महाजन-गुप्ता पंजाब के पहले ‘पावर कपल’ हो गए हैं। इस आइएएस-आइपीएस दंपती में विन्नी महाजन के पास राज्य के मुख्य सचिव और उनके पति दिनकर गुप्ता के पास पुलिस महानिदेशक का पदभार है। पति के हाथ कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी है, तो पत्नी ने राज्य का प्रशासनिक कामकाज संभाला है। ऐसा पहली बार हुआ है, जब पंजाब और हरियाणा दोनों राज्यों में मुख्य सचिव महिला अधिकारी हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के चहेते ये ऐसे पहले दंपती हैं जिनके पास राज्य के दोनों अहम ओहदे हैं। अमिरंदर सिंह ने भी दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का अनुसरण करते हुए एक ‘पावर कपल’ को कमान सौंपी है। राजीव गांधी के कार्यकाल में भी पंजाब के ग्रेवाल ‘पावर कपल’ के हाथ पीएमओ की कमान थी। तब एसएस ग्रेवाल कैबिनेट सचिव थे, तो उनकी आइएएस पत्नी सरला ग्रेवाल प्रधानमंत्री की प्रधान सचिव।
कांग्रेसशासित पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सरकार का कार्यकाल मार्च 2022 तक है। विन्नी महाजन की सेवानिवृत्ति अक्टूबर 2024 में है। इसलिए 1984-85 और 86 बैच के जिन छह वरिष्ठ आइएएस अधिकारियों के बदले 1987 बैच की विन्नी महाजन को हाल ही में राज्य की पहली महिला मुख्य सचिव बनाया गया है, उनसे वरिष्ठ इन सभी छह आइएएस अधिकारियों में 1984 बैच के केबीएस सिद्धू्, 1985 के अरुण गोयल, सतीश चंद्रा, कल्पना मित्तल बरुआ, सी. रावल और 1986 बैच के विश्वजीत खन्ना की सेवानिवृत्ति 2022 से पहले है।
1987 बैच के ही विन्नी महाजन के पति दिनकर गुप्ता को भी एक साल पहले तीन वरिष्ठ आइपीएस अधिकारियों के बदले डीजीपी बनाया गया। गुप्ता की नियुक्ति का मामला उनसे वरिष्ठ आइपीएस अधिकारी डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा ने सुप्रीम कोर्ट में उठाया है। नियुक्ति को सेंट्रल ट्रिब्यूनल में दी गई चुनौती के बाद मामला सुप्रीम कोर्ट के विचाराधीन है। इधर छह वरिष्ठ आइएएस अधिकारियों को छोड़ विन्नी महाजन को मुख्य सचिव बनाए जाने के सवाल पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का कहना है कि वे चाहते थे कि ऐसे काबिल अधिकारी को मुख्य सचिव बनाया जाए, जो उनके कार्यकाल 2022 तक सेवानिवृत न हो। अमरिंदर ने कहा कि दंपती काबिल अधिकारी हैं इसलिए इन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। 1987 बैच की आइएएस पंजाब की पहली महिला मुख्य सचिव विन्नी महाजन ने करण अवतार सिंह की जगह ली है। विन्नी का 33 वर्षों का प्रशासनिक अनुभव है। मुख्य सचिव का पदभार संभालने से पहले महाजन पंजाब में निवेश प्रोत्साहन, उद्योग और वाणिज्य, आइटी और शासन सुधार- लोक शिकायत विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव के रूप में कार्यरत थीं। महाजन अभी राज्य में पंजाब कैडर की एकमात्र अधिकारी हैं, जिन्होंने केंद्र में सचिव का पद संभाला है। 2005 से 2012 तक वे पीएमओ में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ भी कार्य कर चुकी हैं। वे पंजाब में किसी जिला की उपायुक्त के रूप में तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी भी हैं। 1995 में उन्हें रोपड़ जिला का उपायुक्त लगाया गया था।
मार्च 2017 में कांग्रेस की सरकार बनने के साथ ही कैप्टन ने अपने करीबी 1984 बैच के आइएएस अधिकारी करण अवतार को मुख्य सचिव बनाया था। 31 अगस्त को करण अवतार की सेवानिवृत्ति के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने उन्हें समय से पहले हटा, जहां विन्नी महाजन का रास्ता साफ किया, वहीं कैबिनेट की बैठक में राज्य के दो मंत्रियों वित्त मंत्री मनप्रीत बादल व तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत चन्नी के साथ कहा-सुनी करण अवतार को भारी पड़ी। करण अवतार को अब पंजाब जल नियामक एवं विकास प्राधिकरण का चेयरमैन नियुक्त किया है।
पंजाब ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्य हरियाणा, हिमाचल और उत्तराखंड में भी आइएएस व आइपीएस दंपती अफसर अहम ओहदों पर हैं। उत्तराखंड के डीजीपी अनिल रतूड़ी की पत्नी राधा रतूड़ी अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद पर कार्यरत हैं। पयर्टन सचिव दिलीप जावलकर की पत्नी सौजन्या राज्य की चीफ इलेक्टोरल अफसर हैं। सिंचाई विभाग की प्रमुख सचिव भूपेंद्र कौर औलख, आइजी विजलेंस अजय अंशुमान की पत्नी हैं। तो, पावर कपल की बल्ले-बल्ले है।