जैसे जैसे लोकसभा चुनाव अपने अंतिम चरण की ओर अग्रसर हो रहे हैं, उतनी ही तेजी से चुनावी प्रचार की धार पैनी होती जा रही है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अपने प्रचार के दौरान बिना कोई लाग लपेट के विपक्ष पर सीधा प्रहार कर रहे हैं। उनके बयानों और सवालों के आगे कांग्रेस समेत विपक्षी गठबंधन के नेता बौने साबित हो रहे हैं। हाल ही में दिल्ली चुनाव प्रचार के दौरान डॉ. मोहन यादव की आक्रामकता ने आप पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल सहित कांग्रेस को जनता के सामने कठघरे में लाकर खडा करने का काम किया है। यही वजह है कि मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद भारतीय जनता पार्टी, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड व अन्य राज्यों सहित दिल्ली में भी पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में जोर- शोर के साथ चुनाव प्रचार करवा रही है। डॉ. मोहन यादव की कार्यशैली ने उन्हें चुनावों में स्टार प्रचारक के रूप में स्थापित किया है।
अरविंद केजरीवाल पर आक्रामक प्रहार
इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमलावर होने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे। उन्होंने केजरीवाल से जुडे हर मुद्दे को प्रमुखता से उठाया है चाहे फिर वो लीकर कांड के आरोपी के रूप में हो या फिर मुख्यमंत्री कार्यालय में आप पार्टी की महिला सांसद स्वाति मालीवाल के साथ हुई मारपीट व बदसलूकी। डॉ. मोहन यादव कहते हैं कि अरविंद केजरीवाल बहन-बेटियों को पिटवाते हैं और पीए को बचाने का नाटक करते हैं..जनता बहुत अच्छे से आप पार्टी को जानती है, 'आप' पार्टी झूठों के पहाड़ पर खड़ी है। डॉ यादव ने कहा कि जिसने झूठ के आधार पर कहा था कि हम राजनीतिक दल नहीं बनाएंगे, राजनीतिक दल बनाया। उन्होंने कहा कि मकान नहीं लेंगे, मकान लिया। सुरक्षा नहीं लेंगे, सुरक्षा ली। कोई गलत काम नहीं करेंगे, सबसे पहले शराब के घोटाले में बंद हुए और इनके चार-चार मंत्री भी शामिल हैं। अब घर में बहन-बेटी को पिटवा रहे हैं, वे एक महिला के अपमान पर न तो माफी मांगते हैं और न ही किसी तरह का अफसोस जताते हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली प्रदेश के मुख्यमंत्री हो, इस ढंग का व्यवहार आप करोगे तो कौन बर्दाश्त करेगा?
कांग्रेस और राहुल गांधी को सीधी ललकार
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव दिल्ली में प्रचार के दौरान न केवल अरविंद केजरीवाल बल्कि विपक्षी गठबंधन के साथ कांग्रेस को भी सीधा ललकारते दिखाई देते हैं। राहुल गांधी के गरीबी हटाने के बयान पर वह राहुल गांधी को नासमझ बताते हुए कहते हैं कि राहुल गांधी को तो अपना इतिहास भी सही से पता नही है। वे कहते हैं कि हमारी सरकार बनाओ मैं गरीबी हटाउंगा इस पर कटाक्ष करते हुए मोहन यादव कहते हैं कि वर्षों तक इनके दादा, दादी, मां और पिता ने देश पर राज किया लेकिन गरीबी नहीं हटा पाए अब ये आएं हैं फिर जनता को मूर्ख बनाने। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव कांग्रेस पर परिवारवाद और वंशवाद को आरोप लगाने नहीं चुक रहे। वे कहते हैं कि अगर कांग्रेस को सिर्फ सत्ता को मोह नही होता तो आज तक दिल्ली से गांधी परिवार का कोई सदस्य चुनाव क्यों नहीं लड़ता, ये कांग्रेस अपनी निर्धारित सीट पर ही क्यों जाते हैं।
दिल्ली की सभी सीटों पर कर रहे चुनावी प्रचार
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव लोकसभा के पांचवे चरण के दौरान 20 मई तक दिल्ली की लगभग हर लोकसभा सीट पर अपनी मौजूदगी दर्ज करा चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में उन्होंने 5 चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया है। इस दौरान उन्होंने हर वो मुद्दा उठाया है जिससे विपक्ष बचता नजर आया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी हो या आम आदमी पार्टी के प्रमुख एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, डॉ मोहन यादव के सवालों से बचते नजर आए हैं।