नई चैंपियन
दिव्या देशमुख ने इस साल की फिडे वुमंस वर्ल्ड कप शतरंज चैंपियनशिप जीत ली है। 19 साल की दिव्या इसी के साथ ग्रैंड मास्टर भी बन गईं। उन्होंने हमवतन और अनुभवी खिलाड़ी कोनोरू हम्पी के साथ टाइब्रेक मुकाबले में यह जीत हासिल की। हालांकि पहला गेम उनकी उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा था लेकिन उन्होंने बाजी पलट ही दी। जीत के बाद उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगा कि मैं हार गई हूं, लेकिन वह ड्रॉ था। फिर मैंने खुद को संभाला और गेम जीत लिया।’’ वे भारत की चौथी ग्रैंड मास्टर हैं। नागपुर की रहने वाली दिव्या की जीत पर समूचे देश में एक गौरव का एहसास और खुशी है। उनकी जीत स्त्री-सशक्तीकरण में भी भूमिका निभाएगी और लड़कियों के लिए खेल में उतरने की नई प्रेरणा भी।
जरा हौले हौले
चेतावनियों की अनदेखी कभी-कभी भारी पड़ जाती है। जैसे एमा वॉटसन को पड़ गई। ऑक्सफोर्ड में क्रिएटिव राइटिंग की पढ़ाई कर रही हैरी पॉटर की ये स्टार, युनिवर्सिटी कैंपस में कार चला नहीं रही थीं, बल्कि हवा में उड़ा रही थीं। जज को उनका ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करनी पड़ी क्योंकि उस पर पहले से ही कई चेतावनियां जारी हो चुकी थीं। एमा का कहना है कि उसे कार चलाना पसंद है और जब कार ऑडी हो तो धीमे कौन चलता है। लेकिन जज शायद ऑडी की रफ्तार से वाकिफ नहीं थे।
मार लिया मैदान
नेपो किड्स के शोर में एक नेपो के साथ फिल्म में आकर मजमा लूट ले जाना कोई मामूली बात नहीं है। फिल्म सैयारा की नायिका अनीत पड्डा ने नायक अहान पांडे से ऐसी केमेस्ट्री जमा ली है कि आने वाले समय में यह जोड़ी सबकी पहली पसंद बन जाए, तो आश्चर्य मत कीजिएगा। आउटसाइडर अनीत इससे पहले दो-तीन फिल्मों में छोटी-छोटी भूमिकाएं निभा चुकी हैं लेकिन यह छप्पर फाड़ कर मिली सफलता की बात ही अलग है। अनीत को उस वक्त लोगों का प्यार मिल रहा है, जब दर्शक हिंदी सिनेमा से दूर भागने लगे थे। एक फिल्म ने ही उन्हें पहली पंक्ति में ला किया।
फेल के बाद आध्यात्म
जीवन में असफल हो जाना फिर संघर्ष करना एक तरह का आध्यात्म ही है। लेकिन इस बार 12वीं फेल के नायक विक्रांत मैसी फेल होने के बजाय प्रेरणा देने वाला किरदार निभाने जा रहे हैं। वॉइट नाम की फिल्म में वे श्री श्री रविशंकर का किरदार निभाएंगे। फिल्म की शूटिंग कोलंबिया में ही होगी, जहां रविशंकर ने शांति प्रयासों के लिए बहुत काम किया था। मैसी का कहना है कि कम लोग इस बारे में जानते हैं और फिल्म यही बताएगी।
फिर हिंदी
स्लमडॉग मिलेनियर से अभिनय की दुनिया में कदम रखने वाली फ्रीडा पिंटो ने इस फिल्म के बाद जैसे हिंदी की दुनिया को भुला ही दिया। स्लमडॉग मिलेनियर के बाद फिल्में तो कई आईं लेकिन सब की सब अंग्रेजी में। हिंदी वाले दर्शकों को भी फ्रीडा उतनी ही पसंद आई थीं, जितनी वे अंग्रेजी वालों की चहेती हैं। अब खबर यह है कि जल्द ही फ्रीडा नेटफ्लिक्स की नई सीरीज अनअकस्टम्ड में नजर आएंगी। झुंपा लाहिड़ी के एक उपन्यास पर बन रही यह सीरीज शुद्ध भारतीय दर्शकों के लिए है।