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उत्तराखंड: चारधाम यात्रा पर 24 घंटे का प्रतिबंध हटा, इस वजह से रोकी गई थी यात्रा

चार धाम यात्रा पर 24 घंटे का प्रतिबंध सोमवार को हटा लिया गया। बता दें कि भारी बारिश की चेतावनी के बाद...
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा पर 24 घंटे का प्रतिबंध हटा, इस वजह से रोकी गई थी यात्रा

चार धाम यात्रा पर 24 घंटे का प्रतिबंध सोमवार को हटा लिया गया। बता दें कि भारी बारिश की चेतावनी के बाद रविवार को चार धाम यात्रा स्थगित कर दी गई थी।

एएनआई से बात करते हुए गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने कहा, "चार धाम यात्रा पर 24 घंटे का प्रतिबंध हटा दिया गया है।"

आयुक्त ने आगे बताया कि यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले सभी जिलों के जिलाधिकारियों को अपने-अपने जिलों में मौसम की स्थिति को देखते हुए वाहनों को रोकने के निर्देश दिए गए हैं।

अधिकारियों के अनुसार, भारी बारिश की चेतावनी के बाद रविवार को चार धाम यात्रा स्थगित कर दी गई थी। यात्रा स्थगित होने के बाद बरकोट के निकट बादल फटने से भारी भूस्खलन हुआ, जिसमें दो श्रमिकों की मौत हो गई तथा सात अन्य लापता हो गए।

इस बीच, आज चंबा शहर के कई हिस्सों में बारिश हुई। अधिकारियों के अनुसार, इससे पहले 29 जून को उत्तरकाशी जिले में भूस्खलन प्रभावित बड़कोट-यमुनोत्री मार्ग की मरम्मत कर उसे सुचारू कर दिया गया था।

हालांकि, सात लापता व्यक्तियों की तलाश जारी रही।

उत्तरकाशी के जिला मजिस्ट्रेट प्रशांत आर्य ने एएनआई से पुष्टि की कि सिलाल बैंड से पहले हुए नुकसान की मरम्मत पूरी हो गई है, और सड़क के अन्य क्षतिग्रस्त हिस्सों को बहाल करने के प्रयास जारी हैं।

उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने एएनआई को बताया, "जिले के बड़कोट-यमुनोत्री मार्ग पर सिलाई बैंड से पहले बादल फटने के कारण जो भूस्खलन हुआ था, उसे ठीक कर दिया गया है और सड़क को सुचारू कर दिया गया है, जबकि अन्य भूस्खलन को सुचारू करने का काम चल रहा है।"

जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि क्षेत्र में 33 केवी बिजली लाइन को बहाल कर दिया गया है, तथा 11 केवी लाइन की मरम्मत के प्रयास जारी हैं। उन्होंने बताया कि सात कर्मचारी अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस तथा राजस्व टीमों द्वारा की जा रही है।

उत्तरकाशी पुलिस के अनुसार, भूस्खलन और बादल फटने की घटना यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर पालीगाड़ से करीब चार किलोमीटर आगे सिलाई बैंड के पास हुई। पुलिस, अग्निशमन सेवा, स्वास्थ्य विभाग और लोक निर्माण दल के कर्मियों की मदद से बचाव अभियान चलाया जा रहा है।

बरामद किए गए दो शवों की पहचान नेपाल के राजापुर जिले के कर्मामोहनी के 43 वर्षीय केवल बिष्ट और उत्तर प्रदेश के पीलीभीत के 55 वर्षीय दूजे लाल के रूप में की गई है।

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