आइआइटी बॉम्बे से डिग्री हासिल करने के बाद छत्तीसगढ़ में भिलाई के रहने वाले मनीष अग्रवाल अमेरिका में नौकरी कर रहे थे तो उनके मन में कुछ हटकर करने का आइडिया आया। 2014 में दोस्तों के साथ मिलकर इंजीनियरिंग कंपनी टेकमेंट बनाई।
टेकमेंट एक उच्च क्षमता वाली इंजीनियरिंग कंपनी है, जो दुनिया भर के ग्राहकों के लिए इनोवेटिव टेक्नोलॉजी विकसित करती है और उन्हें गाइड करती है। कंपनी के ग्राहक पूरी दुनिया में हैं। चार साल में कंपनी का टर्नओवर दस लाख डॉलर तक पहुंच चुका है।
शुरुआत में टेकमेंट की स्थापना आइटी हब विकसित करने के लिए की गई थी। कंपनी का हेड ऑफिस भिलाई में है। टेकमेंट बच्चों की प्रतिभा निखारने का काम भी कर रही है। कंपनी के पास करीब 110 लोगों की टीम है, जिसमें कुछ विदेश की नौकरी छोड़कर जुड़े हैं।
टेकमेंट स्टार्टअप के लिए युवाओं को ट्रेंड भी करता है। कुछ इंजीनियरिंग कॉलेज में टेकमेंट ने सेमिनार आयोजित कर स्टूडेंट्स को मोटिवेट करने का काम भी किया। टेकमेंट इंजीनियरिंग विशेषज्ञता के साथ उत्पाद के लिए बाजार और रणनीति के बारे में भी सलाह देता है। कुल मिलकार टेकमेंट एक कम्प्लीट सॉल्यूशन है, जिसमें हेल्थ केयर से लेकर बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विस और एजुकेशन समेत अन्य शामिल है।