बेबी पर भारी बीवी
अब ये मीडिया की चालबाजी थी, या संयोग यह कहना तो कठिन है। लेकिन सोचिए जिस दिन बिपाशा बसु और करण ग्रोवर के यहां नन्ही परी आई, तो सुर्खियां तो यही बननी थीं। बिपाशा-करण भी चाहते यही थे कि आलिया-रणबीर की बिटिया की तरह उनकी परी की खबरें भी दिन भर छाई रहें। ऐन उसी वक्त करण की एक्स वाइफ जेनिफर विंगेट में अपना नया फोटो शूट सोशल मीडिया पर साझा कर दिया। बस फिर क्या था, गोल्डन लहंगे और छल्लेदार बालों के ये फोटो इस खबर पर भारी पड़ गए और हर जगह खबर लिखी जाने लगी, करण की एक्स वाइफ का बोल्ड फोटो शूट।
ठुमकेश्वरी के फैन
लंबा वक्त बीत गया श्रद्धा कपूर का कोई अता-पता ही नहीं था। न कोई फिल्म, न कोई नया प्रोजेक्ट। फिर अचानक वे भेड़िया फिल्म में नजर आईं। रोल भले ही कैमियो है लेकिन ‘ठुमकेश्वरी’ गाने से उन्होंने इतने दिनों गायब रहने की भरपाई कर दी। ऐसे ही थोड़ी उनके इंस्टा फॉलोअर 75 लाख हो गए हैं।
कायापलट
साल दो साल पहले तक जो लोग न्यासा देवगन को उनके लुक और स्टाइल के लिए ट्रोल करने का कोई मौका नहीं छोड़ते थे, अब वही लोग दांतों तले उंगली दबा रहे हैं। लग रहा है जैसे, नई न्यासा आ गई हों। अजय-काजोल की लाडली बिटिया का कायांतरण देख हर कोई हैरान है। सोशल मीडिया में उनकी फोटो तो कुछ लोग पहचान ही नहीं सके। जब पता नहीं नहीं चला कि ये बदला रूप आया कहां से तो बस सोशल मीडिया पर यही चर्चा चल पड़ी कि न्यासा ने प्लास्टिक सर्जरी कराई है। बचाव में मम्मा देवगन यानी काजोल को उतरना पड़ा और उन्होंने बताया कि अच्छी डाइट और जिम ट्रेनर से कुछ भी संभव है। चलो यही सही।
नाम तो होगा...
बदनाम होंगे, तो क्या नाम न होगा। सेलेब्रिटी पब्लिसिटी के लिए आजकल कोई भी हथकंडा अपनाने में पीछे नहीं रहते। और यदि ये जोड़ा हो तब तो कहने ही क्या। सानिया मिर्जा-शोएब मलिक ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट पर ऐसे रोना-गाना किया कि जनता दुखी हो गई कि इतनी अच्छी लड़की को ये लड़का धोखा दे रहा है। लोग पाकिस्तान को कोसने लगे। शोएब की कथित गर्लफ्रेंड को गूगल पर खोजा जाने लगा। और हुआ क्या। वही ढाक के तीन पात। पता चला दोनों मिल कर एक नया शो ला रहे हैं, द मिर्जा-मलिक शो। ये भी कोई बात हुई भला। शो के लिए इतने स्टंट!
मम्मी से सीखा
आक्रोश, चक्र, मिर्च मसाला दर्शकों के लिए सिर्फ फिल्म हो सकती हैं लेकिन प्रतीक बब्बर के लिए यह सीखने का जरिया हैं। मधुर भंडारकर ने उन्हें इंडिया लॉकडाउन में प्रवासी मजदूर की भूमिका सौंपी तो उनकी पहली सलाह थी कि वे ये फिल्में देख लें ताकि चरित्र को समझ सकें। प्रतीक ने ऐसा किया भी। प्रतीक का कहना था, इंडिया लॉकडाउन में मम्मी की फिल्में देख जो सीखा, चरित्र को बस वैसा ही निभा दिया।