जब मैं बच्ची थी तब मैंने पहली बार मधुमती फिल्म देखी थी। इस फिल्म का जादू मेरे दिमाग पर काफी लंबे समय तक रहा। इसके गीतों और कहानी ने एक अलग प्रकार की ताकत पैदा की थी। इस प्रकार की प्रेम कहानी से मेरा पहली बार सामना हुआ और मेरे अंदर यह धारणा बन गई कि सच्चा प्रेम करने वाले लोग जन्म जन्मांतर तक बार-बार मिलते रहते हैं। अधिकांश फिल्मों के महत्व के साथ साथ अभिनेता और अभिनेत्रियों के प्रभाव भी जुड़े होते हैं। हम उन किरदारों को वास्तविक मानने लग जाते हैं। उनकी वह भूमिका हमारे मन मस्तिष्क पर एक छाप छोड़ जाती है।
स्कूल में एक सीनियर को मैंने बात करते हुए सुना कि दिलीप कुमार और वैयजंतीमाला अपने वास्तविक जीवन में भी एक-दूसरे से प्रेम करते थे। ऐसी खबरें जब एक व्यक्ति से दूसरे के पास पहुंचती हैं तो उसमे मिर्च-मसाला बढ़ता चला जाता है। अगर ऐसी बातें करने वाले किसी व्यक्ति से पूछा जाए तो वह कह सकता है कि उसने किसी मैगजीन में ऐसा पढ़ा था। ऐसी कहानियां मुंबई हो या गुवाहाटी जब हर जगह सुनने को मिले तो लगता है कि वास्तव में इसमें कोई न कोई सच्चाई है और इससे एक प्रकार की खुशी का भी अहसास होता है।
जैसे-जैसे मैं बड़ी और समझदार हुई मैंने महसूस किया कि फिल्मी पत्रिकाएं अक्सर आसमान में गुद्ब्रबारें छोड़ती हैं। जरूरी नहीं कि उनके द्वारा लिखा गया एक-एक शद्ब्रद सच्चाई कह रहा हो। हम लोगों को अफवाहें कहीं न कही प्रभावित अवश्य करती हैं। चाहे स्कूल हो या रोजमर्रा की जिंदगी। हर समय इसका प्रभाव रहता है। फिल्में लोगों को चुंबक की तरह खींचती हैं। नायिकाएं, सुंदरता, भावनात्मकता, नायक और शानो-शौकत से जीना जैसी चीजें हम लोगों को कहीं न कहीं आकर्षित कर जाती हैं। और इस तरह हम फिल्मी दुनिया में अफेयर को एक हिस्सा मान लेते हैं। हां, यह जरूर है कि नायक और नायिकाएं एक साथ कश्मीर और शिमला जैसे मनोरम स्थानों पर रोमांटिक सीन देते हैं, गलबहियां डालते हैं, गाना गाते हैं और रोमांटिक संवाद बोलते हैं। फिल्में नायक और नायिकाओं के इर्द-गिर्द घूमती हुई सुखद अहसास के साथ समाप्त हो जाती है और दर्शकों पर हीरो और हीरोइन की अमिट छाप बाकी रह जाती है। वह छाप इतनी ज्यादा गहरी होती है कि दर्शक उनकी निजी जिंदगी के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानने के इच्छुक हो जाते हैं। दर्शकों की दीवानगी तब सीमा पार कर देती है जब वे अपने चहेते अभिनेता की मूर्ति और मंदिर तक बना लेते हैं।
लेकिन इस हकीकत को भी झुठलाया नहीं जा सकता है कि पीढ़ी दर पीढ़ी नायक-नायिका अपने किरदार निभाते हैं और हकीकत में भी रोमांस की अपनी कहानियां छोड़ जाते हैं। शोभना समर्थ ने परंपराओं को तोडक़र आगे बढ़ते हुए अपनी ससुराल छोड़ दी और अपनी बेटी के साथ अभिनेता मोतीलाल के पास जाकर रहने लगीं थी। कुछ और फिल्मी जोडिय़ों के रोमांस में-अशोक कुमार और नलिनी जयवंत, देव आनंद और सुरैया, गुरुदत्त और वहीदा रहमान, दिलीप और मधुबाला, राज कपूर और नरगिस के नाम खास तौर पर शामिल किए जाते हैं। लेकिन जिन लोगों ने इनकी निजी जिंदगी के बारे में नजदीक से पड़ताल की है, वे ऐसे रोमांस से इîोफाक रखते हैं। कभी-कभी दर्शक नायक और नायिकाओं को जैसा परदे पर देखते हैं वैसा ही हकीकत में देखने को अधीर होते दिखाई पड़ते हैं। धीरे-धीरे ऐसी अफवाहें कहानियों का रूप लेने लगती हैं और लोग रोचकता से इन कहानियों का आनंद लेने लगते हैं।
