ज़रूरी नहीं कि फिटनेस रूटीन को बनाए रखना हमेशा आसान हो, खासकर जब आपकी ज़िंदगी व्यस्त हो और मोटिवेशन थोड़ा कम हो जाए। लेकिन एक नियमित वर्कआउट आदत बनाना इतना मुश्किल भी नहीं है। थोड़ा लचीलापन, सही गाइडेंस और ऐसे टूल्स के साथ जो आपकी लाइफस्टाइल में फिट बैठें, फिट रहना आपके रोज़मर्रा का हिस्सा बन सकता है। फिटपास इसमें आपकी मदद करता है।
कन्वीनियंस, पर्सनलाइज़ेशन और एक्सपर्ट सपोर्ट का सही बैलेंस देकर, फिटपास भारत में उन लोगों के लिए बना है जो फिटनेस को लंबे समय तक बनाए रखना चाहते हैं। चाहे आप फिटनेस की शुरुआत कर रहे हों या ब्रेक के बाद दोबारा लौट रहे हों, फिटपास आपको आपकी रफ्तार और जरूरतों के हिसाब से ट्रैक पर बनाए रखता है।
मुख्य जानकारियाँ
- फिटपास के साथ भारत के 8,100 से भी ज्यादा जिम और फिटनेस स्टूडियो में एक्सेस पाएं, जब चाहें, जहां चाहें।
- फिटफीस्ट से आपको एक्सपर्ट डाइट सलाह मिलती है जो आपकी एक्सरसाइज में मदद करती है।
- अपनी लाइफस्टाइल के हिसाब से फिटनेस प्लान बनाएं, जो आसानी से फॉलो हो सके।
- फिटपास ऐप की मदद से आप अपने हिसाब से वर्कआउट कर सकते हैं और नियमित रह सकते हैं।
- यह प्लेटफॉर्म फिटनेस और डाइट, दोनों का पूरा सपोर्ट देता है, एक ही जगह पर।
हर दिन फिटनेस को आदत बनाने का फ़ायदा
सच्ची सफलता रोज़ की आदतों से बनती है। यूरोपीय सामाजिक मनोविज्ञान पत्रिका (European Journal of Social Psychology) में छपी एक स्टडी बताती है कि कोई भी नई आदत बनाने में औसतन 66 दिन लगते हैं। इसका मतलब यह नहीं कि आपको हर दिन परफेक्ट होना है। अगर एक दिन वर्कआउट छूट भी जाए, तो घबराने की जरूरत नहीं है। लगातार कोशिश करते रहना ही सबसे ज़रूरी है।
रोज़ाना एक्सरसाइज करने से सिर्फ शरीर ही नहीं, दिमाग भी मज़बूत होता है। इससे मूड अच्छा रहता है, तनाव कम होता है, एनर्जी बढ़ती है और याददाश्त भी तेज़ होती है। चाहे आप 30 मिनट की योगा करें, ताकत बढ़ाने वाली एक्सरसाइज करें या फिर तेज़ चलें, अगर आप हर दिन थोड़ा समय फिटनेस को देंगे, तो आपकी ज़िंदगी में बड़ा बदलाव आ सकता है।
फिटपास के साथ ऐसी फिटनेस रूटीन बनाएं जो बनी रहे
सोच रहे हैं कि ऐसी फिटनेस रूटीन कैसे बनाएं जिसे आप रोज़ फॉलो कर पाएं? फिटपास इसे आसान बना देता है। इस ऐप में आपको कई तरह के वर्कआउट मिलते हैं, जैसे ज़ुम्बा, योगा, HIIT, और वेट ट्रेनिंग। इतनी सारी चॉइस होने से बोरियत नहीं होती और आप एक्टिव बने रहते हैं।
फिटपास की सबसे बड़ी खासियत है इसका लचीलापन। इसमें आपको किसी एक तय समय पर क्लास जाने की ज़रूरत नहीं होती। जब भी आपके पास टाइम हो, आप उसी हिसाब से स्लॉट चुन सकते हैं और एक्सरसाइज कर सकते हैं।
चाहे आपका मकसद वजन घटाना हो, मसल्स बनाना हो या बस फिट रहना हो, फिटपास आपकी ज़रूरत के हिसाब से प्लान बनाने में मदद करता है। यह है फिटनेस, पूरी तरह आपके तरीके से।
जब दिन हो बिज़ी, तब भी फिट रहना कैसे मुमकिन है
अगर आपको काम, घर और फिटनेस को साथ संभालना मुश्किल लगता है, तो आप अकेले नहीं हैं। ज़्यादातर लोग फिटनेस छोड़ देते हैं क्योंकि उनके पास समय नहीं होता। फिटपास इस परेशानी का आसान हल देता है। आप अपने घर, ऑफिस या जहां भी हों, उसके पास के जिम या फिटनेस स्टूडियो में वर्कआउट कर सकते हैं।
