमर ने बताया कि यह सेंटर राजस्थान का वो अद्वितीय स्ट्रोक सेंटर है जो वर्ल्ड स्ट्रोक एसोसिएशन के साथ जुड़ा हुआ है। यह सेंटर अपनी नई और उन्नत तकनीकों से लैस है और उपचार के शुरुआती चरणों में स्ट्रोक की पहचान करने और समय पर उपचार करने में मदद करेगा। इसके साथ ही, इस सेंटर पर विश्वस्तरीय शोध की भी सुविधा होगी।

डॉ. तोमर ने इस सेंटर के तकनीकी अद्वितीयता को बताते हुए कहा कि इसमें डुअल-सोर्स डुअल-एनर्जी 384 स्लाइस सीटी मशीन शामिल है, जो राजस्थान में पहली है और आर्टिस क्यू जेन की भारत की पहली कैथ लैब के रूप में उपयोग की जाएगी। इस मशीन द्वारा मात्र 5 मिनट में आप हार्ट की जांच करवा सकते हैं और रिपोर्ट ले सकते हैं जिससे समय पर इलाज किया जा सकता है। वे यह भी मानते हैं कि हर किसी को समय-समय पर अपने हृदय की जांच करवानी चाहिए, ताकि हमें हमारे हृदय से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी मिल सके।

हार्ट की जाँच: क्यों यह जरुरी है?

नियमित रूप से अपने ब्लडशुगर, ब्लड कालेस्ट्राल, और ब्लड प्रेशर की जाँच करवाए, ताकि अपने शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रख सकें। ब्लड प्रेशर की जाँच हमारे लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह बताता है कि क्या कोलेस्ट्राल में बढ़ोतरी हो रही है, और यदि हां, तो इससे होने वाले प्रभावों को कैसे कम किया जाये और इसके साथ साथ  हार्ट अटैक की संभावना को भी बताता है।

ये सभी प्रकार की जाँचें इसलिए जरुरी है ताकि अपने दिल की सेहत की जाँच करके आगामी समय में होने वाले हार्ट अटैक और ब्रेन में नसों के फटने की संभावना का पहले से ही पता करके इनका इलाज करवाया जा सके । इन सभी जाँचों का संयोजन एक एक्जीक्यूटिव चेकअप के रूप में जाना जाता है, और इन्हें बड़ी बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए नियमित अंतराल पर करवाती हैं। यह चेकअप 30 वर्ष से ऊपर के सभी व्यक्तियों के लिए सलाहियत रखता है।

डॉ. तोमर का कहना है कि हम सभी ने देखा है कि कोरोना महामारी के बाद अचानक मृत्यु की दर में वृद्धि हुई है। इसमें कई कारण हो सकते हैं, परन्तु दो मुख्य कारण बहुत महत्वपूर्ण हैं: नसों में खून का थक्का जमा होना और खून की नसों में ब्लॉक: इसके कारण हार्ट में ब्लड का प्रवाह बंद हो सकता है, जिससे हार्ट अटैक हो सकता है और व्यक्ति की मृत्यु हो सकती है। और इसी तरह, यह चीजें ब्रेन में भी हो सकती हैं, जिससे अचानक लकवा हो सकता है।

निम्स हार्ट एवं ब्रेन हॉस्पिटल में सभी कारणों का पहले से ही पता करके लकवे और हार्ट अटैक जैसी गंभीर जानलेवा बीमारियों से रोकथाम के लिए इलाज उपलब्ध कराया जाता है ।

NHBH निम्नलिखित सेवाएं प्रदान करता है:

  • आपके हार्ट की जाँच बिना आपरेशन या बेहोश किये केवल 5 मिनट में हो सकेगी - आप इस जाँच को करवाकर तुरन्त ही अपनी हार्ट की रिपोर्ट लेकर अपनी ड्यूटी या सामान्य जीवन की सभी एक्टीविटी सहज रुप से कर सकते है।
  • यदि आपको पहले हार्ट मे स्टंट (छल्ला) / लगा है या बाईपास सर्जरी हुई है तो अब हार्ट का स्टंट/बाईपास के बाद आपकी हार्ट की नसों एवं स्टेंट की पेटेंसी / वर्त्तमान स्थिति क्या स्थिति है, को केवल 5 मिनट में बिना आपरेशन, बिना बेहोश करे, जान सकेंगे एवं सामान्य जीवन की सभी एक्टीविटी सहज रुप से प्राप्त कर सकेंगे ।

कैल्शियम स्कोरिंग- यह विशेष तकनीक है इसके द्वारा कोई भी व्यक्ति 20 वर्ष से लेकर किसी भी उम्र तक केवल 1 मिनट में जान सकता है कि उसकी धमनियों (खून की नलियों) में कितना हानिकारक कैल्शियम जमा हो रहा है - जिससे कि उसे हार्ट अटैक कि कितनी और कब तक सम्भावना है का पता चल सकता है। इस तकनीक से केवल 1 मिनट में बिना चीरफाड़, बिना आपरेशन एवं बिना बेहोश किए ही जाँच हो जाती है एवं इस जाँच के तुरंत बाद आप अपनी ड्यूटी व जीवन की सारी एक्टीविटी सामान्य रुप से अपनी रिपोर्ट के अनुसार कर सकते है। इस जाँच के द्वारा कोरोना होने के बाद होने वाली परेशानियों जैसे की हार्ट अटैक, लकवा इत्यादि की सम्भावना को सिर्फ 5 मिनट में पता कर सकेंगे। दोनो की जांचे एक साथ एक बार मे एवं एक ही मशीन के जरिये हो जायेंगी।

यह राजस्थान का एकमात्र ऐसा सेंटर हैं जिसमे एक साथ AIIMS हॉस्पिटल, नयी दिल्ली और पी.जी.आई. , चंडीगढ़ के विशेषज्ञों के द्वारा चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाएगी।

डॉ. तोमर के इस समर्थन और सेवा के प्रति उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सब गर्वित हैं। वे स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण यात्रा पर हैं और यह गर्व की बात है कि उन्होंने राजस्थान के लोगों के लिए इस तरह के सुविधाओं को उपलब्ध कराया है।

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