अब छिंदवाड़ा की पांढूर्ना, सौंसर और नांदनवाड़ी तीन तहसीलों को मिलाकर पांढुर्ना को नया जिला बनाया जाएगा। यह ऐलान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जांम सांवली में की। गुरुवार को मुख्यमंत्री यहां पर श्री हनुमान लोक का भूमि पूजन करने पहुंचे थे।
मुख्यमंत्री ने 'श्री महाकाल लोक' की तर्ज पर विकसित किए जा रहे छिंदवाड़ा जिले के प्रसिद्ध जाम सांवली हनुमान मंदिर में "श्री हनुमान लोक" का विधि-विधान से भूमिपूजन किया। 26.50 एकड़ में बन रहे 'श्री हनुमान लोक' के प्रथम चरण का कार्य ₹35 करोड़ से अधिक की लागत से किया जाएगा। 'श्री हनुमान लोक' की संपूर्ण लागत ₹314 करोड़ आने का अनुमान है।
सीएम शिवराज ने कहा कि 'श्री हनुमान लोक' दिव्य तथा भव्य लोक भारत की आध्यात्मिक तथा सांस्कृतिक चेतना का केंद्र बनेगा। उन्होंने कहा कि राम जी के आशीर्वाद से छिंदवाड़ा जिले के जामसांवली में हनुमान लोक बनने जा रहा है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि महाकाल लोक की तरह ही हनुमान लोक भी करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बनकर उभरेगा। हनुमान जी का आशीर्वाद सभी प्रदेशवासियों पर बना रहे, यही कामना करता हूँ।
श्री हनुमान लोक के विषय में
– जामसांवली में 26 एकड़ से अधिक क्षेत्र में बनेगा श्री हनुमान लोक।
– प्रथम चरण में 35 करोड़ 9 लाख रुपए की लागत से होने वाले निर्माण कार्य-
– भव्य प्रवेश द्वार मराठावाड़ा वास्तुकला से प्रेरित भव्य प्रवेश द्वार में भगवान के विराट स्वरूप की छवि दिखेगी।
– चिरंजीवी पथ- मुख्य प्रवेश द्वार से प्रथम प्रांगण तक 500 मीटर लंबा चिरंजीवी पथ बनेगा।
– प्रथम प्रांगण- चिरंजीवी पथ एवं प्रथम प्रांगण के 90 हजार वर्गफुट क्षेत्र में कलाकृतियों के माध्यम से अंजनी पुत्र हनुमान जी के बाल स्वरूप का मनोहारी चित्रण होगा।
– द्वितीय प्रांगण- लगभग 62 हजार वर्गफुट क्षेत्र में मूर्तियों एवं कलाकृतियों के माध्यम से भक्त – शिरोमणी हनुमान जी के भक्ति स्वरूप का चित्रण.
– मुक्ताकाश मंच- रामलीला एवं अन्य धार्मिक आयोजनों के लिए जलाशय के तट पर 12 हजार वर्गफुट क्षेत्र में बनेगा ओपन एयर थियेटर ।
– संजीवनी बूटी लाने वाले भगवान के संकटमोचक स्वरूप से प्रेरणा लेकर परिसर में बनेगा आयुर्वेदिक चिकित्सालय ।
– मंदिर के समीप बहने वाली नदी तट के सौंदर्यीकरण एवं लैंडस्केपिंग के माध्यम से श्रद्धालुओं के बैठने आदि की व्यवस्था बनाई जाएगी।
– 37 हजार वर्गफुट में निर्मित किया जाएगा कम्युनिटी सेंटर, जन सुविधाएं, ट्रस्ट ऑफिस, प्रशासनिक कार्यालय एवं कंट्रोल रूम।
– प्रसाद-पूजन सामग्री एवं भोजन आदि व्यवस्था के लिए 120 दुकान एवं फूड कोर्ट बनेंगे।
– 400 चार पहिया वाहनों एवं 400 दो पहिया वाहनों की क्षमता के लिए डेढ़ लाख वर्गफुट क्षेत्र में पार्किंग विकसित की जाएगी।
– द्वितीय चरण में राम काज होगा पूर्ण
– रामटेकरी पर्वत की परिक्रमा के लिए संजीवनी पथ का विकास
– अष्टसिद्धि केंद्र एवं संस्कृत विद्यालय
– योगशाला प्रवचन हॉल एवं ओपन एयर थियेटर
– जाम नदी पर घाट का निर्माण
– वाटर फ्रंट पाथ वे एवं सिटिंग एरिया
– भक्त निवास, भोजनालय एवं गौशाला