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डॉ विवेक बिंद्रा ने बताया अग्रवाल समाज पर क्यों रहती है माता लक्ष्मी की कृपा

भारत की उन्नति में आज अग्रवाल समाज एक बड़ी अहम भूमिका निभा रहा है क्योंकि आज देश में 24% इनकम टैक्स केवल...
डॉ विवेक बिंद्रा ने बताया अग्रवाल समाज पर क्यों रहती है माता लक्ष्मी की कृपा

भारत की उन्नति में आज अग्रवाल समाज एक बड़ी अहम भूमिका निभा रहा है क्योंकि आज देश में 24% इनकम टैक्स केवल अग्रवाल समाज से ही आता है। बिजनेस के मामले में आज हर तरफ अग्रवाल समाज के लोग अपने बिजनेस स्किल्स का झंडा लहराते नज़र आते हैं। अग्रवाल समुदाय के लोगों को बिजनेस से जुड़ा ये ज्ञान मिला है अग्रवाल समाज के संस्थापक और बिजनेस के सबसे बड़े गुरु महाराजा अग्रसेन से, जिनके बताए बिजनेस के तरीकों पर आज पूरी दुनिया की बिजनेस इंडस्ट्री काम करती है।

महाराजा अग्रसेन को दुनिया का पहला बिजनेस कोच माना जाता है, आज अगर एमबीए का मतलब “महाराजा बिजनेस अग्रसेन” कर दिया जाए तो गलत नहीं होगा। महाराजा अग्रसेन भगवान श्री राम के वंशज थे और भगवान श्रीकृष्ण के समकालीन थे। द्वापर युग के अंत और कलियुग की शुरुआत में इनका जन्म हुआ था, महाभारत का युद्ध भी इन्होंने पांडवों की ओर से लड़ा था।

इन्हें वैश्य समाज का जनक कहा जाता है, लेकिन जन्म से ये एक क्षत्रिय थे। जीवन में अपने लक्ष्य को ढूंढने के लिए इन्होंने माता लक्ष्मी की आराधना की, जिसके बाद माता लक्ष्मी के आदेश अनुसार इन्होंने क्षत्रिय धर्म को त्याग कर वैश्य धर्म को अपनाया और व्यापार को अपना कार्य बना लिया। अपने नए राज्य की स्थापना करने के लिए ये एक यात्रा पर निकले और हरियाणा के हिसार में आकर इन्होंने अपना अग्रोहा राज्य बसाया। जो कि अग्रसेन समाज के लिए पांचवां धाम माना जाता है।

महाराजा अग्रसेन ने बिजनेस के अनेकों ऐसे तरीके दुनिया को बताए जो आज बड़े बड़े कॉलेजेस में बिजनेस स्ट्रेटेजी के तौर पर पढ़ाए जाते हैं। इन्हीं अनगिनत तरीकों में सात महत्वपूर्ण सीख हम यहां जानेंगे।

क्राउडफंडिंग (Crowdfunding)

अपने बसाए गए नए राज्य अग्रोहा कुंज में नए लोगों को बसाने के लिए मजराजा अग्रसेन ने क्राउडफंडिंग के तरीके को शुरू किया। उन्होंने अपने राज्य में मौजूद लोगों से कहा कि जो भी नया व्यक्ति यहां आकर बसना चाहता है आप सब उसे अपने घर से बस एक ईंट और एक सिक्का सहयोग के तौर पर दें। इससे हुआ ये कि किसी भी व्यक्ति को ये सहयोग देने में परेशानी नहीं हुई और उस नए व्यक्ति का घर भी बड़ी आसानी से बन गया।

सक्सेशनप्लानिंग (Succession Planning)

एक सफल बिजनेस पीढ़ी दर पीढ़ी सफलता से ही चलता रहे इसके लिए महाराजा अग्रसेन ने उत्तराधिकार नीति के तहत सक्सेशन प्लानिंग को शुरू किया। इसके लिए उन्होंने अपने 18 बच्चों को बंसल, मित्तल, जिंदल, गर्ग, कुच्छल जैसे 18 गोत्रों में बांट दिया और उनकी क्षमता अनुसार उन्हें 18 राज्य दे दिए। उन सभी बच्चों को उन्होंने एक व्यापार को चलाने के लिए बिजनेस के गुर सिखाए कि कैसे एक राज्य के सिस्टम और टीम को मैनेज किया जाता है। आज भी ये तरीका इस्तेमाल किया जाता है जैसे कि एपल कंपनी के संस्थापक स्टीव जॉब्स ने अपने गुजरने से पहले टिम कुक को कंपनी के नए सीईओ के तौर पर चुन लिया ताकि आगे कंपनी सही तरीके से चलती रहे।