दूर जाने की ज़रूरत नहीं है, बस ऐप में अपने पास का जिम ढूंढिए, टाइम स्लॉट बुक कीजिए और वर्कआउट शुरू कर दीजिए। अगर अचानक आपके प्लान बदल जाएं या आप सफर में हों, तो जिम या टाइम स्लॉट आसानी से बदल सकते हैं। ऐसे आसान और पास के जिम की सुविधा से, रोज़ वर्कआउट करना आपके बिज़ी शेड्यूल में भी मुमकिन हो जाता है।
फिटफीस्ट की ताकत: न्यूट्रिशन जो सच में असर करता है
रोज़ एक्सरसाइज करना फिट रहने की शुरुआत है, लेकिन सही डाइट भी उतनी ही ज़रूरी होती है। यहीं फिटपास का फिटफीस्ट आपको खास मदद देता है। यह फीचर आपको सर्टिफाइड न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स से जोड़ता है, जो आपकी फिटनेस के लक्ष्यों के अनुसार पर्सनल मील प्लान बनाते हैं।
चाहे आप वज़न कम करना चाहें, मसल्स बनाना चाहें या दिनभर एनर्जेटिक रहना, फिटफीस्ट आपकी बॉडी टाइप, लाइफस्टाइल और एक्टिविटी लेवल के हिसाब से डाइट तैयार करता है। वर्कआउट के साथ जब एक्सपर्ट डाइट गाइडेंस भी मिले, तो ये पूरा फिटनेस और न्यूट्रिशन सिस्टम बन जाता है, जो आपको जल्दी नतीजे देता है और उन्हें लंबे समय तक बनाए रखता है।
छोटे-छोटे कदमों से फिटनेस को बनाएं रोज़ की आदत
बहुत ज़्यादा जोश में आकर अचानक भारी एक्सरसाइज शुरू करना ज़्यादातर बार काम नहीं करता। लंबे जिम सेशन की ज़रूरत नहीं है, छोटे लक्ष्य से शुरुआत करें और धीरे-धीरे आदत बनाएं।
रोज़ एक्सरसाइज को अपनी लाइफ का हिस्सा बनाने के लिए ये आसान तरीके अपनाएं:
- वर्कआउट का समय फिक्स करें, जैसे आप ज़रूरी काम के लिए करते हैं।
- फिटपास ऐप में अपने वर्कआउट को ट्रैक करें।
- छोटी जीत को सेलिब्रेट करें, जैसे एक हफ्ते तक लगातार एक्सरसाइज करना या ताकत बढ़ना।
- अलग-अलग वर्कआउट ट्राय करें ताकि बोरियत ना हो।
सबसे ज़रूरी है रोज़ करना। हेल्थ साइकोलॉजी में छपी एक रिसर्च बताती है कि जब हम एक ही समय और जगह पर कोई काम दोहराते हैं, तो वो जल्दी आदत बन जाता है। फिटपास आपको पूरी आज़ादी देता है, जब चाहें, जहां चाहें वर्कआउट करें, जिससे फिटनेस आपकी दिनचर्या में आसानी से शामिल हो जाती है।
हर दिन की वर्कआउट में एक्सपर्ट की गाइडेंस
फिटपास की एक खास बात यह है कि यह आपको हर दिन वर्कआउट में एक्सपर्ट गाइडेंस देता है।
यह ऐप आपको यह सोचने नहीं छोड़ता कि अब क्या करें, बल्कि एक ऐसा प्लान देता है जो आपके प्रोग्रेस के साथ बदलता भी है।
चाहे आप बिलकुल शुरुआत कर रहे हों या फिर अडवांस स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करना चाहते हों, ऐप में आपको आपके लिए पर्सनलाइज्ड वर्कआउट रूटीन मिलता है। साथ ही, फिटपास कई अनुभवी ट्रेनर्स के साथ मिलकर काम करता है, ताकि आपकी फॉर्म, वर्कआउट प्लान और स्पीड, सब कुछ आपके गोल्स के हिसाब से हो। अब आप सिर्फ एक्सरसाइज़ नहीं कर रहे, आप स्मार्ट ट्रेनिंग कर रहे हैं।
रोज़ के वर्कआउट के लिए मोटिवेशन बढ़ाएं
सच मानिए, मोटिवेशन हमेशा टॉप पर नहीं होता। कुछ दिन आप बहुत जोश में होते हो, और कुछ दिन, उतना नहीं। यहाँ पर फिटपास काम आता है। यह फिटनेस को आसान, मज़ेदार और कुछ ऐसा बना देता है, जिसका आप हर दिन इंतज़ार करते हो। यह ऐप आपको फ्रेंडली रिमाइंडर देता है, आपकी प्रोग्रेस दिखाता है और मोटिवेशनल कंटेंट भी लाता है, ताकि आप मूव करते रहो।