लेकिन यह भी सत्य है कि पुरानी पीढ़ी के अभिनेता दिलीप कुमार ने अपनी हाल की आत्मकथा में मधुबाला के साथ किसी भी प्रकार की रोमांटिक गतिविधि को सिरे से नकार दिया। यह भी बात सच है कि इस सज्जन व्यक्ति ने मधुबाला को कभी कोई चुंबन तक नहीं दिया और न कभी ऐसा कुछ कहा जिससे दोनों के बीच प्रेम का भ्रम होता। दोनों का आदर एक-दूसरे के प्रति काम के लिए था। जीनत अमान और संजय खान का रोमांस भी कम चर्चा में नहीं रहा। संजय खान पहले से शादीशुदा थे फिर भी दोनों के बीच रोमांस की अफवाहों ने नैतिकता की सारी हदें पार कर दी थीं। जीनत निर्देशक बी.आर.चोपड़ा की फिल्म की शूटिंग लोनावला में कर रही थीं। उस समय अचानक संजय खान ने जीनत को फिल्म अद्ब्रदुल्ला के एक गाने को दोबारा शूट करने के लिए मुंबई बुला लिया। शुरुआत में तो जीनत ने मना किया लेकिन बाद में वह गाने को दोबारा शूट करने के लिए मान गईं। वह संजय से मिलने गईं, उस समय संजय होटल ताज में पार्टी कर रहे थे। जैसे ही पार्टी में जीनत पहुंची पार्टी का नजारा बदल गया। संजय, जीनत को लेकर होटल के एक कमरे में चले गए और दोनों में कहासुनी होने लगी। इस बीच संजय ने कई बार जीनत को धक्का दिया और उन पर आरोप लगाए कि उनका अफेयर कई निर्देशकों और नायकों के साथ हैं। झगड़े की वजह से जीनत की नाक से खून बहने लगा और चेहरे पर सूजन आ गई। जीनत को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। उनको पूरी तरह ठीक होने में एक हफ्ते से ज्यादा का समय लगा। इस झगड़े के बाद से फिल्म जगत में ऐसी अफवाहे आने लगीं कि संजय के साथ अफेयर की वजह से जीनत को फिल्मों में रोल कम मिलने लगे हैं और निर्देशकों ने उनसे दूरी बना ली है।
अक्षय कुमार फिल्मी परदे पर रोमांस के महा खिलाड़ी हैं। बहुत सारी फिल्मों में उन्होंने कई अभिनेत्रियों के साथ जमकर रोमांस किया है। कुछ हीरोइनों के साथ निजी जिंदगी में भी उनका अफेयर रहा है। अगर हम शिल्पा शेट्टी की बात करें तो परदे पर और परदे के पीछे अक्षय ने शिल्पा के साथ खुलेआम रोमांस किया। इसके अलावा अपनी सह कलाकार रवीना टंडन, आयशा जुल्का के साथ भी उनके अफेयर की चर्चा गली-गली हुई। वह परदे पर काजोल, ममता कुलकर्णी, जूही चावला और कैटरीना कैफ के साथ भी रंगीनियां दिखा चुके हैं। कुछ अभिनेत्रियों में से ट्विंकल खन्ना भी एक थीं। अक्षय कुमार के साथ उनका अफेयर सुर्खियों में रहा। ट्विंकल ने खिलाड़ी अक्षय के पैरों में शादी की बेडिय़ां डालकर ही दम लिया। सलमान खान और ऐश्वर्या की जोड़ी कभी बॉलीवुड की शीर्ष जोडिय़ों में गिनी जाती थी। हालांकि अब ये जोड़ी एक-दूसरे से नजर तक नहीं मिलाती न दोनों में से किसी को भी एक-दूसरे का नाम लेना पसंद है। इसके बावजूद आज भी बॉलीवुड की प्यार भरी और रोमांटिक जोडिय़ों की जब भी बात की जाती है तो सलमान और ऐश्वर्या उसमें जरूर शामिल होते हैं। सलमान खान और ऐश्वर्या का प्यार फिल्म हम दिल दे चुके सनम से परवान चढ़ा था लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे दोनों के बीच दूरियां बढऩे लगीं। ऐश्वर्या राय और सलमान के अलग होने की मुख्य वजह सलमान खान का गुस्सा बताया जाता है। ऐश्वर्या राय का कॅरिअर शुरुआती दौर में कुछ खास नहीं चला लेकिन हम दिल दे