स्कोर, उसकी आमदनी और पिछले वित्तीय रिकॉर्ड को देखता है। अमूमन कर्ज मौजूदा खर्चों की भरपाई, कारोबार शुरू करने या जायदाद खरीदने के लिए उठाया जाता है। हालांकि, कर्ज लेने के कई विकल्प हों, तो अमूमन लोग दुविधा में फंस जाते हैं। वे यह नहीं समझ पाते कि कर्ज लेने से उनकी माली हालत पर क्या असर होगा। सुरक्षित कर्ज लोगों को बड़ी रकम उठाने की गुंजाइश बनाता है, जिससे वे घर खरीदने और कारोबार में पैसा लगाने के काबिल हो जाते हैं। असुरक्षित कर्ज में ऐसी गुंजाइश नहीं होती है।
सुरक्षित कर्ज: एक सुरक्षा कवच
सुरक्षित कर्ज के लिए कर्ज उठाने वाले को किसी अचल संपत्ति, वाहन या सावधि जमा को गिरवी रखना पड़ता है। कर्ज उठाने वाला कर्ज नहीं चुका पाता है, तो कर्जदाता वसूली के लिए गिरवी रखी जायदाद पर कब्जा करने के अपने अधिकार का प्रयोग करता है। लेकिन जोखिम कम होने के कारण लोग सुरक्षित कर्ज को प्राथमिकता देते हैं, जिससे उन्हें कई लाभ मिलते हैं।
सुरक्षित कर्ज की ब्याज दरें असुरक्षित कर्ज के मुकाबले सस्ती होती हैं। गिरवी की वजह से यह कर्जदाता के जोखिम को कम करती है, जिससे उन्हें बेहतर कर्ज शर्तें प्रदान करने में मदद मिलती है। कर्जदाता गिरवी रखी संपत्ति के कारण बड़ी रकम प्रदान करते हैं। सुरक्षित कर्ज चुकाने की अवधि आम तौर पर लंबी होती है, जिससे कर्ज उठाने वाले को मासिक किस्त कम देनी पड़ती है।
सुरक्षित कर्ज देने वाले मंजूरी प्रक्रिया में अधिक लचीलापन दिखाते हैं क्योंकि उसके पास गिरवी रखी संपत्ति जब्त करने का अधिकार होता है। कम क्रेडिट स्कोर वाले लोगों के लिए इसके जरिए कर्ज उठाना आसान होता है। सुरक्षित कर्ज का जिम्मेदार प्रबंधन, समय पर भुगतान के साथ कर्ज प्रबंधन की आपकी क्षमता को दर्शाकर आपके क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाने में मदद करता है।
असुरक्षित कर्ज
असुरक्षित कर्ज के लिए कर्ज उठाने वाले को कुछ गिरवी रखने की दरकार नहीं होती। ऐसे कर्ज की मंजूरी प्रक्रिया में कर्ज उठाने वाले की क्रेडिट स्थिति और उसकी आर्थिक पृष्ठभूमि पर निर्भर करती है। असुरक्षित कर्ज में अधिक जोखिम के कारण कुछ नुकसान हैं तो कुछ फायदे भी हैं। एक तो, कुछ गिरवी न रखने की जरूरत ही बड़ा फायदा है। जिन लोगों के पास गिरवी रखने को कुछ नहीं होता उनके लिए असुरक्षित कर्ज अधिक आसान होता है।
असुरक्षित कर्ज की मंजूरी कुछ जल्दी होती है। इससे वक्त-जरूरत पर फौरन कर्ज मिल जाता है, जिन्हें चिकित्सा संबंधी समस्याओं या घर के नवीनीकरण के लिए फौरन पैसे की दरकार होती है। कर्ज न चुकाने की स्थिति में कर्ज उठाने को अपनी मूल्यवान संपत्ति खोने का डर नहीं होता है। जो लोग गिरवी रखने से हिचकते हैं, वे इस विकल्प को अधिक सुरक्षित महसूस करते हैं।
हालांकि, असुरक्षित कर्ज की ब्याज दरें ऊंची होती हैं क्योंकि कर्जदाता ज्यादा जोखिम की भरपाई की कोशिश करते हैं। कर्ज अवधि के दौरान उच्च ब्याज भुगतान जमा होता रहता है। असुरक्षित कर्ज के तहत आम तौर पर छोटी रकम मिलती है, जो घर खरीदने या कारोबार शुरू करने के लिए नाकाफी होती है।
तो, क्या आप अपनी संपत्ति गिरवी रखकर कर्ज लेने का जोखिम उठाने को तैयार हैं?
आप अगर अपनी संपत्ति को जोखिम में नहीं डालना चाहते हैं, तो असुरक्षित कर्ज आपके लिए बेहतर विकल्प है। आपका क्रेडिट स्कोर कर्ज मंजूरी की संभावनाओं और ब्याज दरों दोनों को निर्धारित करता है।
आपको यह समझना होगा कि कर्ज लेने का मामला सिर्फ रकम हासिल करने से कहीं बड़ा है। इस प्रक्रिया में आपकी वित्तीय स्थिति का दीर्घकालिक प्रबंधन शामिल है। इसलिए, कर्ज लेने से पहले आपको जोखिम उठाने की अपनी क्षमता और क्रेडिट प्रोफाइल के साथ-साथ अपने वित्तीय उद्देश्यों का आकलन करना चाहिए और अपनी आवश्यकताओं के लिए सर्वोत्तम वित्तपोषण समाधान के लिए कर्ज की शर्तों पर ठीक से गौर करना चाहिए।
सौजन्य: आउटलुक मनी