दोस्त दोस्त न रहा
रिया कपूर यह गाना गा सकती हैं लेकिन खुश होकर। आखिरकार 12 साल की डेटिंग के बाद उनका “पक्का दोस्त” करण बलूनी अब उनके पति हैं। फिल्म प्रोड्यूसर और फैशन डिजाइनर रिया ने अपने खास दिन के लिए भी ऑफ वाइट चुना। भले ही यह कलीरें खनकाने वाली शादी नहीं थी लेकिन रिया और करण की मुस्कुराहट ने उस खनक की कमी पूरी कर दी। सिर पर मोतियों के दुपट्टे पर कौन था जिसका ध्यान नहीं गया। माथे पर कुमकुम की बिंदिया ने उनके हर लुक को पूरा कर दिया।
उम्मीद से परे
संस्कारी दीदी ने कइयों का दिल तोड़ दिया। बात-बात में संस्कार की दुहाई देकर सोशल मीडिया की बहस में कूद पड़ने वाली कंगना रणौत की एक फोटो से शुचितावादियों को घोर निराशा हुई है। धाकड़ की शूटिंग के बाद संस्कारी दीदी ने ब्रालेट में फोटो शेयर कर दिए। किसी और नायिका का ये ग्लैमरस अवतार होता तो ठीक था, लेकिन 'भारतीयता' पर लेक्चर की खुराक देने वाली कंगना की इस फोटो ने बहुतों का स्वाद बिगाड़ दिया। ऊपर से फोटो के नीचे उन्होंने लिखा, “मोहब्बत में नहीं है फर्क जीने और मरने का, उसी को देख कर जीते हैं जिस काफिर पे दम निकले।” शेर का अर्थ कितनों को समझ आया वो तो नहीं पता लेकिन जनता काफिर शब्द पर अटक गई है।
साहसी बाला
कास्टिंग काउच पर यहां-वहां से बातें तो खूब होती हैं लेकिन इस पर खुल कर बात करना कोई नहीं चाहता। लेकिन रॉकस्टार और मद्रास कैफे में काम कर चुकी नरगिस फाखरी ने आखिर यह हिम्मत जुटा ही ली। दो फिल्मों के बाद ही लगने लगा था कि वे बॉलीवुड में छा जाएंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा, मैं शोहरत की भूखी नहीं, जो निर्देशकों की बेजा मांग मान लूं। यह हुई न बात मिस फाखरी। यही बहादुरी यदि लड़कियां दिखाती रहें, तो मखमली पर्दे के पीछे छुपी गंदगी भी बाहर आ जाएगी।
भाई की शुभकामनाएं
भाई दूसरों को हीरो बनाने के लिए बहुत मशहूर हैं। इससे उनकी हीरोगीरी खत्म नहीं होती बल्कि बढ़ती ही है। इस बार वो ओलंपिक में रजत पदक पाने वाली मीराबाई चानू से मिले और उन्हें खूब शुभकामनाएं दीं। लेकिन खास था उनके गले में डला वो दुपट्टा जो मीराबाई उनके लिए खास तौर से लाई थीं। मीराबाई ने कहा था कि उन्हें सलमान खान पसंद हैं और वे एक बार उनसे मिलना चाहती हैं। भाई ने बिना देर किए उनकी ये इच्छा पूरी कर दी। तभी तो वे खानों में खान हैं।
उत्तराखंड का सपूत
25 लाख रुपये, मारुति सुजुकी स्विफ्ट डिजायर इनाम में मिले तो किसे खुशी नहीं होगी। लेकिन उत्तराखंड के चंपावत में रहने वाले पवनदीप राजन को असली खुशी तब मिली, जब उनके प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट पर लिखा, “उत्तराखंड का सपूत।” पवनदीप ने इंडियन आइडल का 12वां सीजन जीता और देवभूमि का नाम खबरों में ले आए, जो पिछले कुछ दिनों से बस अस्थिर सरकार की वजह से ही चर्चा में थी।