सिंगल प्रीमियम रिटायरमेंट प्लान एक प्रकार का पेंशन प्लान हैं, इस प्लान को लेने के लिए एक बार में ही एक बड़ा प्रीमियम अमाउंट जमा करना होता है। एक बार प्रीमियम जमा करने के लिए बाद नियमित पेंशन प्राप्त होती है। इस प्लान के तहत व्यक्ति के पूरे जीवनकाल तक पेंशन मिलने का प्रावधान है।
इसके साथ ही, इस रिटायरमेंट प्लान को लेते समय बीमा कंपनी द्वारा बताए गये अन्य लाभ, जैसे टैक्स की बचत, बोनस, इत्यादि भी प्राप्त होते हैं। इन लाभों को पाने के लिए आपको किसी भी प्रकार के अतिरिक्त निवेश की जरूरत नहीं होती है।
सिंगल प्रीमियम पेंशन प्लान में एकमुश्त राशि प्रदान करने के उपरांत आप अपने रिटायरमेंट के बाद की ज़िन्दगी खुशहाल तरीके से जी सकते हैं। आप रिटायरमेंट प्लान कैलकुलेटर की मदद से इस प्लान में मिलने वाली पेंशन राशि का पता लगा सकते हैं।
सिंगल प्रीमियम रिटायरमेंट प्लान किसके लिए बेहतर है?
एक लाइन में कहा जाये तो सिंगल प्रीमियम रिटायरमेंट प्लान, उन लोगों के लिए एक शानदार विकल्प है, जिनकी रिटायरमेंट नजदीक होती है और उनके पास कोई पेंशन प्लान नहीं होता है। हालांकि, सिंगल प्रीमियम रिटायरमेंट प्लान के लिए कुछ नियम और शर्तों भी हैं, जिनका पालन करना अनिवार्य है।
यह रिटायरमेंट प्लान उन लोगों के लिए वरदान है जो एक या 2 साल में रिटायर होने वाले हैं, और उन्होंने अभी तक अपने आने वाले समय के लिए किसी भी तरह की आर्थिक योजना नहीं बनाई है। ऐसे लोग सेवानिवृत्ति के समय मिलने वाली राशि का कुछ भाग सिंगल प्रीमियम रिटायरमेंट प्लान लेने में निवेश कर सकते हैं।
ऐसा करने से उनका पैसा उन्हीं को हर महीने निश्चित रूप से प्राप्त होता रहेगा। उनका घर चलाने का मासिक खर्च, अगर कोई बीमारी है तो दवा का खर्च, तथा अन्य प्रकार के खर्चे आराम से चलते रहेंगे। किसी पर आश्रित होने की जरूरत नहीं होगी।
सिंगल प्रीमियम रिटायरमेंट प्लान के प्रकार
आज के समय में मार्केट में कई तरह के सिंगल प्रीमियम प्लान उपलब्ध हैं। हर प्लान की अपनी कुछ विशेषताएं हैं। हालांकि, आप अपने लिए एक ऐसे प्लान का चुनाव कर सकते हैं, जो आपके उद्देश्यों को पूरा करने में सक्षम हो। सिंगल प्रीमियम रिटायरमेंट प्लान मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है-
*पारंपरिक सिंगल प्रीमियम
*प्लान यूनिट-लिंक्ड पेंशन प्लान
पारंपरिक सिंगल प्रीमियम प्लान
पारंपरिक सिंगल प्रीमियम प्लान को रेगुलर या नॉन-लिंक्ड सिंगल प्रीमियम प्लान भी कहा जाता है। इस प्लान में आपके द्वारा दिए गये फंड का सुरक्षित तरीके से निवेश किया जाता है। निवेश के लिए सरकारी बॉन्ड और कॉरपोरेट बॉन्ड जैसे निवेश शामिल होते हैं। यह प्लान आपके रिटर्न की राशि और स्थिरता को सुनिश्चित करते है।
पारंपरिक सिंगल प्रीमियम प्लान दो तरह के होते हैं
वार्षिक स्थगित