हॉलमार्कऑफहायरिंग (Hallmark of Hiring)

कंपनी में सही एम्प्लॉय को हायर करने में काफ़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, महाराजा अग्रसेन ने हजारों वर्ष पहले ही सही एम्प्लॉय हायर करने का तरीका बता दिया था। जब एम्प्लॉय हायर करने थे तो उन्होंने कुछ चीजों का खास ध्यान दिया। जिन लोगों में काम करने की इच्छा और क्षमता दोनों थी उन्हें तुरंत काम पर रख लिया। जिनमें काम करने की इच्छा थी पर क्षमता कम थी उन्हें काम सिखाया। जिनके अंदर काम करने की क्षमता थी पर इच्छा नहीं थी उन्हें प्रोत्साहित करके काम पर रखा। वहीं जिनके अंदर काम करने की इच्छा और क्षमता दोनों नहीं थी उन्हें किसी भी हाल में काम पर नहीं रखा।

फाइनेंशियलप्लानिंगएनालिसिस (Financial Planning Analysis)

महाराजा अग्रसेन हर समस्या का समाधान व्यापार से निकाल दिया करते थे, एकबार उनके राज्य में आग लगी जिसमें बहुत से आदमी औरत मारे गए। तब विधवा हुई महिलाओं को महाराजा अग्रसेन ने क्लाउड किचिन शुरू करने को कहा जिसमें वो उन आदमियों को खाना खिलाती थीं जिनकी पत्नियां इस आग में मारी गई थीं। इस तरह से महिलाओं को काम मिल गया और साथ ही उन्हें महाराजा अग्रसेन ने फाइनेंशियल प्लानिंग, कॉस्ट और प्रॉफिट के बारे में भी समझाया।

एक्सपेंशनटेक्निक्स (Expansion Technique)

राज्य के अच्छी तरह से बस जाने के बाद उन्होंने व्यापारियों को ये छूट दी वो अपनी दुकान में एक से ज्यादा तरह का सामान बेचने की अनुमति दे दी। उन्होंने दुनिया को सदियों पहले ही डी मार्ट और बिग बाजार जैसे सुपरमार्केट बनाने का आइडिया दे दिया था।

पाइवोट (Pivot)

महाराजा अग्रसेन ने जब एक यज्ञ के दौरान समस्त समाज को शाकाहारी रहने के लिए कहा तो उससे मांस बेचने वाले और पशुओं की खाल से चमड़ा बनाने वाले लोग बेरोजगार हो गए। ये समस्या जब महाराजा अग्रसेन को पता चली तो उन्होंने व्यापारियों से समय के साथ बदलाव को अपनाने की नीति बताई और कहा कि अब वो पशुओं को मारकर मांस बेचने की बजाय उन्हें जिंदा रखकर उनका दूध दही और घी बेच सकते हैं और अपना बिजनेस चालू रख सकते हैं।

ऑलसीजनसेल (All Season Sale)

महाराजा अग्रसेन के पास कुछ व्यापारी आए और कहा कि वो गर्मियों में पहनने के कपड़े बनाते हैं इसीलिए सर्दियों में उनकी कोई कमाई नहीं होती। तब अग्रसेन जी ने उन्हें कहा कि आप अपने बिजनेस का क्षेत्र बढ़ाइए ऐसी जगह जाकर सामान बेचिए जहां सर्दी में गर्मी रहती है। अलग अलग जगह पर सामान का निर्यात कीजिए और सीजन के अंत में सेल रखिए ताकि आपको नुकसान ना हो और साल भर आपका काम चलता रहे।

महाराजा अग्रसेन की बताई गई सीख आज दुनिया भर के लिए बिजनेस लर्निंग के कोर्स में शामिल हैं यही कारण हैं कि अग्रवाल समाज बिजनेस के मामले में दूसरों की तुलना में ज्यादा अच्छी तरह से सहयोग कर पाता है। महाराजा अग्रसेन जी से जुड़ी पूरी वीडियो आप इस लिंक पर क्लिक करके देख सके हैं।

 

 

 

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