चुके सनम ने उन्हें उस ऊंचाई पर पहुंचा दिया जहां पर जाने के सपने हर स्टार देखता है। सलमान खान का साथ पाते ही ऐश्वर्या बॉलीवुड की शीर्ष अभिनेत्री बन गईं। लेकिन इस जोड़ी को लोगों की ऐसी नजर लगी कि कुछ ही समय बाद दोनों एक-दूसरे से कट से गए। सलमान खान ने कई बार शराब के नशे में ऐश्वर्या के घर के बाहर जाकर हंगामा किया तो कभी उन्होंने गुस्से में ऐश्वर्या पर हाथ उठा दिया। इसके बाद से ऐश्वर्या राय सलमान से अलग रहने की कोशिश करने लगीं। इस तरह से धीरे-धीरे सलमान और ऐश्वर्या के रिश्ते का अंत हो गया लेकिन आज भी इस खूबसूरत जोड़ी को दर्शक याद करते हैं।
आज के समय में चीजें बहुत बदल गई हैं। आज के समय में नायक-नायिकाएं और प्रशंसक फेसबुक को अपनी अभिव्यक्ति और बात स्पष्ट करने के लिए करते हैं। बीसवीं सदी में जहां नायिकाओं के कपड़े पूरे होते थे आज कम होते जा रहे हैं, नायक अपने प्यार का इजहार करने के लिए शरीर पर टैटू का इस्तेमाल करते हैं और सेल्फी पोस्ट करते हैं। निराधार बातों को नकारने के लिए आज सितारे ट्विटर का भी भरपूर इस्तेमाल करते हैं। आज के सितारों में दीपिका और रणवीर, करीना और शाहिद, बिपाशा बसु और जॉन अब्राहम के रोमांस की चर्चा भी प्रसंशकों में कम नहीं रही है। करीना से जुड़ी यह अफवाह तब तक नहीं रुकी जब तक उन्होंने सैफ अली खान से शादी नहीं कर ली। सलमान खान के भी कई प्रेम प्रसंग सार्वजनिक हुए हैं, इसकी वजह से उनकी छवि 'चीयरलीडर ऑफ माचो क्लब’ के रूप में उभरी। इस मामले में रानी मुखर्जी और विद्या बालन जैसे कुछ ही नाम हैं जिनको अपवाद माना जा सकता है।
सितारों के बारे में बड़ी-बड़ी अफवाहें और उनकी चर्चाओं के लिए विभिन्न मंचों जैसे फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम जैसे सोशल नेटवर्क माध्यमों का इस्तेमाल कहीं न कहीं बाजारवाद की व्यवस्था को मजबूती देता दिखाई पड़ता है। सेलेब्रेटी के प्रेम और निजी संबंध इसी बाजारवाद के इर्द-गिर्द घूमते दिखाई पड़ते हैं। इन्हीं प्रेम संबंध की वजह से उन्हें विज्ञापन, फिल्मों और स्टेज शो आदि में मौका मिलता है। रूपहले परदे पर ऐसे सैकड़ों उदाहरण आज देखने को मिल जाते हैं जिनमें सितारों की निजी जिंदगी में दो शक्चिसयतें एक-दूसरे के साथ संबंध रखना पसंद नहीं करते जबकि पेशेवर जिंदगी में उन संबंधों को मधुर दिखाना उनकी मजबूरी होती है। मेहर जेसिया और अर्जुन रामपाल एक-दूसरे के साथ हाथ में हाथ डालकर रोहित बहल के शो में नजर आते हैं तो ईशा देओल और उनके पति तथा कैटरीना और सलमान भी एक मंच पर दिखाई पड़ते हैं।
कुबेर सितारा
दीपिका पादुकोण भारत की ही सबसे ज्यादा फीस लेने वाली अभिनेत्री नहीं हैं बल्कि वह दुनिया की 10 ऐसी अभिनेत्रियों में शुमार हो गईं हैं जिनकी फीस सबसे ज्यादा है। फोद्ब्रर्स पत्रिका के अनुसार 10 मिलियन डॉलर की कमाई करने वाली इस सूची में एकमात्र भारतीय दीपिका ही हैं। इस सूची में जेनिफर लारेंस ने 46 मिलियन डॉलर की कुल कमाई के साथ सर्वोच्च स्थान पाया है। सभी बॉलीवुड स्टार प्रियंका चोपड़ा को इस सूची में देखने की उम्मीद कर रहे थे। वह एबीसी की क्वांटिकों में प्रमुख स्टार हैं और जल्द ही हॉलीवुड में ड्वॉन जॉनसन अभिनीत बेवाच में भी नजर निभाएंगी। इतना होने के बाद भी प्रियंका शीर्ष 10 में अपना स्थान बनाने में असमर्थ रहीं।