वार्षिक स्थगित में आपके द्वारा प्रीमियम भुगतान करने के बाद, बीमा कंपनी द्वारा एक साल के भीतर पेंशन के रूप में बीमा राशि का भुगतान शुरु करेगी। इस प्लान में पेंशन के रूप में प्राप्त होने वाली आय को प्रीमियम भुगतान के बाद की तारीख के लिए स्थगित कर दिया जाता है, तथा भविष्य की एक निश्चित दिनांक से पेंशन शुरू करने पर कंपनी और लाभार्थी दोनों सहमत होते हैं। इस प्लान में पेंशन की राशि मिलने में एक वर्ष तक समय लग सकता है।
तत्काल वार्षिकी
इस वार्षिकी में आप एकमुश्त राशि का भुगतान बीमा कंपनी को करते हैं। पे-आउट के समय बीमा कंपनी आपको नियमित आय देने का वादा करती है। इस प्लान में प्रीमियम अमाउंट जमा होने के कुछ समय बाद से ही पेंशन की धनराशि लाभार्थी को मिलना शुरु हो जाती है।
यूनिट-लिंक्ड पेंशन प्लान
यूलिप, एनपीएस और इक्विटी से जुड़ी पेंशन योजनाएं यूनिट-लिंक्ड पेंशन प्लान के उदाहरण हैं। यह प्लान मार्केट से जुड़े होते हैं। इन प्लान में जब आप निवेश करते हैं, तो उस राशि को इक्विटी, डेट आदि में निवेश किया जाता है। यदि आप लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो प्लान आपके लिए बेहतरीन विकल्प है।
सिंगल प्रीमियम रिटायरमेंट प्लान की प्रमुक विशेषताएँ
सिंगल प्रीमियम रिटायरमेंट प्लान आप दो तरीके से ले सकते हैं। सिंगल लाइफ रिटायरमेंट : सिंगल लाइफ रिटायरमेंट प्लान लेने वाले व्यक्ति को उसके पूरे जीवनकाल तक पेंशन का लाभ मिलता है। लाभार्थी की मृत्यु होने के बाद बची हुई बेस प्रीमियम राशि को नॉमिनी देने का प्रावधान है। यहां पर यह बात ध्यान रखने वाली है कि एक बार जो टैक्स कट जाता है, वह वापस नहीं किया जाता है।
संयुक्त (ज्वाइंट) लाइफ प्लान: दूसरा प्लान ज्वाइंट लाइफ के नाम से जाना जाता है। इस रिटायरमेंट प्लान के तहत जिन्दगी भर की सुरक्षा प्रदान की जाती है। इसमें बीमाधारक को उसके पूरे जीवनकाल तक पेंशन का लाभ प्रदान किया जाता है।
यदि बीमाधारक की मृत्यु हो जाती है, तो उसके जीवनसाथी को पेंशन का लाभ प्रदान किया जाता है। जीवनसाथी को भी उनके पूरे जीवनकाल तक पेंशन की सुविधा दी जाती है।
दूसरे पेंशन होल्डर की मृत्यु होने की स्थिति में बेस प्रीमियम की बची हुई रकम नॉमिनी को प्रदान कर दी जाती है। सही रकम जानने के लिए आप रिटायरमेंट प्लान कैलकुलेटर का उपयोग कर सकते हैं।
पेंशन कब से मिलना शुरु होगी?
सिंगल प्रीमियम रिटायरमेंट प्लान लेते समय आपको चार प्रकार के विकल्प प्रदान किए जाते हैं। उसके अनुसार आप खुद तय कर सकते हैं, कि आपको अपनी पेंशन कब से और कैसे चाहिए।
मासिक पेंशन: अगर आप चाहें तो आपको हर महीने पेंशन राशि का लाभ मिलता है। इसके लिए मासिक पेंशन का विकल्प चुन सकते हैं।
त्रैमासिक पेंशन: यदि आपको पेंशन हर तीन महीने में चाहिए, तो आप त्रैमासिक वाला विकल्प चुन सकते हैं।
छह महीने में पेंशन: यदि आप चाहते हैं, कि आपको हर छह महीने में पेंशन प्रदान की जाए, तो इस विकल्प को भी चुन सकते हैं।
साल में एक बार पेंशन: सबसे आखिरी में आप साल में एक बार मिलने वाली राशि के विकल्प का भी चुन सकते हैं।