ज़ुम्बा या किकबॉक्सिंग जैसे नए वर्कआउट ट्राय करना, या यह देखना कि आपने अब तक कितना अचीव किया है, यह सब आपकी एनर्जी वापस लाता है। और सबसे बढ़िया बात? सिर्फ कुछ हफ्तों के रेगुलर यूज़ के बाद, ज़्यादातर लोग कहते हैं कि अब उनका खुद चलने का मन करता है। यह मोटिवेशन नहीं, यह एक हैबिट बन जाती है।
फिटपास मेंबरशिप: सिर्फ जिम नहीं, एक पूरा फिटनेस सॉल्यूशन
अगर आपको लगता है कि फिटपास सिर्फ जिम जाने के लिए है, तो ज़रा फिर से सोचिए। यह आपकी रोज़ की वर्कआउट आदत को मजबूत करने वाला एक पूरा फिटनेस पैकेज है। आइए जानें इसके फायदे:
- पूरे भारत में 8,100+ से ज़्यादा फिटनेस सेंटर्स में अनलिमिटेड एंट्री।
- आपके फिटनेस गोल्स के हिसाब से बना पर्सनल प्लान।
- एक ही ऐप में सब कुछ: योगा, पिलेट्स, जिम, स्पिनिंग, डांस, मार्शल आर्ट्स और भी बहुत कुछ।
- प्रीमियम प्लान्स में मिलता है न्यूट्रिशन सपोर्ट भी – फिटफीस्ट के ज़रिए।
- वर्कआउट और डाइट प्लान – दोनों का आसान और असरदार कॉम्बो।
यह उनके लिए है जो फिटनेस को सिर्फ रूटीन नहीं, एक स्मार्ट और फ्लेक्सिबल लाइफस्टाइल बनाना चाहते हैं।
एक फिटनेस रूटीन जो आपके साथ-साथ बढ़े
फिटपास की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह आपकी फिटनेस जर्नी के साथ बदलता है। अगर आप शुरुआत में हल्की एक्सरसाइज से शुरू करते हैं, तो जैसे-जैसे आपकी ताकत और दिलचस्पी बढ़ती है, आप धीरे-धीरे और मज़ेदार वर्कआउट्स जैसे डांस, योगा या हाई इंटेंसिटी ट्रेनिंग आज़मा सकते हैं।
अगर आपका गोल बदल जाए, जैसे मैराथन की तैयारी करनी हो या ताकत बढ़ानी हो, तो आप अपनी एक्सरसाइज का तरीका भी बदल सकते हैं। यह प्लेटफ़ॉर्म आपके हर बदलाव के साथ खुद को ढाल लेता है। इससे आपको सबकुछ दोबारा शुरू करने की जरूरत नहीं होती। फिटपास के साथ आप सिर्फ एक्सरसाइज नहीं कर रहे, बल्कि एक हेल्दी और मज़ेदार लाइफस्टाइल बना रहे हैं।
निष्कर्ष
रोज़ की फिटनेस की आदत बनाना शुरू में थोड़ा मुश्किल लग सकता है, लेकिन सही सोच और सही मदद के साथ यह बिल्कुल मुमकिन है। फिटपास आपको कंट्रोल देता है, आपके समय का, आपकी दिनचर्या का, और आपकी प्रोग्रेस का। चाहे बात हो एक्सपर्ट ट्रेनर की गाइडेंस की, फिटफीस्ट न्यूट्रिशन प्लान की, या फिर 8,100+ जिम्स की ऐक्सेस की– यहाँ आपको फिट और हेल्दी रहने के लिए हर ज़रूरी चीज़ मिलती है।
दिन के आखिर में, ज़रूरी है रोज़ करना, ना कि एक ही दिन बहुत ज़्यादा करना। सिर्फ़ 30 मिनट रोज़ भी ज़िंदगी में बड़ा फर्क ला सकते हैं। सिर्फ़ थोड़ी-सी योजना और एक समझदार फिटनेस साथी, जैसे कि फिटपास, आपकी सेहतमंद जीवनशैली को आसान बना सकते हैं।
अस्वीकरण: यह एक प्रायोजित लेख है। जानकारी की सटीकता, विश्वसनीयता, समयबद्धता और प्रामाणिकता सुनिश्चित करने के लिए सभी संभव उपाय किए गए हैं; हालाँकि OutlookHindi.com इसके लिए कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेता है। लेख में दी गई किसी भी जानकारी का उपयोग पूरी तरह से दर्शकों के विवेक पर है।